शुक्रवार, 24 जून 2011

दहेज के लोभी ........जब तक मरी नहीं करंट लगाते रहे

दहेज के लोभी ........जब तक मरी नहीं करंट लगाते रहे 
 




जयपुर। दहेज के लोभी एक परिवार ने बहू को तब तक करंट दिए जब तक वह मर नहीं गई। बाद में खानापूर्ति के लिए उसे अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने भी उसे मृत घोçष्ात कर दिया। यह खुलासा हुआ है शव के पोस्टमार्टम में। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के शरीर पर चोट के 16 निशान पाए गए हैं, जिसमें नौ निशान करंट के होना बताया जा रहा है। 

इन निर्मम हत्या में बाद पुलिस नहीं चेती और मामले में सिर्फ उसके पति को ही गिरफ्तार किया है, जो पेशे से सरकारी टीचर है। मृतका के परिजनों का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों के दबाव के बाद भी थाना स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और हत्यारे खुले घूम रहे हैं। 

ये है मामला 

पुलिस के अनुसार सिंकदरा क्षेत्र में रहने वाले त्रिलोक चंद्र ने अपनी बेटी रेखा की शादी नवम्बर 2008 में दौसा के ही लालसोठ क्षेत्र निवासी मुरारी लाल शर्मा के बेटे राकेश शर्मा से की थी। शादी में मुरारी लाल शर्मा की मांग के अनुसार दहेज देने की कोशिश की गई थी, लेकिन शादी के कुछ समय के बाद ही ससुराल पक्ष ने मिलकर रेखा पर अत्याचार करने शुरू कर दिए। 

आरोप है कि त्रिलोक चंद्र ने बेटी के ससुराल पक्ष के दबाच के चलते कई बार रूपयों की मांग पूरी भी की। इसके बाद भी ससुराल पक्ष के अत्याचार जारी रहे। पिछले महीने की बीस तारीख को सेवेरे रेखा अपने ससुराल में अचेत होकर गिर गई। उसके ससुराल पक्ष ने उसे एसएमएस अस्पताल भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने कई घंटों पहले ही उसकी मौत हो जाने की जानकारी दी। 

मेडिकल जांच में उसके शरीर पर चोट के सोलह निशान होनो पाया गया जिसमें से नौ निशान करंट के निकले। इस मामले में पुलिस ने रेखा के पति राकेश को गिरफ्तार किया है। जबकि अन्य आरोपी ससुर मुरारीलाल, सास कांति देवी और परिवार के अन्य लोग फरार हो गए हैं। रेखा के परिजनों का आरोप है कि इस बारे में लालसोठ पुलिस जांच मे ढिलाई बरत रही है। जबकि अन्य पुलिस अधिकारी मामले की जांच जल्द पूरी कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दे चुके हैं। 


दौसा में युवती को जिंदा जलाने का प्रयास
दौसा। दौसा के सिंकदरा थाना इलाके में रहने वाले एक युवती की जान पर बन आई है। गुरूवार रात से ही वह जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती है और बर्न वार्ड में अपने जीवन के लिए संघष्ाü कर रही है। उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने घर में घुसे बदमाश को छेड़छाड़ करने से रोका था। बदमाश ने उस पर खौलता तेल उढ़ेल दिया और फरार हो गया। मामले के बारह घंटे गुजर जाने के बाद भी निकम्मी सिंकदरा पुलिस नामजद बदमाश को नहीं दबोच सकी है। पुलिस के अनुसार गीजगढ़ गांव में रहने वाली सुनीता गुरूवार रात अपने दुमंजिला मकान की छत पर कड़ाही में खाना बना रही थी। 

इसी दौरान मकान के पिछले हिस्से से गांव में ही रहने वाला वीरेन्द्र उर्फ लाला राजपूत छत पर आ गया। उसने सुनीता का मुंह दबाकर उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। सुनीता ने विरोध किया और शोर मचाया तो वीरेन्द्र ने उस पर कडाही का खौलता तेल उढ़ेल दिया और वहां से फरार हो गया। सुनीता की चीख सुनकर परिजन दौडे और उसे दौसा अस्पताल में भर्ती कराया। हालात गंभीर होने के कारण उसे देर रात ही एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके चेहरा और शरीर का अन्य हिस्सा बुरी तरह से झुलस चुका है। 

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