रविवार, 19 मई 2013

शिक्षित बेटी ही समर्थ बेटी – लक्ष्‍मी

शिक्षित बेटी ही समर्थ बेटी – लक्ष्‍मी

चौहटन। भारत-पाक सीमा पर बसे केलनोर गांव में क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय के द्वारा सर्वशिक्षा एवं राष्‍ट्रीय एकता व सांप्रदायिक सदभाव जागरूकता अभियान कार्यक्रम के दौरान केलनोर सरपंच श्रीमती लक्ष्‍मीदेवी ने शिक्षा का महत्‍व बताते हुए बेटे और बेटी को समान रूप से शिक्षित करने की बात कही। लक्ष्मी ने कहा कि शिक्षित बेटी ही समर्थ बेटी बन सकती है। इस मौके पर क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेन्‍द्र तनसुखानी, नरेगा में आईइसी मैनेजर मदन बारूपाल, श्‍योर कार्यकर्ता धीरज शर्मा, सीताराम, मोहम्‍मद येदी सहित कई लोग मौजुद रहे और शिक्षा एंव राष्‍ट्रीय एकता विषयक जानकारी दी।

कार्यक्रम के दौरान भारी संख्‍या में महिलाएं उपस्थित रही। आईइसी मैनेजर मदन बारूपाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने महात्‍मा गांधी रोजगार गांरटी योजना की जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षित बनकर आप ना केवल अपने अधिकारों का उपयोग कर सकते है वरन सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी शिक्षित होना जरूरी है। सामाजिक कार्यकर्ता धीरज शर्मा ने कहा कि पढ़ी-लिखी बेटी दो घरों को सुधारती है। शर्मा ने कहा सर्वशिक्षा अभियान में शिक्षा संबधी मिलने वाली सुविधाओं की विस्‍तृत जानकारी प्रदान की।


इस मौके पर क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय द्वारा एक प्रश्‍नोत्‍तरी प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसमें विजेता आठ प्रतिभागियों को पारितोषित वि‍तरित किए गए। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अतिथियों द्वारा प्रतिभा‍गियों को शिक्षा एवं राष्‍ट्रीय एकता व सांप्रदायिक सदभाव की शपथ दिलायी गयी।

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