बुधवार, 21 मार्च 2018

पति चाहता था बच्चा पर पत्नी ने किया इंकार, दूसरी शादी में रोड़ा बनी तो बेरहमी से किया कत्ल

पति चाहता था बच्चा पर पत्नी ने किया इंकार, दूसरी शादी में रोड़ा बनी तो बेरहमी से किया कत्ल

पति चाहता था बच्चा पर पत्नी ने किया इंकार, दूसरी शादी में रोड़ा बनी तो बेरहमी से किया कत्ल
भोपाल/मंडीदीप. मैं अपनी पत्नी आरती से बच्चा चाहता था, मगर उसने मां बनने से इंकार कर दिया। इस कारण मैं दूसरी शादी करना चाहता था। इसमें भी वह रुकावट बन रही थी, इसीलिए मैंने उसकी हत्या कर दी। यह स्वीकारोक्ति पत्नी की हत्या करने वाले विनय पटेरिया ने पुलिस गिरफ्त में आने के बाद बताई है। मंडीदीप टीआई अभय नेमा ने बताया कि डेढ़ साल से फरार चल रहे हत्या के आरोपी विनय पटेरिया को हबीबगंज रेलवे स्टेशन से मंगलवार को इंदौर जाते समय घेराबंदी करके गिरफ्तार किया।




-बता दें 28 दिसंबर 2016 को वार्ड 6 संतोष नगर में सुबह एक महिला की नग्न अवस्था में अधजली लाश मिली थी। उक्त अज्ञात महिला की लाश की पहचान दो दिन बाद विनय पटेरिया की पत्नी आरती पटेरिया के रूप में हुई थी। इस बीच मौका पाकर विनय पटेरिया झांसी जाने का बहाना कर मंडीदीप से फरार हो गया था।

मुंहबोली बहन से मिलने मंडीदीप आ रहा था

-आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस को संदेही के संबंध में मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि वह इंदौर में आयशर कंपनी में रहता है। मंडीदीप में अपने रिश्ते की बहन से मिलने आ रहा है। उक्त मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी अभय नेमा अपने स्टाफ के साथ संदेही विनय पटेरिया की तलाश में रवाना हुए। संदेही भोपाल से इंदौर जाने की फिराक में हबीबगंज स्टेशन पर खड़ा था, तभी पुलिस ने उसको घेराबंदी कर पकड़ा। पुलिस ने पूछताछ की तो विनय पटेरिया ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

बीना में हुई थी मुलाकात, फिर किया प्रेम विवाह

आरोपी ने पुलिस को बताया कि काम के सिलसिले में जाते समय बीना रेलवे स्टेशन पर आरती से उसकी पहली मुलाकात हुई थी। उसे फोन करके फिर से बीना स्टेशन बुलाया, काम दिलाने के बहाने खंडवा ले गया, जहां छह महीने रहा। वहां पर आरती को पत्नी बनाकर रखा। बाद में आरती से ओरछा मंदिर में परिजनों ने उसकी शादी हिंदू रीति रिवाज से कराई थी।

ऐसे किया था बेरहमी से पत्नी का कत्ल




-विनय आरती जानकी से शादी करना चाहता था, इसीलिए आरती को मारने की योजना बनाई। घटना वाली रात आरती को कोल्ड ड्रिंक माजा में नींद की 10 गोलियां मिलाकर पिला दी, आरती बेहोश हो गई तो उसका गला दबाया। इसके बाद भी आरती नहीं मरी तो रस्सी से उसका गला घोंट दिया, फिर लोहे के चाकू से आरती के गले और पेट पर वार किया। इससे भी संतुष्टि नहीं हुई तो हत्यारे ने आरती के शरीर को नग्न अवस्था में कमरे में ही पलंग के नीचे रख दिया। दूसरे दिन रात में घर के बाहर कचरे के पास लाकर पेट्रोल डालकर जला दिया था।

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