मंगलवार, 5 जुलाई 2011

‘काला धन वापस आए’


काला धन वापस आए’.....मेजर मानवेंद्र सिंह

बाड़मेर भ्रष्टाचार, महंगाई और कालेधन की जड़ें एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। वाजपेयी सरकार में पेट्रोल व डीजल के दाम सात बार बढ़े , लेकिन छह बार दाम घटे भी थे। जब इनके दाम बढ़ते हैं तो अन्य चीजों के दामों में भी वृद्धि होती है। संयुक्त राष्ट्र के सर्वे में पाया गया कि भ्रष्टाचार और कालेधन के एकाउंट में 55 प्रतिशत हिस्सा भारत का है। यह कालाधन वापस देश में वापस आ जाए तो शिक्षा, समाज, गावों का विकास किया जा सकता है। यह कहना है बाड़मेर के पूर्व सांसद मेजर मानवेंद्र सिंह का। वे सोमवार को भाजपा की ओर से माहेश्वरी भवन में महंगाई, भ्रष्टाचार, कालाधन व अत्याचार के खिलाफ आयोजित संगोष्ठी में लोगों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि दालों के दामों में आई तेजी ने हर रसोई को प्रभावित किया है। इस बारे में जब प्रधानमंत्री से बात की गई तो उनका कहना था कि यहां के लोग दाल छोड़ कर आलू भी खा लेते हैं। यही नहीं यूपीए सरकार में 2जी स्पेक्ट्रम, कॉमनवेल्थ खेल जैसे कई मामलों में घिरी है।

जर्मनी में भारतीयों के खाते

उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में जर्मनी सरकार ने अपने सभी विभागों से आंकड़े लेने के बाद भारत सरकार से कहा कि जर्मनी में पांच हजार खाते भारतीयों के हैं। जर्मनी सरकार ने भारत सरकार से आंकड़े लेने को कहा, लेकिन ये आंकड़े अभी तक नहीं लिए गए।

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