'लोकसभा-चुनाव का पर्चा भरा तो कई विभागों के नोटिस आए':भाटी बोले-पीछे बैठे लोग षड्यंत्र रचते हैं ताकि सरकार की गलत इमेज बने
'लोकसभा-चुनाव का पर्चा भरा तो कई विभागों के नोटिस आए':भाटी बोले-पीछे बैठे लोग षड्यंत्र रचते हैं ताकि सरकार की गलत इमेज बने
राजस्थान लोकतंत्र के सेनानियों का सम्मान विधेयक पर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने बोलते हुए कहा कि मैं जब बाड़मेर से लोकसभा का नॉमिनेशन भरकर वापस लौटा तो घर पर इनकम टैक्स सहित कई विभागों के नोटिस आए हुए थे। मैं जिम्मेदारों से कहना चाहता हूं प्रदेश के मुखिया को पता ही नहीं होगा, लेकिन कुछ लोगों ने षड्यंत्र करके ऐसा किया होगा। पीछे बैठे लोग षड्यंत्र रचते है कि सरकार की गलत इमेज बने।
इमरजेंसी लोकतंत्र के लिए काले बादल
विधायक ने कहा - इमरजेंसी पूरे लोकतंत्र के लिए काले बादल के समान था। उस समय के हाल देखे तो कई सारे युवा साथी यहां पर बैठे है। कई सारे भाई बाहर से देख रहे है। एक इमरजेंसी नाम की मूवी आई थी। हमने वो इमरजेंसी वाला दौर नहीं देखा। जिस माध्यम से भी हमें पढ़ने और देखने को मौका मिला। तब समझ में आया कि वो कितना बुरा कालखंड था। जिस समय हमारे देश के सारे नेताओं को स्व. हमारे प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, जेपी को देश -प्रदेश के नेताओं, युवा साथियों को इमरजेंसी के दौरान उन सलाखों के पीछे भेज दिया गया। लोकतंत्र को गला घोटने का काम उस दौर में किया गया। उन सेनानियों के त्याग और तपस्या और हिम्मत की बदौलत यह लोकतंत्र आज इस मजबूती के साथ खड़ा है।
विधायक ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य की बात करूं तो कई सारी चीजें जिसमें आज भी बदलाव आ रहा है। मैं कहना चाहूंगा मैं छात्र राजनीतिक के माध्यम से यहां तक पहुंचा। पिछले राज के दौरान जब हम विरोध- प्रदर्शन करते थे। जब युवाओं की बात सदन और सरकार के सामने रखने का प्रयास करते थे। तब उस दौरान कई बार लाठियां, मुकदमे हमें सहने पड़ते थे।
नॉमिनेशन के बाद इनकम टैक्स सहित विभागों के नोटिस आए
शिव विधायक ने कहा- लोकतंत्र के इस पवित्र मंदिर में जनता के आशीर्वाद के रूप में मुझे यहां पर भेजा। न पक्ष का साथ था और ना ही विपक्ष का साथ था। पर जनता का आशीर्वाद था। उस दौरान बाड़मेर, बालोतरा और जैसलमेर की जनता का आदेश था। लोकसभा के चुनाव में हुंकार भरो, इन 22 लाख लोगों का नेतृत्व करों। इनका आशीर्वाद तुम्हारे साथ है। जब लड़ने के लिए आगे आए। जब उस समय नॉमिनेशन भरा और जैसे ही घर पहुंचे तो कई सारे इनकम टैक्स सहित चार-पांच विभागों के लेटर आए।
पीछे बैठे कुछ लोग षड्यंत्र रचते हैं
विधायक ने कहा कि मैं निश्चित रूप से पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं। हमारे प्रदेश के मुखियाजी और तमाम लोगों को इस चीज का पता भी नहीं होगा कि ऐसी चीजें हुई है। जो पीछे बैठे हुए लोग है। वो ऐसे षड्यंत्र रचते हैं। जिससे की सरकार की एक बुरी और गलत इमेज कहीं न कहीं बनें। यहां संसदीय कार्यमंत्री बैठे हैं, सरकार की ऐसी छवि नहीं बनानी चाहिए। इन चीजों पर विचार करना होगा। लोकतंत्र के हम पैरोकार रहे हैं। जहां कहीं लोकतंत्र की बात आई, जनता की आवाज को दबते देखा, आवाज उठाई है।
लोकसभा चुनाव के बाद तीन-तीन मुकदमे
भाटी ने कहा कि यह कहते हुए बड़ा दुख होता है कि जो सदस्य आपसे कम उम्र का है, उस पर लोकसभा चुनाव के बाद तीन-तीन मुकदमे दर्ज किए गए। मुझे लगता है कि इस पर आपको गौर करने की जरूरत है। हम लोग जनता की आवाज को नहीं रखेंगे तो उस आवाज को उठाएगा कौन? जनता ने आशीर्वाद देकर इसलिए भेजा है, ताकि मजबूती से उनके दुख दर्द की बात प्रदेश की सरकार के साथ मजबूती से रख सकें। जब जनता के दुख दर्द की बात कहते हैं तो कई सारे पीछे बैठे लोग साजिश के तहत आवाज को हमेशा दबाने का प्रयास करते हैं। आप गंभीरता से इस पर विचार करें कि क्या हम वाकई लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं।
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