शुक्रवार, 10 जून 2011

डीपीसी पर जबरन वेश्वावृति करने के लिए दबाब दिए जाने का आरोप


 डीपीसी पर जबरन वेश्वावृति करने के लिए दबाब दिए जाने का आरोप 

दुमका दुमका जिला सहिया प्रोग्राम कोर्डिनेटर पर वेश्वावृति कराने का चौकानेवाला गंभीर मामला सामने आया है।आदि जनजाति पहाड़िया समुदाय की एक सहिया ने डीपीसी पर जबरन वेश्वावृति करने के लिए दबाब दिए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत करते हुए उचित कार्यवाई की मांग की है।

ये है मामलामुफ सिल थाना अंतर्गत गादी करैया गांव की रहने वाली आदिम जनजाति पहाड़िय समुदाय की महिला सरस्वती देहरी ने डीपीसी सीमा पांडेय पर आरोप लगाया है कि ट्रेनिंग के नाम पर रांची ले जाकर वह सहियाओं से वेश्वावृति कराती है।

पीड़िता ने बुधवार को डीएसपी अवध बिहारी राम के कार्यालय पहुंचकर अपनी ब्यथा बताते हुए कहा कि बीते 28 मई को डीपीसी द्वारा उसे ट्रेनिंग के नाम पर रांची ले गई और नामकुम के एक होटल में ले गई । वहां पर उसे किसी दूसरे पुरू ष के साथ सेक्स करने के लिए दबाद देने लगी। लेकिन उसके विरोध करने पर वह उसे प्रताड़ित करने लगी। तीन दिनों तक डीपीसी द्वारा अलग-अलग जगहों में रख कर उसे दूसरे पुरूषों के साथ सेक्स करने के लिए दबाब दिय जाता रह। इसी क्रम में मौका देखकर वह रांची में रहने वाले एक रिश्तेदार को फोन कर बुलाया और वहां से भाग खड़ी हुई।

पीड़िता ने यहां मीडिया के समक्ष अपनी आप बीती बताते हुए कहा कि डीपीसी द्वारा पिछले कई सालों से सहियाओं के साथ किया जाता रहा है जो जांच के बाद उजागर हो जायेगा।

क्या कहते है डीएसपी

डीएसपी अवध बिहारी राम ने भास्कर द्वारा पूछे जाने पर कहा कि मामला गंभीर है इसलिए मुफ सिल थाना प्रभारी को पीड़िता क ा बयान दर्ज कर आगे की कार्यवाई करने का निर्देश दे दिया गया है। जांच के बाद कार्यवाई होगी।

सेवा से हटा दी गई है डीपीसी

इधर सिविल सर्जन डॉ. सुभान मुमरू ने भास्कर के साथ बातचीत में कहा कि डीपीसी का जो निर्धारित कार्यकाल होता है उसके पूरा हो जाने से उसे एक सप्ताह पूर्व ही सेवा से हटा दिया गया है।

डीपीसी ने अपना मोबाईल स्वीच ऑफ कर लिया

इस मामले के बाबत जब पूर्व डीपीसी सीमा पांडेय से उनके मोबाईल पर संपर्क करने की कोशिश की तो उनका मोबाईल स्वीच ऑफ मिला।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें