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रविवार, 2 सितंबर 2012

नौ सितम्बर को मनाओ काला दिवस



आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल न करने के विरोध में नौ सितम्बर को मनाओ काला  दिवस 

सोमवार, 30 जुलाई 2012

राजस्थानी को मान्यता के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हें ...जीतेन्द्र सिंह

राजस्थानी भाषा को मान्यता की मांग की उर्जा मंत्री से

राजस्थानी को मान्यता के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हें ...जीतेन्द्र सिंह

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के तत्वाधान में राजस्थानी मोटियार परिषद् और राजस्थानी छात्र परिषद् ने राजस्थानी भाषा को मान्यता देने और आर टेट में राजस्थानी भाषा को सम्मिलित करने की मांग को लेकर राजस्थान सरकार में ऊर्जा और सूचना एवम जन संपर्क मंत्री जीतेन्द्र सिंह को संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के नेतृत्व में जिला पाटवी रिदमल सिंह दांता ,मोतियर परिषद् के पाटवी रघुवीर सिंह तामलोर ,नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ,राजस्थानी छात्र परिषद् के अध्यक्ष अशोक सारला सहित कई कार्यकर्ताओ ने ज्ञापन सौंपा ,ऊर्जा मंत्री जीतेन्द्र सिंह ने क्ष की राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के हर संभव प्रयास राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे हें ,केंद्र सरकार द्वारा इसके लिए एक कम्मेती का भी गठन कर लिया गया हें ,उन्होंने कहा की राजस्थानी हमारी मायद भाषा हें इसके मान सम्मान को बरकरार रखने के लिए इसे संवेधानिक मस्न्यता जरूरी हें ,उन्होंने कहा की आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल करने के लिए राजस्थान सरकार से बात करेंगे .इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद हरीश चौधरी ,विधायक मेवाराम जैन सहित कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि उपास्थित थे ..

शनिवार, 21 जुलाई 2012

संत इसरदास जयंती समारोह में गूंजी राजस्थानी भाषा --


राजस्थानी भाषा की मान्यता के समर्थन में सब आगे आये

संत इसरदास जयंती समारोह में गूंजी राजस्थानी भाषा -- 

बाड़मेर जिले के भादरेस में शनिवार को आयोजित संत कवी इसरदास जयंती समारोह में राजस्थानी भाषा को मान्यता की गूंज रही ,समारोह स्थल पर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर ,राजस्थानी मोटियार परिषद् ,राजस्थानी छात्र परिषद् के तत्वाधान में आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल करने को लेकर चलाये गए हस्ताक्षर अभियान के प्रति उत्साह चरम पर था .समारोह में भी राजस्थाब्नी भाषा का मुद्दा छाया रहा ,वक्ताओं में गुजरात के राज्य सभा सांसद पुरुषोतम रुपाला नर कहा की वो स्वय राजस्थानी भाषा के कायल हें .राज्यसभा में राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग पुरजोर तरीके से उठाउंगा ,यह मांग संत इसर्दास्जी को सची श्रधांजलि होगी .इस अवसर पर पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह ने कहा की वो स्वयं राजस्थानी भाषा के अभियान से दिल से जुड़े हें ,हर अभियान में बढचढ कर हिस्सा लेते हें उन्होंने कहा की उन्होंने राष्ट्रपति महामहिम प्रतिभा पाटिल से भी इस सम्बन्ध में मुलाक़ात कर सरहद की इस मांग को उन तक पंहुचाया .इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक मेवाराम जैन ने कहा की वो राजस्थानी भासः को हमेशा समर्थन करते आये हे समिति के कार्यक्रमों का भी हिस्सा बने ,उन्होंने भरोसा दिलाया की राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए मुख्यमंत्री से पहले भी चर्चा कर चुके हें फिर वो इस सम्बन्ध में उनसे मांग करेंगे ,इस अवसर पर प्रियंका चौधरी ने भी अभियान को समर्थन देने तथा उससे जुड़ने की इच्छा जताई ,राजस्थानी भाषा की पुरजोर मांग करते हुए समिति के प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र बारहट ने कहा की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता नहीं मिलाने के कारन राजस्थान के युवा प्रतियोगी परीक्षाओं में पिछड़ रहे हें जब पंजाब में पंजाबी गुजरात में गुजराती महाराष्ट्र में मराती तो राजस्त्र्हन में राजस्त्र्हानी क्यों नहीं ,जोधपुर संभाग के उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बाड़मेर जैसलमेर में समिति की और से चलाये जा रहे अभियान की जानकारी उपलब्ध कराई .इस अवसर पर मोटियार परिषद् के पाटवी रघुवीर सिंह तामलोर ,महासचिव एडवोकेट विजय कुमार ,बाड़मेर ब्लोक अध्यक्ष अभाय्करण भादरेस ,राजस्थानी छात्र परिषद् के अध्यक्ष अशोक सारला ,भाजपा नेत्री म्रदु रेखा चौधरी ने भी अभियान के प्रति समर्थन जाहिरकिया ,समारोह स्थल पर राज्यसभा सदस्य पुरुषोतम रुपाला ,मानवेन्द्र सिंह जसोल .विधायक मेवाराम जैन ,अर्जुनदान देथा ,प्रियंका चौधरी ,म्रदुरेखा चौधरी ,सहित सेकड़ो लोगो ने दस्तखत कर अपना समर्थन दिया