सोमवार, 26 जून 2017

आनंदपाल एनकाउंटर पर उठ रहे सवाल, राजनीति भी हुई तेज, पढ़ें- राजपूत समीकरण

आनंदपाल एनकाउंटर पर उठ रहे सवाल, राजनीति भी हुई तेज, पढ़ें- राजपूत समीकरण


राजस्थान सरकार और प्रदेश की पुलिस के लिए गैंगस्टर आनंदपाल सिंह मौत के बाद भी सिरदर्द बना हुआ है. शनिवार की रात हुए एनकाउंटर को फर्जी बताया जा रहा है और इसकी सीबीआई जांच की मांग की जा रही है. इसके लिए रविवार से आनंदपाल के गांव सांवराद में राजपूत समाज के युवा एकजुट हो रहे हैं. श्री राजपूत करणी सेना के साथ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री रणवीर सिंह गुढ़ा भी जांच की मांग कर रहे हैं.

आनंदपाल एनकाउंटर पर उठ रहे सवाल, राजनीति भी हुई तेज, पढ़ें- राजपूत समीकरण
बता दें कि फरारी के बाद आनंदपाल को पकड़ने में नाकामी पर विपक्ष ने कई बार विधानसभा में भी सरकार को घेरा था. कांग्रेस ने इस पर गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया को भी कई बार कटघरे में खड़ा किया था. अब कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे रणवीर सिंह गुढ़ा ही आनंदपाल एनकाउंटर पर सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं. जिस पुलिस पर नाकामी का ठीकरा फोड़ा जाता रहा उसी पर अब बर्बरता का अारोप लगाए जा रहे हैं और एनकाउंटर को फर्जी बताया जा रहा है.



सरकार ने आनंदपाल का फर्जी एनकाउंटर किया है. इस पूरे मामले की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग सार्वजनिक की जानी चाहिए.

— पूर्व मंत्री रणवीर सिंह गुढ़ा


कांग्रेस पार्टी की ओर से पुलिस को बधाई, पूर्व मंत्री विरोध में उतरे
राजस्थान पुलिस को इस एनकाउंटर के बाद कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सचेतक गोविंद सिंह डोटासरा और कांग्रेस के प्रदेश सचिव चेतन डूडी ने बधाई दी है. उधर, पार्टी के नेता और पूर्व मत्री रणवीर सिंह गुढ़ा ने इस एनकाउंटर के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. वहीं निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल और विधायक डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने भी पुलिस को बधाई दी.


राजपूत समाज में वायरल हो रहा 'आनंदपाल अमर रहे' वाला वीडियो
एनकाउंटर के बाद श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में गैंगस्टर आनंदपाल सिंह को एक हीरो के रूप में पेश किया गया है और ...आनंदपाल अमर रहे... वसुंधरा राजे मुर्दाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं. इसमें गोगामेड़ी इस आवाज को राजपूत की आवाज बता रहे हैं.




उधर, राजपूतों के संगठन 'श्रीराजपूत सभा' ने आनंदपाल मामले में अभी तक कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. हालांकि, मामले की सीबीआई जांच की मांग से दूध का दूध और पानी का पानी होने की बात भी कही है.



सीबीआई जांच की मांग उठी है तो सरकार को इससे गुरेज नहीं होना चाहिए. इससे सरकार और पुलिस को क्लीन चिट मिलती है तो विरोधियों को स्वत: जवाब मिल जाएगा

— गिरिराज सिंह लोटवाड़ा, प्रदेशाध्यक्ष, श्रीराजपूत सभा

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