रविवार, 17 मई 2015

मृगवन में गूंजी पैंथर की दहाड़

मृगवन में गूंजी पैंथर की दहाड़


चित्तौडग़ढ़। गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही दुर्ग स्थित मृगवन में फिर से पैंथर की दहाड़ सुनाई देने लगी है।

पैंथर ने मृगवन में एक चीतल को भी शिकार बनाया है जिसका अंतिम संस्कार किया गया।

दुर्ग स्थित मृगवन में काफी संख्या में चीतल व सांभर है।

दो दिन पूर्व मृगवन के प्रवेश द्वार से मात्रा आधा किलोमीटर आगे की ओर ही पैंथर ने एक चीतल को अपना शिकार बनाया।

पैंथर मौके पर ही चीतल के काफी हिस्से को खा लिया। इसकी बुधवार रात किसी को जानकारी भी नहीं मिल पाई।

मृगवन के स्टाफ ने झाडिय़ों में चीतल का शिकार किया शव पड़ा देखा। इसकी सूचना पर शाम को वन विभाग के अधिकारी मुख्य वन संरक्षक वीएस राणा, उपवन संरक्षक वन्य जीव मुकेश सैनी आदि मृगवन पहुंचे तथा मौका देखा।

वन विभाग की ओर से चीतल का मौके पर ही पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार करवाया गया। पैंथर के दुर्ग की दीवारों से चढ़ कर मृगवन में आने की संभावना जताई जा रही है।

मौके पर मिल रहे हैं निशान

मृगवन में तीन-चार दिनों से पैंथर के पगमार्क दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद से चौकसी बढ़ा दी गई थी। गर्मी के मौसम में ही पैंथर के मृगवन में आने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

पूर्व के वर्षों में भी ऐसा ही हुआ है। दुर्ग की पहाड़ी के पीछे की ओर घने जंगल में पैंथर की आवाजाही से इंकार नहीं किया जा सकता।

इन दिनों तेज गर्मी के दौर में भी तीन वाटर कुण्ड में पर्याप्त पानी है। इसके चलते भी पैंथर के यहां आने से इंकार नहीं किया जा सकता।

ट्रेप कैमरा लगाएंगे

पैंथर ही हलचल शुरू होने के साथ ही वन विभाग की ओर से दुर्ग की प्राचीर पर ट्रेप कैमरा लगाया जाएगा।

जिससे, इसकी सीमा में आते ही पैंथर का फोटो क्लिक हो जाएगा। मृगवन में आने के संभावित स्थान पर कैमरा लगाया जा सकता है।

साथ ही विभाग मृगवन में स्टाफ को बढ़ाएगा।

सुरक्षा का भी रखा जाएगा ध्यान

पैंथर के मूवमेंट को देखते हुए आसपास के इलाके की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा।

गर्मी के चलते पैंथर रिहायशी इलाके की तरफ भी अपना मूवमेंट कर सकता है। वन विभाग की तरफ से इस का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा कि ऐसा न हो।

वन विभाग के अनुसार मृग वन में पानी और शिकार की बहुतायत के चलते पैंथर का मूवमेंट इस तरफ ज्यादा हो रहा है और गर्मी बढऩे के साथ इसके यहां पर दिखने के आसार भी ज्यादा होंगे।

पहले भी हुई घटनाएं

दुर्ग स्थित मृग वन पर पूर्व के वर्षों में भी पैंथर के चीतल व सांभर के शिकार की घटनाएं हो चुकी है। उसके बाद से वन विभाग ने सतर्कता भी बढ़ा दी।

विशेष तौर पर गर्मी के मौसम में यह घटनाएं अधिक होती है।

तलाश रहे हैं

पैंथर के मृगवन में आने के पगमार्क मिले हैं। दो दिन पूर्व एक चीतल का भी शिकार किया है, जिसका पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार कराया है। पैंथर के मृगवन में आने वाले रास्ते की तलाश की जा रही है।

मुकेश सैनी, उपवन संरक्षक, वन्य जीव, चित्तौडग़ढ़

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