मंगलवार, 5 जुलाई 2011

42 साल बाद ख्वाजा के दर "शहंशाह"

 

42 साल बाद ख्वाजा के दर "शहंशाह"
 

अजमेर/
। बॉलीवुड के "शहंशाह" अमिताभ बच्चन ने सोमवार को सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में जियारत की। उन्होंने यहां मजार शरीफ पर मखमली चादर और फूल पेश किए। बच्चन ने आस्ताना शरीफ में जाली पर बंधा धागा खोलकर 42 साल पहले मांगी गई मन्नत उतारी। बच्चन दादा बनने वाले हैं। इसी खुशी से लबरेज वे सोमवार दोपहर पौने एक बजे दरगाह पहुंचे। उनके वहां पहुंचते ही प्रशंसकों के हुजूम ने उन्हें घेर लिया। जबरदस्त धक्का-मुक्की के बीच बच्चन दरगाह स्थित सोलहखम्बा गेट और शाहजहानी मस्जिद में से होते हुए आस्ताना पहुंचे। उनकी जियारत के दौरान दरगाह में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इसके बावजूद बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए। लोग गिरते-पड़ते रहे लेकिन सुपर स्टार बिग बी की एक झलक पाने के लिए उन्होंने इसकी परवाह नहीं की। यहां तक कि खुद बच्चन भी पसीने से तरबतर हो गए।

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