सोमवार, 19 दिसंबर 2016

एक साल पहले किया था प्रेम-विवाह, फिर भी रिश्तों में आ गई दरार

एक साल पहले किया था प्रेम-विवाह, फिर भी रिश्तों में आ गई दरार

एक साल पहले किया था प्रेम-विवाह, फिर भी रिश्तों में आ गई दरार
पाली। रणकपुर जैन मंदिर परिसर में महिला की हत्या में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पड़ताल में यह सामने आया है कि महिला और उसके फरार पति ने एक साल पहले ही प्रेम विवाह किया था। सिक्योरिटी कंपनी में महिला का बतौर गार्ड कोई रिकॉर्ड भी नहीं है। इसके अलावा जिस कंपनी को वर्तमान में ठेका दिया गया है उसका पूर्व में यहीं सेवाएं देते हुए विवाद हुआ था। महिला पूजा की हत्या के मामले में दूसरे दिन पति नंदकिशोर की तलाश में तीन टीमों को अलग-अलग स्थानों पर रवाना किया है। रविवार को पूजा के परिजन भी सादड़ी पहुंच गए। परिजनों ने बताया कि पूजा व नंदकिशोर ने एक साल पहले ही प्रेमविवाह किया था। परिजनों ने यह भी बताया कि उन दोनों में एेसा भी कुछ विवाद नहीं था कि हत्या की नौबत आए। सादड़ी थाना प्रभारी हरचंद देवासी ने बताया कि इस हत्या को लेकर सिक्योरिटी इंचार्ज डूंगरसिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले की सच्चाई आरोपित पति के पकड़ में आने के कारण सामने आएगी।

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पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी फुटेज

पुलिस ने रविवार को पुलिस ने मंदिर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में आरोपित पति नंदकिशोर मंदिर के मेन गेट से बाहर निकलता नजर आ रहा है। पुलिस ने नंदकिशोर के हुलिए के आधार पर तलाश शुरू कर दी है।

प्रभारी व ट्रस्ट के पास नहीं जानकारी

पुलिस ने रविवार को मंदिर में तैनात प्रभारी व पेढ़ी के पास से सभी सुरक्षा कार्मिकों की जानकारी मांगी मंदिर में 26 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, इनमें से कई कार्मिक अप्रशिक्षित हैं। उन्हें किसी भी प्रकार का अनुभव नहीं है। कार्मिकों को यह भी पता नहीं है कि उन्हें मंदिर में किस कार्य के लिए एजेंसी ने नियुक्त किया है। हालांकि पुलिस ने जब सुरक्षा एजेंसी के एम.डी राज शेखावत ने बात की तो सभी कार्मिकों का रिकार्ड होने की बात कही।

पूर्व में एजेंसी और पुजारियों के बीच विवाद

पड़ताल में सामने आया कि मंदिर में रेड फॉक्स सिक्योरिटी प्रोटेक्शन एजेंसी अहमदाबाद द्वारा सेवाएं दी जा रही है। दो साल पहले भी इस एजेंसी द्वारा मंदिर में सेवाएं दी जाती थी। उस दौरान एजेंसी के सुरक्षाकर्मी व मंदिर के पुजारियों के बीच विवाद हो गया था। यह मामले थाने तक पहुंच गया था, इस विवाद के बाद मंदिर ट्रस्ट ने एजेंसी की सेवाएं समाप्त कर दी थी। लेकिन इसी माह 9 तारीख को फिर से इसी एजेंसी को सुरक्षा की जिम्मेदारी दे दी गई।

पूजा नहीं थी एजेंसी की कर्मचारी

पड़ताल में यह भी सामने आया है कि पूजा सुरक्षा एजेंसी की कर्मचारी नहीं थी। हालांकि पुलिस ने अभी इस बात से इनकार किया है। ड्यूटी रजिस्टर में पूजा के हस्ताक्षर किए हुए हैं। सुरक्षा एजेंसी के एमडी शेखावत का कहना है कि पूजा का पति नंदकिशोर उनकी कम्पनी में बाउंसर है। कम्पनी ने नंदकिशोर को रणकपुर मंदिर में सुरक्षा कार्य के लिए भेजा था।

वर्जन :- राणकपुर जैन मन्दिर पर तैनात सुरक्षा एजेन्सी के कार्मिकों से रविवार को पूछताछ की गई। इनमें कई सुरक्षा कार्मिक अप्रशिक्षित अनुभवहीन हैं। कार्मिकों की संदिग्ध गतिविधियों के मद्देनजर पुलिस ने मन्दिर पेढ़ी व सिक्योरिटी प्रभारी से इन सभी कार्मिकों से सम्बन्धित दस्तावेज मांगे हैं। जिनकी थानों से गहन पड़ताल की जाएगी। पुलिस के तीन दल आरोपित की तलाश में रवाना किए गए हैं।

- हरचंद देवासी, थाना प्रभारी, सादड़ी

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