मंगलवार, 19 मई 2015

बाड़मेर केयर्न के विरोध में ग्रामीणों का धरना जारी



बाड़मेर केयर्न के विरोध में ग्रामीणों का धरना जारी
बाड़मेर

पिछले दो वर्ष से केयर्न इण्डिया के माध्यम से पर्यावरण के लिए विभिन्न ग्रामों जैसे- चैखला, गोलिया जेतमाल व सांचैर इत्यादि स्थानों पर संकल्प तरू फाउण्डेशन व गा्रमवासियों द्वारा पौधारोपण कर उनकी देखभाल भी नियमित रूप से की जा रही थी। उक्त पौधों का संरक्षण केयर्न इण्डिया के प्रायोजन से होना था। किन्तु कुछ दिन पूर्व कम्पनी द्वारा संकल्प तरू फाउण्डेशन को बिना कोई कारण बताए बीच में ही कार्यमुक्त कर दिया गया जिससे संस्था एवं ग्रामवासियों द्वारा लगाए गए पौधे मरणासन्न स्थिति में पहुंच गए हैं और एक बार फिर क्षेत्र में पर्यावरण पर खतरा मंडराने लग गया है।

उल्लेखनीय है कि इन पौधों की देखरेख एवं संरक्षण की जिम्मेदारी केयर्न इण्डिया की थी लेकिन पिछले कई दिनों से केयर्न इण्डिया द्वारा इन सारे पौधों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया है। कम्पनी द्वारा न तो इन पौधों की सुरक्षा की जा रही है और ना ही उन्हें पानी पिलाने की कोई व्यवस्था ही की जा रही है। परन्तु ग्रामीणों ने जिन पौधों को विषम परिस्थितियों में अपनी मेहनत के बलबूते पर खड़ा किया था वे पर्यावरण के प्रति अपनी कटिबद्धता दिखाते हुए संकल्प तरू फाउण्डेशन को केयर्न इण्डिया द्वारा कार्यमुक्त किए जाने के बावजूद भी पौधों की देखरेख एवं सिंचाई अब भी जारी रखे हुए हैं जो कि सीमित संसाधनों के चलते बहुत ज्यादा दिनों तक करना संभव नहीं हो पाएगा।

केयर्न इण्डिया द्वारा पूर्व में भी कई बार संकल्प तरू का भुगतान रोका जा चुका है। जिससे पौधों के संरक्षण का कार्य बाधित हुआ व उनके विकास पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। परन्तु इन सबके बावजूद भी संस्था व ग्रामवासियों ने पौधों के संरक्षण का कार्य बदस्तूर जारी रखा।

ग्रामीणों द्वारा पौधों की सुरक्षा एवं संरक्षण को लेकर केयर्न इण्डिया के न्यूज क्लब स्थित कार्यालय एवं जिला कलक्टर कार्यालय के सामने पिछले दो दिनों से धरना दिया जा रहा है। ग्रामीणों की मांग है कि केयर्न इण्डिया पौधों के संरक्षण का कार्य पुनः पूर्व की भांति आरम्भ करें एवं क्षेत्र में पर्यावरण के प्रति अपना योगदान जारी रखे। ऐसा नहीं किए जाने पर इसे विशाल जन आंदोलन का रूप दिया जाएगा एवं आवश्यकता होने पर ग्रामीणों द्वारा भूख हड़ताल भी की जाएगी।

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