शनिवार, 23 जुलाई 2011

धोरों पर किसी भी सूरत में नहीं लगने देंगे विंड मील


धोरों पर किसी भी सूरत में नहीं लगने देंगे विंड मील
मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा
जैसलमेर पर्यटन व्यवसाय पर विंड मील लगने से संभावित विपरीत प्रभाव को देखते हुए पर्यटन व्यवसायी व ग्रामीण एकजुट हो गए हैं। विंड मील के लिए राज्य सरकार द्वारा टूरिस्ट ट्रैक पर आवंटित की गई जमीन के विरोध में स्थानीय पर्यटन व्यवसायी व पर्यटन पर निर्भर ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा,उन्होंने कहा किसी भी सूरत में धोरों पर विंड मील नहीं लगने देंगे । आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार को राज्य सरकार के इस फैसले के विरुद्ध जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।सुबह 10 बजे गड़सीसर चौराहा से रवाना हुआ जुलूस गांधी चौक, हनुमान चौराहा होता हुआ कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचा। जहां कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा गया।

1890 बीघा जमीन आवंटित 

राज्य सरकार ने सम व आसपास के गांवों के मखमली धोरों के पास करीब 1890 बीघा जमीन पवन ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए मुंबई की मै. विश विंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लि. को आवंटित की है। कंपनी द्वारा इस क्षेत्र में 159 मेगावाट विंड एनर्जी फार्म की स्थापना की जाएगी। दामोदरा में 342 बीघा, दूजासर में 75, जामड़ा में 32, खाभा में 15, कन्नोई में 547, केसुओं की बस्ती में 217, डेढ़ा में 90, सलखा में 180 व सियालों की बस्ती में 360 बीघा जमीन आवंटित की गई है

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