रविवार, 5 जून 2011

बाबा रामदेव के समर्थन में भाजपा का 'सत्‍याग्रह', राजघाट पर आडवाणी का अनशन



बाबा रामदेव के समर्थन में भाजपा का 'सत्‍याग्रह', राजघाट पर आडवाणी का अनशन


नई दिल्ली. बाबा रामदेव का मुद्दा अब बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुद्दा बन गया है। बीजेपी अब खुलकर बाबा रामदेव के समर्थन में आ गई है, जबकि कांग्रेस ने एकस्वर में बाबा की तीखी आलोचना की है। बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि बाबा रामदेव के अनशन को जबरन हटाने से आपातकाल की याद आ गई है और बीजेपी आज देशभर में २४ घंटे का अनशन कर रही है। आज शाम सात बजे राजघाट पर अनशन किया जाएगा।

कांग्रेस के कई मंत्रियों ने बाबा पर आरोप लगाया कि उन्होंने सरकार को धोखा देने की कोशिश की। इसी बीच समाजसेवी अन्ना हजारे ने पूरी घटना को कलंक बताया और आधी रात को रामदेव समर्थकों पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि अब ऐसा आंदोलन चलाए जाने की जरुरत है, जिससे सरकार को सबक सिखाया जाए।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र पर कलंक है और इसके लिए प्रधानमंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज से बीजेपी देशभर में २४ घंटे का अनशन करेगी। दिल्ली में राजघाट पर यह अनशन होगा, जिसके लिए पुलिस प्रशासन से इजाजत मांगी गई है। लेकिन यदि इजाजत नहीं भी मिलती, तो भी वे अनशन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने इसे लोकतंत्र पर काला धब्बा बताया।

पार्टी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए केंद्र सरकार ने यह कार्रवाई की है। उन्होंने भी पूरे मामले में केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस मुद्दे पर सरकार पर जमकर बरसे हैं। उन्होंने कहा कि यह रामलीला मैदान पर सरकार की रावणलीला है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार के अंत का आगाज है।

लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने बाबा रामदेव के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि जो टीवी या मीडिया में दिखाया जा रहा है वो रामलीला मैदान में हुई पुलिस की बर्बरता का एक फीसदी भी नहीं है। जो कुछ रामलीला मैदान में घटा वो अत्याचार की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा कि जो हुआ वो केवल पुलिस अधिकारयों के आदेश पर नहीं किया जा सकता। जो कुछ हआ है वो प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी और कपिल सिब्बल जैसे नेताओं के आदेश पर हुआ है। यह लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है। 

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