बुधवार, 18 जनवरी 2017

इंजीनियरिंग कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल के पीछे छात्र का शव मिला, हत्या का मामला दर्ज



इंजीनियरिंग कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल के पीछे छात्र का शव मिला, हत्या का मामला दर्ज
इंजीनियरिंग कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल के पीछे छात्र का शव मिला, हत्या का मामला दर्ज

जोधपुर। कुड़ीस्थित व्यास इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में गर्ल्स हॉस्टल विंग के पीछे इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांच के चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र मूल रूप से भोपालगढ़ में भनगों की ढाणी निवासी रामदेव (22) पुत्र ओमप्रकाश जाट का शव मिला है। शव पर खरोंच का एक निशान तक नहीं मिला, इसलिए परिजनों को संदेह है कि उसकी हत्या कर शव वहां रखा गया। कुड़ी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है, लेकिन कॉलेज प्रशासन की ओर से पुलिस को बताया गया कि छात्र ने संभवतया सोमवार देर रात एक से दो बजे के बीच हॉस्टल की पांचवीं मंजिल से कूद कर आत्महत्या की है। पुलिस ने आरएएसी बुला कर मंगलवार रात नाै बजे शव उठवाया और एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस जबर्दस्ती शव उठा कर ले गई।







इस दौरान दोनों पक्षों के बीच गहमागहमी भी हुई। शव पर खरोंच के निशान नहीं होने से मामला संदेह के दायरे में गया। मौके पर एफएसएल की टीम ने भी सबूत जुटाए।

रात को हॉस्टल में ही गर्ल फ्रेंड से मिला था :

प्रारंभिक जांच के अनुसार रामदेव का कॉलेज की किसी लड़की से प्रेम प्रसंग था। वो गर्ल्स हॉस्टल में सोमवार देर रात अपनी गर्ल फ्रेंड से मिलने गया था। संभवत: वापसी में उसके कमरे से उतरते समय हादसा हो सकता है। वहीं मौके से रामदेव का मोबाइल भी गायब था, जो उसकी गर्ल फ्रेंड के पास होने की संभावना है। इसलिए पुलिस उस छात्रा से भी पूछताछ कर रही है। वहीं पुलिस उसके दो रूम पार्टनर को भी पूछताछ के लिए थाने ले गई।

पिता बीएसएफ में असम में तैनात, मामा ने करवाया मुकदमा :

रामदेव के मामा नाड़सर निवासी रामविलास जलवानिया ने अज्ञात शख्स के खिलाफ अपने भानजे की हत्या का मामला दर्ज करवाया है। उनका कहना है कि रामदेव सुसाइड नहीं कर सकता, उसकी कोई हत्या कर सकता है। रामदेव के पिता ओमप्रकाश असम में बीएसएफ में तैनात हैं। उनके एक बेटी भी है।

डीपीएस के बच्चों के साथ रात को पार्टी में हुआ था शामिल :

रामदेव रविवार रात को कॉलेज परिसर स्थित डीपीएस के बच्चों द्वारा सब जूनियर नेशनल साइकिल पोलो जीतने की खुशी में आयोजित पार्टी में शामिल हुआ था। उसने बच्चों के संग रात को डीजे पर डांस और मौज-मस्ती की थी। इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया।

एक साल कॉलेज से बाहर रहा, पिछले साल दोबारा एडमिशन मिला :

रामदेव ने करीब डेढ़ साल पहले कॉलेज में बस की सीट फटी होने का विरोध किया था। इसके बाद उसे कॉलेज से निकाल दिया गया था। इसके बाद वह बेंगलुरु चला गया। वह पिछले साल वापस आया और कॉलेज में उसे रि-एडमिशन दिया गया। वह कॉलेज में रक्तदान भी करता था।




इसलिए है आत्महत्या या हादसे पर संदेह :

- छात्र 56 फीट ऊंचाई से कूदा, जबकि शरीर पर चोट के निशान नहीं थे।

- छत पर चप्पलें व्यवस्थित पड़ी मिलीं।

- गर्ल्स हॉस्टल की सबसे ऊपर वाली खिड़की की साइज एक गुना डेढ़ फुट है, जिसमें रामदेव का घुसना मुश्किल था, जबकि मौके पर खिड़की का कांच हटाकर साइड में रखा हुआ था।

- रामदेव गर्ल्स हॉस्टल में गया, लेकिन वहां की वार्डन को पता ही नहीं चला।

- छत या ऊपर की खिड़की से कूदता तो शव दीवार से दूर गिरा हुआ मिलता, कि सटा हुआ सीधा निद्रासन की हालत में।

- हादसे वाले दिन बॉयज हॉस्टल में वार्डन या उसका कोई सहयोगी नहीं था।

आदर्श जाट महासभा ने जताया विरोध :

रामदेव के शव के पास बैठकर उसके परिजनों, स्टूडेंट्स और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान अखिल भारतीय आदर्श जाट महासभा के प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश बेनीवाल ने चेतावनी दी कि जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होगी, शव का पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे। मौके पर एसीपी वेस्ट अर्जुनसिंह राजपुरोहित केएचबी थानाधिकारी आनंदसिंह राजपुरोहित समझाइश की।

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