शुक्रवार, 5 अप्रैल 2013

"आप साथ दो तो मैं लड़ने के लिए तैयार"

"आप साथ दो तो मैं लड़ने के लिए तैयार"
 

राजसमन्द। प्रदेश और केन्द्र में सत्ता परिवर्तन के संकल्प के साथ मेवाड़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चारभुजा से गुरूवार को शुरू भाजपा ने सुराज संकल्प यात्रा का दूसरे दिन जिले के देवगढ़,आमेट,कुंवारिया एवं रेलमगरा क्षेत्र में जगह-जगह स्वागत किया गया।

राजे ने जगह-जगह लोगों को संबोधन करेते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में किसान को खाद बीज मिल रहा है या नहीं,लोगों की चिकित्सा व्यवस्था पूरी है की नहीं,रोजगार के प्रदेश में क्या स्थिति है।

स्कूलों में शिक्षक है या नहीं यह सभी सरकार के दावों की हकीकत जानने आई हूं। दो दिन में इस बात का अहसास हो गया है कि सरकार ने सिर्फ दावें ही किए है। इससे ज्यादा कुछ नहीं किया है। उन्होंने जगह-जगह लोगों से कहा कि मैं आपके हक के लिए लड़ने को तैयार हूं क्या आप मेरा साथ दोगे।

इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने रथ पर वसुन्धरा को फूलो से लाद दिया तो कहीं मां दुर्गा तो कहीं पर भगवान देवनारायण की तस्वीर व तलवार भेंट कर उन्हें अपना समर्थन भी दिया। इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कई जगह अपने उद्बोधन में कहा किवे कांग्रेस के दावों का सच जानने के लिए जनता के बीच आई है।


इससे पूर्व शुक्रवार सुबह करीब 10 बजकर 20 मिनट पर वसुन्धरा का रथ सुराज का लक्ष्य लेकर देवगढ़ से आमेट की ओर बढ़ा। देवगढ़ में उन्होंने लोगों को कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे देवगढ़ में महाविद्यालय एवं पेयजल की समस्या का निदान करेंगी।

इसके बाद जिसके स्वादड़ी पहुंचने पर वहां लोगों ने राजे का स्वागत किया। इसके बाद जिरण एवं चित्तौड़ी में भी राजे के सुवागत किया गया। जहां पर कुछ महिलाओं ने उन्हें चुन्दड़ी ओढ़ाई। इसके बाद उन्होंने कहा कि वे इस चुन्दड़ी की लाज रखेगी।

आमेट में जगह-जगह स्वागत
राजे के आमेट में पहुंचने के साथ ही उनका जगह-जगह स्वागत किया गया। नगर में सभी समाजों एवं सम्प्रदाय के लोगों ने राजे का स्वागत किया गया। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष गुलाचंद कटारिया,यात्रा के संयोजक भूपेन्द्र यादव,पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़ भी रथ में साथ थे।

इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने मजिस्द के बाहर राजे का स्वागत कर अपना समर्थन की बात कही। इसके बाद आमेट में राजे जयसिंह श्याम मंदिर पहुंची और उन्होंने वहां पूजा अर्चाना की। यहां से राजे का रथ सरदारगढ़ पहुंचा और वहां पर भी लोगों उन्हें तलवार भेंट की।

मां की यादें हुई ताजी
राजे के रथ जब सरदारगढ़ पहुंचा तो जहां एक ओर ग्रामीण उनके स्वागत को आतुर थे तो दूसरी ओर में भीड़ को चिरती हुई राजे की निगाहें एक तस्वीर पर पहुंची। उसमें उनकी माता विजयराजे सिन्घिया का फोटो दिखाई दिया। जिसे देख कर उस तस्वीर को उन्होंने अपने पास मंगवाई और उसे देख कर वे अभिभूत हो गई। उसमें उनकी माता के 80 के दशक में आमेट क्षेत्र के दौरे के दौरान के फोटो थे। जिसे बाद में वे अपने साथ ले गई।

घोड़े से भी लाड़ लड़ाया
जब राजे की यात्रा कुकाड़ा पहुंची तो वहां पर मक्खनसिंह नामक युवक ने रथ के आगे अपने दो घोड़ो का नचा कर राजे का स्वागत किया। इसके बाद राजे ने इन घोड़ो को अपने पा बुलाया कर उसे हाथ फैर लाड़ कर उसे सैल्युट किया।

जिसका विधानसभा क्षेत्र वो रथ में
राजे का रथ जिस विधायक के क्षेत्र में गया उस क्षेत्र का विधायक रथ में सवार हुआ। देवगढ़ में रथ में भीम देवगढ़ विधायक हरि सिंह रावत सवार होकर चले तो आमेट विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़ रथ में सवार नजर आए। जैसे ही साकरोदा चौराहा आया तो उस रथ में राजसमन्द विधायक किरण माहेश्वरी नजर आई।

आगरिया के लोग हुए निराश
राजे का आमेट से आगरिया होकर यात्रा के सरदारगढ़ पहुंचने कर कार्यक्रम निर्घारित था। चूंकि पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह का गांव होने से यहां पर लोगों में अत्यधिक उत्साह था लेकिन समय के अभाव में आगरिया का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। जिससे वहां के लोगों को निराशा हाथ लगी।

यात्रा में जेबतराशी भी
यात्रा के दौरान कुछ जेबतराश भी साथ थे। जिन्हें आमेट में कुछ कार्यकर्ताओं ने पकड़ कर उनकी जमकर पिटाई कर दी। बाद में पुलिस को सौप दिया। आमेट थाना प्रभारी विवेक सिंह ने बताया कि इस दौरान 11 जेबतराशों को चिन्हित कर उन्हें हिरासत में लिया गया। जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।

दो दिन में यात्रा के दौरान करीब एक लाख रूपए से अधिक की जेबतराशी हुई थी। देवगढ़ में गुरूवार को सभा के दौरान भंवर लाल शर्मा का मोबाईल,भगवतसिंह का बटुआ,अर्जुनलाल सालवी का पर्स व मोबाइल चुरा कर लिया था।

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