रविवार, 4 अक्तूबर 2015

दादरी हत्याकांड: अखलाक के परिजनों से मिले सीएम अखिलेश यादव, 45 लाख रुपये मुआवजा देने का किया ऐलान



 दादरी हत्याकांड: अखलाक के परिजनों से मिले सीएम अखिलेश यादव, 45 लाख रुपये मुआवजा देने का किया ऐलानदादरी हत्याकांड: अखलाक के परिजनों से मिले सीएम अखिलेश यादव, 45 लाख रुपये मुआवजा देने का किया ऐलान

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देश में राजनीतिक हलचल पैदा करने वाले बिसाहड़ा कांड के पीड़ित परिवार से आज मुलाकात करके हर सम्भव मदद और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया। सीएम ने कहा कि इस मामले में राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी लोग ऐसे मामलों में सियासत नहीं करते हैं। देश की ताकत आपसी भाईचारा है, यह खत्म नहीं होना चाहिए। सरकार पीड़ित परिवार को पूरी मदद करेगी, जरूरत पड़ी तो सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। उन्होंने पीड़ित परिवार को 30 लाख रुपए देने का ऐलान किया। साथ उसके तीनों भाइयों को 5-5 लाख देने का ऐलान किया।


 सीएम अखिलेश बोले-अखलाक के परिवार को मिलेगा न्याय

 मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर हाल में गौतमबुद्धनगर के बिसाहड़ा गांव में गत सोमवार को भीड़ के हमले के मामले में पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, इस दुख की घड़ी में हम दुख बांट सकते हैं। हमने पूरे परिवार के सदस्यों को भरोसा दिलाया कि न्याय होगा और दोषी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

उन्होंने कहा, परिवार दुखी है। जिस गांव में वे ना जाने कब से रहते थे, एक दूसरे से व्यवहार भी अच्छा था लेकिन पता नहीं यह जहर किसने घोल दिया। वे सोच भी नहीं सकते थे कि ऐसा हो जाएगा। मैं उन्हें और देश को फिर भरोसा दिलाता हूं कि परिवार की मदद होगी। अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार भीड़ के हमले में घायल हुए अखलाक के बेटे का इलाज कराएगी। परिवार जहां बेहतर इलाज समझे, सरकार वहां उसका इलाज कराएगी। सरकार परिवार के रहने का इंतजाम कराएगी और अगर नौकरी देनी होगी तो वह भी देगी। हालांकि उन्होंने इस मामले की जांच के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।




गौरतलब है कि दादरी के बिसाहड़ा गांव में गत 28 सितम्बर की रात अफवाहें फैली थीं कि 50 वर्षीय मुहम्मद अखलाक के घर में गौमांस रखा है। इसे लेकर उग्र हुई भीड़ ने अखलाक के घर पर धावा बोलकर उसकी तथा उसके परिजन की बेइंतहा पिटाई की थी, जिससे अखलाक की मौत हो गयी थी तथा उसका 22 साल का बेटा गम्भीर रूप से घायल हो गया था।




उन्होंने कहा, मैं बिसहड़ा गांव नहीं पहुंच पाया। मैंने ठीक समझा कि उन्हें (पीड़ित परिवार) यहां बुला लूं और बैठकर उनसे बात कर लूं। हम दुख ही बांट सकते हैं, लेकिन जो दृश्य उन्होंने देखा है वह उनके दिमाग से नहीं निकल सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में तमाम जाति के लोग मिलकर रहते हैं। यही हमारी संस्कृति और ताकत भी है। हमारा सामाजिक और धर्मनिरपेक्षतापूर्ण तानाबाना खत्म ना हो, यह और मजबूत हो, इस बारे में हमारे युवाओं को भी सोचना होगा।




बिसाहड़ा कांड में मारे गये अखलाक के बड़े भाई अख्तियार अहमद ने इस दुख की घड़ी में साथ देने के लिये मीडिया और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा, हम अपनी सरकार से न्याय की आशा करते हैं, इसीलिये मुख्यमंत्री जी से मिले हैं। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान ही पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव को बुलाया। इस मौके पर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुहम्मद आजम खां, लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल यादव तथा विधान परिषद सदस्य आशु मलिक भी मौजूद थे।




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