गुरुवार, 24 अप्रैल 2014

फर्जी मतदान को लेकर दौसा में तनाव, पथराव और फायरिंग -



दौसा। राजस्थान के दौसा जिले में लोकसभा चुनावों ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। इसके चलते जिले की महुवा तहसील में ग्रामीण और पुलिस बल आमने-सामने हो गए। ग्रामीणों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए, वहीं पुलिस को लाठीचार्ज और फायरिंग करनी पड़ी। वहीं सिकराय तहसील में मतदान दल पर भेदभाव के आरोपों के बाद मतदान रोक दिया गया।
Villagers and Police clashed in Dausa over false voting
जानकारी के अनुसार महुवा तहसील के सांठा गांव में फर्जी मतदान को लेकर दो गुट आमने-सामने हो गए। इस पर पुलिस ने दखल दिया। गुस्साएं ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस को बचाव में लाठीचार्ज करना पड़ा, साथ ही हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी। ग्रामीणों ने पुलिस की एक गाड़ी का आग के हवाले कर दिया।
इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने कवरेज कर रहे चार मीडियाकर्मिüयों के कैमरे और लैपटॉप भी छीन कर क्षतिग्रस्त कर दिया। पथराव में कुछ लोगों को चोटें आई हैं। सूचना मिलने पर अतिरिक्त जाब्ता भेजा गया है। फिलहाल वहां मतदान रोक दिया गया है।

वहीं सिकराय तहसील के हिंगोली बूथ पर ग्रामीणों ने मतदान दल पर पक्षपात का आरोप लगाया और विरोध जताया। इस पर मतदान रोक दिया गया। वहां पर मतदान दल बदला जा रहा है।

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लोकसभा चुनाव: 5 सीटों पर मतदान का जोश, 40 प्रतिशत वोटिंग -



जयपुर। लोकसभा चुनाव के दूसरे सबसे बड़े चरण के तहत राजस्थान की शेष बची पांच सीटों पर भी चुनाव हो रहा है। इसके तहत दोपहर 1 बजे तक 39.94 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा अलवर में 43.06 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। जबकि करौली-धौलपुर में 35.82 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं टोंक-सवाईमाधोपुर सीट पर 40.80, दौसा में 42.07 और भरतपुर में 38.09 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई।
Lok Sabha election: 40 percent voting recorder till 1PM
इवीएम में खराबी से मतदान में देरी
भरतपुर जिले के वैर क्षेत्र में निठार, फरसो, सरसैना, हलैना व नगर के रूस्तमपुर, जलालपुर, अकबरपुर, नदबई के सुरारी गुर्जर, बयाना के रूदावल ईवीएम में आई तकनीकी खराबी के बाद दूसरी मशीन लगानी पड़ी। वहीं, डीग के बूथ नम्बर 9 पर ईवीएम के बटन को ठीक कराया गया। नदबई विधानसभा क्षेत्र के सुरारी गुर्जर गांव मेे ईवीएम खराब होने के कारण करीब पौने दो घंटे मतदान बाधित रहा, जो पौने नौ बजे चालू हो सका। हिण्डौनसिटी के वर्घमान नगर में सुबह 7 बजे ईवीएम मशीन में खराबी आने से सुबह साढ़े 8 बजे मतदान शुरू हो सका। इस दौरान मतदाताओं ने नाराजगी जताई। वहीं खिजूरी में भी ईवीएम तकनीकी खामी आने से सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो पाया।

कई जगह मतदान का बहिष्कार
भरतपुर जिले के वैर विधानसभा क्षेत्र के धवला का नगला गांव में सड़क निर्माण न होने से नाराज ग्रामीणों ने मतदन का बहिष्कार किया। इसके अलावा नगर तहसील के मुढ़ेरा गांव में विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण मतदान नहीं करने पर अड़ गए हैं। प्रशासनिक अधिकारी इन्हें मनाने में जुटा है। नदबई विधानसभा क्षेत्र गांव सिरसई व झोरोल गांव में ग्रामीणों ने एक-एक वोट डालने के बाद मतदान का बहिष्कार कर दिया।

वहीं, अरौदा गांव में समझाइश के बाद मतदान शुरू हुआ। दूसरी ओर करौली जिले के मण्डरायल क्षेत्र के चंदेलीपुरा ग्राम पंचायत के मनाखुर गांव के बूथ संख्या 233 के मतदाताओं ने भी समस्याओं को लेकर मतदान का बहिष्कार किया। पुलिस-प्रशासन की ओर से ग्रामीणों से समझाइश की गई।

इसके अलावा अलवर जिले के रामगढ़ क्षेत्र के झाड़ोली गांव और बहरोड़ क्षेत्र के तसिंग गांव के लोगों ने भी वोटिंग का बहिष्कार किया। तसिंग गांव में केवल एक परिवार ने वोट डाला।

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बुधवार, 23 अप्रैल 2014

बाड़मेर में तेल के 3 कुएं और मिले



बाड़मेर। देश की अग्रणी तेल-गैस कंपनी केयर्न इंडिया ने राजस्थान के बाड़मेर में तीन नए तेल क्षेत्र खोजे हैं। इसके साथ ही कंपनी ने अपने सालाना वित्तीय परिणाम जारी करते हुए बताया कि बाड़मेर के तेल क्षेत्रों ने दो लाख बैरल तेल प्रतिदिन उत्पादन का आंकड़ा पार कर लिया है। वहीं कंपनी के जरिए सरकार को वित्तीय वर्ष 2013-14 के दौरान 24299 करोड़ रूपये मिले।
Cairn India discovers 3 new oil fields in Barmer
केयर्न इंडिया ने बताया कि अब तक के उच्चतम तेल उत्पादन के साथ कंपनी का राजस्व रिकॉर्ड 18762 करोड़ रूपये रहा है। वहीं पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी ने 7.60 करोड़ बैरल का रिकॉर्ड उत्पादन किया। यह भारत के घरेलू तेल उत्पादन का लगभग 30 प्रतिशत है। कंपनी ने बताया कि राजस्थान में तेल खोज अभियान में पांच नए स्थानों पर तेल संभावनाओं के संकेतमिले हैं। साथ ही इस अभियान के दौरान खोदे गए 17 कुओं में से 14 में तेल-गैस की उपस्थिति के संकेत मिले हैं।

केयर्न इंडिया के अंतरिम सीईओ पी इलांगो के अनुसार पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान कंपनी के अच्छे प्रदर्शन से तेल उत्पादन में बढ़ोतरी हुई। इसके चलते देश के तेल आयात में कमी में केयर्न के योगदान की पुष्टि हुई है। कंपनी ने मार्च 2014 में 20 करोड़ बैरल के सकल उत्पादन के साथ साथ दो लाख बैरल तेल प्रतिदिन का उत्पादन स्तर हासिल किया है।

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आप नेता सोमनाथ भारती की वाराणसी में बेरहमी से पिटाई



वाराणसी। आम आदमी पार्टी (आप) नेता और दिल्ली के पूर्व विधि मंत्री सोमनाथ भारती की बुधवार शाम को एक टीवी शो की शूटिंग के दौरान वाराणसी के अस्सी घाट पर बेरहमी से पिटाई की गई।
Somnath Bharti brutally beaten up in Varanasi
सूत्रों के अनुसार, हमलावरों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की टोपी पहन रखी थी। उन्होंने पूर्व मंत्री की कार में तोड़फोड़ की और उनके ड्राइवर की भी पिटाई कर डाली।

हालांकि, बेरहमी से पिटाई के बावजूद भारती के शरीर में गंभीर चोटे नहीं आई हैं। लेकिन, वह काफी घबराए हुए हैं।

शर्मनाक शर्त, पासपोर्ट चाहिए तो सेक्स करो


पासपोर्ट देने के बहाने बुलाकर दुराचार
पासपोर्ट देने के बहाने बुलाकर दुराचार
पति से अलग रह रही महिला जब अपने बेटे के साथ पासपोर्ट लेने इमिग्रेशन एजेंट के पास पहुंची तो उसकी शर्त सुनकर दंग रह गई। उसने महिला को कहा कि यदि उसे पासपोर्ट चाहिए तो उसके साथ संबंध बनाने होंगे। उसने महिला की मजबूरी का फायदा भी उठा लिया।

पीड़िता की शिकायत पर थाना सिटी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामला, पंजाब के संगरूर इलाके का है।

" ब्रेडमैन से ज्यादा महान हैं सचिन तेंदुलकर "



चेन्नई । सचिन तेंडुलकर और ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमेन में से महानतम बल्लेबाज कौन है इस बात पर कई बार बहस हो चुकी है । इस बहस को चेन्नै के एक लेखक ने "फॉरेंसिक साक्ष्य" खोज निकालने का दावा कर नया रूप दे दिया है। इन साक्ष्यों के आधार पर साबित करने की कोशिश की गई है कि इन दोनों महानतम हस्तियों में सचिन बेहतर हैं।
Sachin Tendulkar better than Don Bradman
तेंडुलकर के 41वें जन्मदिन से पूर्व रूडोल्फ लैम्बर्ट फनांनडिज ने उन्हें अब तक का महानतम बल्लेबाज साबित करने के लिये अपनी किताब "ग्रेटर दैन ब्रैडमेन" लांच की है । उन्होंने कहा "यह सचिन या ब्रैडमेन की आत्मकथा नहीं है । यह उनके इंटरव्यू का संकलन, मैचों के आंकड़े या विशेषज्ञों के लेख भी नहीं है। यह विश्लेषण है । यह फॉरेंसिक अध्ययन है । यह एकमात्र किताब है जो बतौर बल्लेबाज ब्रैडमेन के दर्जे को चुनौती देती है।"

फनांüडिज इस किताब की प्रति तेंडुलकर के भाई अजित, पत्नी अंजलि और कोच रमाकांत आचरेकर को देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "मैं यह किताब इन तीनों को देना चाहता हूं क्योंकि सचिन को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में इनका अहम योगदान रहा है। यह किताब सचिन की महानता का जश्न है।"

उन्होंने कहा कि तेंडुलकर की महानता को साबित करने के लिये उन्होंने विज्ञान और मार्शल आर्ट के उदाहरण दिया हैं। उन्होंने कहा, "यह महानता का मानदंड माने जाने वाले पारंपरिक तरीके को चुनौती देती है जो आंकड़ो के ईद-गिर्द घूमती है। यह आंकड़ो के साथ उसके खेलने के माहौल की पृष्ठभूमि पर भी जोर देती है।"

फनांüनडिज ने कहा, इक्कीसवीं सदी के क्रिकेट पाठकों को ब्रैडमेन को करीब से देखना होगा। उन्होंने सचिन को इतना देखा है कि उसके हर शॉट कई बार देखा होगा । उनके डक, रन आउट और नाकामियां देखी हैं। उनकी किताब तेंडुलकर के क्रिकेट करियर को नये नजरिये से पेश करती है।"

उन्होंने कहा, "यह किताब यह नहीं कहती कि तेंडुलकर 1998 या 2010 में महानतम बल्लेबाज थे, बल्कि यह उन्हें क्रिकेट इतिहास का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज साबित करती है।" तेंडुलकर ने 200 टेस्ट में 53.86 की औसत से 15837 रन बनाये हैं. वनडे çRकेट में वह 463 मैचों में 44.63 की औसत से 18426 रन बना चुके हैं। शतकों का शतक जमाने वाले एकमात्र एकमात्र अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज हैं।

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पत्नी को कर दिया दोस्तों के हवाले, लूटी इज्जत


दोस्तों से लुटवाई पत्नी की इज्जतदोस्तों से लुटवाई पत्नी की इज्जत

मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव में पति ने पत्नी को दोस्तों के हवाले कर दिया। करीब तीन महीने तक पति उसकी आबरू का सौदा करता रहा। किसी तरह बचकर निकली महिला ने रिश्तेदारों के पास पहुंचकर घटना की जानकारी दी। एसपी क्राइम ने पीड़िता का मेडिकल कराकर मंसूरपुर पुलिस को आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

मूल रूप से आजमगढ़ निवासी युवती की शादी करीब सवा साल पूर्व ककराला थाना क्षेत्र के गांव निवासी से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद युवक नौकरी का हवाला देते हुए पत्नी को लेकर मंसूरपुर क्षेत्र के गांव घासीपुरा में आकर रहने लगा। आरोप है कि यहां आने के करीब दो माह बाद पति ने जबरन उसको अपने दोस्तों के साथ संबंध बनाने पर विवश किया।

चार धाम की यात्रा पर नहीं गई है मोदी की पत्नी,बाबा रामदेव के आश्रम में ले गए! -



नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन को लेकर अंग्रेजी मैगजीन ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। द वीक मैगजीन के मुताबिक मोदी की पत्नी जशोदाबेन योग गुरू बाबा रामदेव के ऋषिकेश स्थित आश्रम में हैं।

यह आश्रम नीलकंठ महादेव मंदिर के पास आया हुआ है। जशोदाबेन को वहां तब तक रखा जाएगा जब तक लोकसभा चुनाव सम्पन्न नहीं हो जाते और मीडिया की रूचि उनमें खत्म नहीं हो जाती। मैगजीन ने द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के करीबी सूत्र के हवाले से बताया है कि गुजरात की सुरक्षा सेवाओं के साथ उच्च स्तर के सुरक्षा अधिकारी जशोदाबेन की सुरक्षा में लगे हैं।
Modi`s wife not gone on pilgrimage, taken to Baba Ramdev`s ashram
मैगजीन ने विश्व हिंदू परिषद के सूत्रों के हवाले से बताया है कि जब मोदी ने जशोदाबेन को अपनी पत्नी माना तो हिंदू एक्टिविस्ट और सिक्युरिटी प्रोफेशनल्स जशोदाबेन के घर पहुंचे। ये लोग तीर्थयात्रियों के भेष में तीन सफेद एसयूवी में जशोदाबेन के घर पहुंचे। उन्होंने जशोदाबेन से कहा,आपकी चार धाम की यात्रा का सपना सच होने वाला है।

इसके बाद वे लोग जशोदाबेन को अहमदाबाद ले गए। वहां से उन्हें चार्टड प्लेन में बिठाकर जशोदाबेन को उत्तराखण्ड-उत्तर प्रदेश की सीमा के पास स्थित औरंगाबाद ले गए। इसके बाद जशोदाबेन को योग गुरू बाबा रामदेव के ऋषिकेश स्थित आश्रम ले जाया गया। आश्रम में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि उन्होंने 13 अप्रेल को एक सफेद गाड़ी में महिला को देखा था।

स्वरूपानंद सरस्वती के करीबी सूत्र ने बताया कि शायद जशोदाबेन को पता नहीं था कि उनके साथ जो लोग हैं वे तीर्थयात्री नहीं है बल्कि ये वे लोग हैं जिन्हें मोदी की पत्नी को लोगों की आंखों से दूर करने का टास्क दिया गया है। गौरतलब है कि वडोदरा से नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त मोदी ने जो हलफनामा दिया था उसमें खुद को शादीशुदा बताया था। मोदी ने पत्नी का नाम जशोदाबेन बताया था।

जसवंत को पार्टी का निर्णय स्वीकार कर लेना चाहिए था: राजनाथ



बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि जसवंत सिंह को पार्टी के उस फैसले को स्वीकार कर लेना चाहिए था जिसमें उन्हें राजस्थान की बाड़मेर लोकसभा सीट से नहीं उतारने का निर्णय लिया गया था. क्योंकि टिकट का मुद्दा पार्टी में किसी की अहमियत का आधार नहीं हो सकता है.
राजनाथ सिंह
पार्टी में वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार किए जाने की बात को सिरे से खारिज करते हुए राजनाथ ने कहा कि अनुभवी एवं वरिष्ठ नेताओं के अनुभवों का उपयोग किया जाएगा, चाहे किसी को लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका मिले या नहीं. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि निश्‍िचत तौर पर किसी को दरकिनार नहीं किया गया है. अगर किसी को टिकट नहीं मिला, इसका अर्थ यह नहीं है कि पार्टी में उसकी अहमियत नहीं है.

उन्हें संसद, विधानसभा या पार्टी में दायित्व सौंपा जा सकता है. अगर सरकार बनती है, तब विभिन्‍न संस्थाओं में दायित्व हैं. राजनाथ का ध्यान जसवंत सिंह के उस फैसले की ओर दिलाया गया था जब पार्टी द्वारा बाड़मेर से टिकट नहीं दिए जाने के बावजूद उन्‍होंने वहां से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र भरा और पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया.