मंगलवार, 26 मई 2015

केन्द्रीय राज्यमंत्री जाट के घर के बाहर कांग्रेसियों ने किया विरोध प्रदर्शन



अजमेर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के निर्देश पर केन्द्र की मोदी सरकार के एक साल के कार्यकाल में असफलता एवं गलत नीतियों को लेकर कांग्रेस की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। मंगलवार को डाक बंगले से रैली के रूप में रवाना होकर कार्यकर्ता सिविल लाइंस स्थित केन्द्रीय राज्यमंत्री सांवर लाल जाट के निवास के बाहर पहुंचे जहां नारेबाजी की।
हाथों में तख्तियां थामे कार्यकर्ता मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए चल रहे थे। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता, देहात अध्यक्ष नाथूराम सिनोदिया के नेतृत्व में कांग्रेस एकजुट नजर आई। रैली के साथ पुलिस का जाब्ता भी तैनात रहा।

मोदी सरकार ने जनता को किया गुमराह
पीसीसी सचिव एवं शहर जिला अध्यक्ष रलावता ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिन उम्मीदों से जनता ने केन्द्र में मोदी सरकार बनाई आज हताश व निराश है। मोदी सरकार ने मात्र दिखावा किया है। जिन वादों के साथ भाजपा ने चुनाव लड़ा उन्हें आज तक पूरा नहीं किया। महंगाई आसमान चढ़ गई है, पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। मोदी सरकार घमण्ड में चूर है।
देहाज अध्यक्ष सिनोदिया ने कहा कि आज जनता को पानी, बिजली समय पर नहीं मिल रही है। किसानों को ओलावृष्टि व खराबे का मुआवजा नहीं दिया फिर कैसी अच्छे दिन आ गए? नसीराबाद विधायक रामनारायण गुर्जर, पूर्व विधायक श्रीगोपाल बाहेती, पूर्व विधायक ललित भाटी, पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, पूर्व विधायक हाजी कय्यूम सहित अन्य नेताओं ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
जमकर किया विरोध
उपाध्यक्ष कैलाश झालीवाल, सचिव राजनारायण आसोपा, प्रमिला कौशिक, सुकेश कांकरिया, राजेन्द्र नरचल, चन्द्रभान खंजन, प्रताप यादव, सेवादल के जिला मुख्य संगठक शैलेन्द्र अग्रवाल, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सबा खान, फिरोज खान, राकेश सिवासिया, पार्षद नौरत गुर्जर, कमल बैरवा, वैभव जैन, राजेन्द्र वर्मा, संदीप रिचर्ड, विवेक पाराशर, कमल गंगवाल, विकास सहित कई कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों का जमकर विरोध किया।
वादे धरे रह गए, बढ़ी समस्याएं-विदेशों से कालाधन वापस लाकर हर नागरिक के खाते में 15 लाख जमा कराने का वादा।-समर्थन मूल्य पर खेती पर हुए पूरे खर्च के ऊपर 50 प्रतिशत मुनाफा दिलाने का वादा किया था।-प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में एक किलोमीटर सड़क भी नहीं बनी।-पेट्रोलियम पदार्थों की अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें आधी से भी ज्यादा गिरने के बावजूद केन्द्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई, 90 हजार करोड़ रुपए का फायदा इस पेटे सरकार को हुआ लेकिन इसके अनुपात में जनता को राहत देने का काम नहीं किया।

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