गुरुवार, 28 जुलाई 2011

गुरु-शिष्या प्रेम कहानी का नाटकीय ढंग से हुआ अंत


मेहसाणा। हाल ही चर्चा में रहा 50 वर्षीय विवाहित शिक्षक और 18 वर्षीय छात्रा के प्रेम प्रकरण का नाटकीय ढंग से अंत हो गया है। 15 दिन बाद पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद एक ही दिन में पूरी कहानी ऐसी बदली कि किसी को समझ में नहीं आया कि आखिर यह सब हुआ कैसे?

हम दोनों ने साथ जीने-मरने की कसम खाई है। समाज को भी चाहिए कि वह हमारे रिश्ते को मंजूरी दे दे... ये शब्द थे, बहुचर्चित होम्योपैथिक कॉलेज के अध्यापक से शादी करने वाली छात्रा के।

अनेक अटकलों के बीच शहर पुलिस स्टेशन में युवती और उसके परिवार के बीच घंटो तक चली बहस निष्फल रही थी। लेकिन शाम को अचानक अध्यापक और युवती ने एक-दूसरे से अलग होने का फैसला कर लिया और इस तरह 15 दिनों में इस प्रेम कहानी का अंत हो गया।




मेहसाणा के होम्योपैथिक कॉलेज का एक प्रोफेसर कॉलेज की ही एक छात्रा के साथ फरार हो गया और शादी कर ली। इस घटना को लेकर पूरे शहर में चर्चा का माहौल है। अहमदाबाद स्थित समाज कल्याण बोर्ड की डायरेक्टर ने शनिवार को कॉलेज प्रबंधन से मिलकर प्रोफेसर को सस्पैंड करने की मांग की है। इसके बाद बोर्ड ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और तत्काल छात्रा की खोज करने की मांग की।

जानकारी के अनुसार कॉलेज में बतौर प्रोफेसर राजेश आर. मेमदाणी (50) का कॉलेज की एक 19 वर्षीय छात्रा रोशनी से पिछले कुछ समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। राजेश यहां पिछले दस वर्षों से कार्यरत है। इसके अलावा राजेश दो बच्चों का पिता भी है। इसके बाद भी उसने छात्रा से प्रेम-विवाह कर लिया।

सबसे बड़ी बात यह है कि गुरु-शिष्या के संबंधों को शर्मसार कर देने वाली यह घटना गुरु-पूर्णिमा के दिन ही हुई। बताया जाता है कि प्रोफेसर ने छात्रा से इसी दिन शादी भी कर ली।
घटना की जानकारी होते ही अहमदाबाद में कार्यरत समाज कल्याण बोर्ड की डायरेक्टर अल्काबेन ब्रह्मभट्ट ने शनिवार को कॉलेज के ट्रस्टी मनुभाई पटेल से संपर्क किया। अल्काबेन ने कॉलेज प्रबंधन से मुलाकात कर तत्काल प्रभाव से अध्यापक को सस्पैंड करने की मांग की है। इसके अलावा बोर्ड ने पुलिस अधिकारियों से भी मुलाकात की और जल्द से जल्द छात्रा को खोजने की मांग की।

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