मंगलवार, 12 जुलाई 2011

अफगानिस्‍तान के राष्‍ट्रपति हामिद करजई के सौतेले भाई की हत्‍या

काबुल. अफगानिस्‍तान के राष्‍ट्रपति हामिद करजई के सौतेले भाई की हत्‍या कर दी गई है। अहमद वली करजई को उनके पूर्व बॉडीगार्ड ने उनके घर पर ही गोली मार दी। फिलहाल हत्‍या के कारणों का पता नहीं चल सका है। करजई के भाई की हत्‍या की जिम्‍मेदारी लेते हुए तालिबान ने इसे अपनी 'सबसे बड़ी उपलब्धियों' में से एक करार दिया है।

कंधार प्रांत के गवर्नर तूरयलाई वेसा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि अहमद वली की उस वक्‍त हत्‍या कर दी गई जब उनके घर कई लोग जुटे थे। शुरू में खबर आई कि अहमद वली के किसी दोस्‍त ने ही उन्‍हें गोली मार दी है लेकिन बाद में गवर्नर के प्रवक्‍ता ने इस बात की पुष्टि कि उनके बॉडीगार्ड ने ही गोली मार दी है। गोली लगने के बाद करजई को अस्‍पताल ले जाया गया। कंधार अस्‍पताल के प्रमुख मोहम्‍मद दाऊद फरहद ने कहा कि करजई के सिर और छाती में गोली लगी।

अहमद वली कंधार प्रांतीय परिषद के प्रमुख भी थे। करजई एक विवादास्‍पद राजनेता रहे हैं और कुछ लोग उन्‍हें पश्‍तूनों के हक की लड़ाई लड़ने वाला राजनेता भी मानते हैं। आलोचकों का कहना है कि अहमद वली विद्रोहियों के नेता थे जिनपर भ्रष्‍टाचार के आरोप थे। इससे पहले 2009 में उनपर जानलेवा हमला हुआ था।

करजई के हत्‍यारे की पहचान सरदार मोहम्‍मद के रूप में की गई है जो उनका पूर्व अंगरक्षक और दोस्‍त भी था। करजई पर हुए हमले के बाद उनके पूर्व बॉडीगार्ड सरदार मोहम्‍मद सहित चार अंगरक्षकों की भी हत्‍या कर दी गई है। अफगानिस्‍तान के बेहद प्रभावशाली नेताओं में एक करजई चेल्‍सी फुटबॉल क्‍लब के फैन भी थे।

हालांकि तालिबान ने इस हत्‍या की जिम्‍मेदारी ली है लेकिन कई जानकारों का मानना है कि वली करजई के दुश्‍मनों ने ही उन्‍हें मौत के घाट उतार दिया होगा। अफगानिस्‍तान एनालिस्‍ट नेटवर्क के सह-निदेशक थॉमस रटिंग कहते हैं, ‘हालांकि मैं इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ नहीं कह सकता तालिबान ने ही वली करजई की हत्‍या की है क्‍योंकि उनके कई दुश्‍मन भी थे।’ राष्‍ट्रपति करजई के वरिष्‍ठ सलाहकार मोहम्‍मद युसूफ पख्‍तून ने कहा है कि वली करजई की हत्‍या से दक्षिणी अफगानिस्‍तान में सुरक्षा पर बड़ा असर पड़ेगा।

करजई अफगानिस्‍तान में अमेरिका और सहयोगी सेनाओं के प्रबल समर्थक थे लेकिन उन पर ड्रग्‍स तस्‍करी के आरोप भी लगे हैं। अफगानिस्‍तान में आतंक के खिलाफ जंग लड़ रही अंतरराष्‍ट्रीय सेनाओं ने करजई की मौत पर दुख व्‍यक्‍त किया है। अफगानिस्‍तान में नाटो की अगुवाई में गठबंधन सेना का नेतृत्‍व कर रहे जनरल डेविड एच पेट्रॉस ने वली करजई की हत्‍या पर शोक व्‍यक्‍त किया है।

इस बीच फ्रांस के राष्‍ट्रपति निकोलस सरकोजी अचानक अफगानिस्‍तान पहुंचे। सरकोजी ने कापिसा प्रांत में सैन्‍य शिविर का दौरा किया जहां फ्रांस की अधिकतर सेना नाटो के तहत आतंकवादियों का मुकाबला कर रही हैं। करजई ने कहा कि अगले साल के आखिर तक फ्रांस के 1000 सैनिक वापस लौटेंगे। 

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