बाड़मेर कलेक्टर के विरोधी हुए सक्रीय ।।ओछी मानसिकता का दे रहे परिचय।।निजी स्वार्थो के चलते कलेक्टर को कर रहे बदनाम।।।
बाड़मेर जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा के पुत्र का आर्म एक्ट में गिरफ्तार होने के साथ कलेक्टर के विरोधी पूरी तरह सक्रीय हो गए।जिसमे बाड़मेर प्रशासन के कुछ अधिकारी और जनप्रतिनिधि अपने कुछ मिडिया कर्मियो के साथ कलेक्टर के विरुद्ध माहौल तैयार करने में लग गए।।एक प्रशासक के रूप में मधुसूदन शर्मा ने बाड़मेर के विकास के लिए बेहतर काम किया।गलती लड़के ने की उसके लिए कानून अपना काम कर रहा हैं।एक पिता को जानबूझ कर नीचा दिखाने और उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास करने में लगे कुछ लोग शायद मानवीयता और इंसानियत भूल गए।।बेटे की गलती को लएकर एक पिता को निशाना बनाना एक सोची समझी रणनीति के तहत किया जा रहा हैं।।कलेक्टर विरोधी लोग ग्रुप के जरिये अफवाहे फेला रह।।कलेक्टर को पुत्र कइ क्राइम से जोड़ना उचित प्रतीत नह होता।।उन्होंने एक पिता के रूप में कानूनी प्रक्रिया में कंही बाधा डालने या अपने प्रभाव् का इस्तेमाल नही किया।।पुलिस और कानून अपना काम कर रहा हैं।।।ऐसे में इस तरह की अफवाहे फेलाना कुछ ठीक नही।।वाक्य जयपुर का हइन ।जयपुर मिडिया अपना काम कर रही हैं।लोकल सतर पर कुछ मीडियाकर्मी निजी कारणों से कलेक्टर कई छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।।जैसे सरकार फ़ैज़ उनके कहने पर करती हैं।एक पिता कइ रुप में शर्मा अपना फर्ज निभा रहे हैं।।इसमें कुछ गलत नही हैं।विपरीत परिस्थितियों का शिकार हअर कोई होता हैं।दुःख की घडी में विरोधियो का सक्रीय होकर छवि कओ नुक्सान पहुँचाने कअ विफल प्रयास मानवता कई श्रेणी में तो नही आता।।।BNT।।।@##$
बाड़मेर जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा के पुत्र का आर्म एक्ट में गिरफ्तार होने के साथ कलेक्टर के विरोधी पूरी तरह सक्रीय हो गए।जिसमे बाड़मेर प्रशासन के कुछ अधिकारी और जनप्रतिनिधि अपने कुछ मिडिया कर्मियो के साथ कलेक्टर के विरुद्ध माहौल तैयार करने में लग गए।।एक प्रशासक के रूप में मधुसूदन शर्मा ने बाड़मेर के विकास के लिए बेहतर काम किया।गलती लड़के ने की उसके लिए कानून अपना काम कर रहा हैं।एक पिता को जानबूझ कर नीचा दिखाने और उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास करने में लगे कुछ लोग शायद मानवीयता और इंसानियत भूल गए।।बेटे की गलती को लएकर एक पिता को निशाना बनाना एक सोची समझी रणनीति के तहत किया जा रहा हैं।।कलेक्टर विरोधी लोग ग्रुप के जरिये अफवाहे फेला रह।।कलेक्टर को पुत्र कइ क्राइम से जोड़ना उचित प्रतीत नह होता।।उन्होंने एक पिता के रूप में कानूनी प्रक्रिया में कंही बाधा डालने या अपने प्रभाव् का इस्तेमाल नही किया।।पुलिस और कानून अपना काम कर रहा हैं।।।ऐसे में इस तरह की अफवाहे फेलाना कुछ ठीक नही।।वाक्य जयपुर का हइन ।जयपुर मिडिया अपना काम कर रही हैं।लोकल सतर पर कुछ मीडियाकर्मी निजी कारणों से कलेक्टर कई छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।।जैसे सरकार फ़ैज़ उनके कहने पर करती हैं।एक पिता कइ रुप में शर्मा अपना फर्ज निभा रहे हैं।।इसमें कुछ गलत नही हैं।विपरीत परिस्थितियों का शिकार हअर कोई होता हैं।दुःख की घडी में विरोधियो का सक्रीय होकर छवि कओ नुक्सान पहुँचाने कअ विफल प्रयास मानवता कई श्रेणी में तो नही आता।।।BNT।।।@##$
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें