बुधवार, 18 मार्च 2015

"ऎसे तो किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिलेगा"

"ऎसे तो किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिलेगा"

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसलों के सर्वे में मानवीय पहलू को नजरंदाज कर रही है जिससे किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिल पाएगा।




गहलोत ने बीकानेर जिले में बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद बुधवार को पत्रकारों से कहा कि जयपुर में बीकानेर तक रास्ते में किसानों की समान शिकायत है कि जिला प्रशासन फसलों के खराबे का ढंग से सर्वे नहीं कर रहा हैं।




उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर की निगरानी में गांव-गांव में सर्वे होना चाहिए। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि सर्वे के दौरान मानवीय नजरिया नहीं अपनाया गया तो किसानों को पूरा मुआवजा नहीं मिल पाएगा।




गहलोत ने कहा कि मौसम की मार से राज्य में 20 से अधिक लोग मारे गए है। साथ ही भेड़ बकरी और अन्य जानवर ही नहीं बल्कि तोते मोर जैसे पक्षी भी मरे हैं।




उन्होंने कहा कि बीकानेर जिले के बिग्गारामसरा गांव में तो अजीब स्थिति हैं। वहां तूफान से करीब 200 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं। बाड़े से बकिरयां लापता हो गई। मशीनें उखड़कर दूर चली गई। फसलें तो पूरी तरह तबाह हो चुकी हैं।




इससे स्थिति की भयावहता का अंदाज लगाया जा सकता है। गहलोत ने कहा कि राज्य में बेमौसम बारिश ओलावृष्टि तेज हवाएं तूफान में नुकसान हुआ है उसे देखते हुए नियम से हटकर किसानों की मदद करनी चाहिए।

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