मंगलवार, 9 दिसंबर 2014

सरहदी इलाके में बढ़ते जा रहे अनजाने चेहरे

सरहदी इलाके में बढ़ते जा रहे अनजाने चेहरे

बाड़मेर/जैसलमेर। जम्मू कश्मीर मे आतंकी हमले और पड़ौसी जिले बाड़मेर मे मिली नकली भारतीय मुद्रा की घटनाओ के बाद पाक सीमा से सटे सरहदी जैसलमेर मे सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। ऎहतियात के तौर पर सीसुब, सुरक्षा एजेसियां व पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है, लेकिन जैसलमेर मे आंतरिक सुरक्षा को लेकर आशंका का दौर अभी थमा नहीं है। कारण यह है कि सरहदी जैसलमेर जिले मे इन दिनो बाहरी लोगो की तादात बढ़ रही है। इनमे से कई अनजान चेहरे हैं, जिनका सत्यापन नहीं हो रखा है। यहां ऎसे कई लोग आ गए हैं, जिन्होने एकाएक जैसलमेर को अपनी कर्मस्थली बना दिया। कोई भी उनके बारे मे विशेष व ज्यादा कुछ नहीं जानता। रोजगार के लिए बड़ी संख्या मे बाहरी लोग पोकरण, फतेहगढ़, रामगढ़, मोहनगढ़, सम,नाचना सहित कई सरहदी क्षेत्रो मे ऊर्जा कं पनियो मे मजदूरी के कार्य से जुड़े हैं या फिर मजदूरी के लिए निजी निर्माण कार्यो मे लगे देखे जा सकते हैं। इनके अलावा स्वर्णनगरी की कई होटलो व रेस्टोरेंट्स मे भी रोजगार से जुड़े कई बाहरी लोगो के बारे मे किसी को कोई जानकारी नहीं है। 

Border security has been increased in Jaisalmer

कौन रोके इन्हे
बिना रोक-टोक के रोज सैकड़ो लोग प्रतिबंधित इलाकों में आ-जा रहे हैं। जिले के प्रतिबंधित क्षेत्रो मे बेरोकटोक आवाजाही का दौर अभी तक थमा नहीं है। इसके लिए न कोई नियम आड़े आ रहे हैं न ही कानून-कायदे। प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों में प्रवेश के लिए वैधानिक अनु मति जरूरी है। क्रिमिनल संशोधन एक्ट 1996 के तहत अधिसूचित थाना क्षेत्रों में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है। जैसमलेर में 2008 में बार्डर को बेचने के मामले के बाद इस कानून को सख्त किया गया है। बिना परमिशन मिलने पर व्यक्ति के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर सकती है। हकीकत यह भी है कि इन क्षेत्रो मे बाहर से संदिग्ध लोग बेरोकटोक आते भी हैं और रह भी रहे हैं। निजी बसो या किराए पर लिए वाहनो मे आए दिन लोग यहां इन प्रतिबंधित गांवों में आवाजाही करते आसानी से देखे जा सकते हैं।
इन बातो पर ध्यान देना है जरूरी 

निर्घारित किराए से कहीं ज्यादा किराया देने पर लालच मे न आएं और सावधान हो जाएं।
घरो के पिछवाड़े आवाजाही करने वाले लोगो पर नजर रखे।
अजनबी व्यक्ति को कभी घर के भीतर न घुसने दे।
होटल, दुकान, फैक्ट्री या रेस्टोरेट मे बिना सत्यापन किसी को नहीं दे नौकरी।
सोशल साइट पर कभी भी बैंक अकाउंट व अपनी व्यक्तिगत जानकारी नहीं लिखें।
संदिग्ध लोगो की सूचना संबंधित थाने या एसपी कार्यालय को दे।
देर रात्रि मे घरो के आसपास घूमने वाले लोगो पर नजर रखे और संदेह होने पर पुलिस को सूचना देवे।

पुलिस से यह है अपेक्षा
जिले के बाहर से आए लोगों की पहचान बताने के लिए कंपनियों को नोटिस देने की जरूरत।
शहर के मुख्य मार्गो पर पुलिस की गश्त बढ़ाने व भीतरी मोहल्लो मे चौकसी बढ़ाने की दरकार।
बीट कांस्टेबल संबंधित क्षेत्र मे जाकर हर व्यक्ति का बायोडाटा एकत्रित करे।
सादा वस्त्रो मे भी पुलिस की टीम सार्वजनिक स्थलो पर तैनात रहे।
-पूर्व मे वारदाते घटित होने वाले स्थानो पर बढ़ाई जाए गश्त
अवैध वाहनो की तलाशी के लिए विशेष ऑपरेशन चलाया जाए।

1 टिप्पणी:

  1. सार्थक सामयिक चिंतन ..
    सरकार को समय रहते जरुरी कदम उठाना चाहिए वर्ना घुसपैठ में कोई भी घुस आएगा जो देश के लिए खतरा हो सकता है ...

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