अमेरिका में धूमधाम से मनाया गया 18वां गणगौर महोत्सव:राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए बच्चों ने किया पोस्टर का विमोचन

 अमेरिका में धूमधाम से मनाया गया 18वां गणगौर महोत्सव:राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए बच्चों ने किया पोस्टर का विमोचन






राजस्थान की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराओं की अद्भुत झलक उस समय देखने को मिली जब भारतीय मंदिर फिलाडेल्फिया और परम (PARAM) संगठन के संयुक्त तत्वावधान में 18वां गणगौर महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गणगौर माता की भव्य सवारी भी निकाली गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। महोत्सव में राजस्थानी व्यंजनों – दाल-बाटी-चूरमा और मिर्ची बड़े ने उत्सव की रौनक को और बढ़ा दिया।

इस भव्य आयोजन में राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (RANA) के अध्यक्ष एवं GARC (ग्लोबल एलायंस ऑफ राजस्थानी कम्युनिटी) के संस्थापक एवं मुख्य संरक्षक श्री प्रेम भंडारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके सान्निध्य में गणगौर महोत्सव को एक नई ऊंचाई मिली।

गणगौर उत्सव में ऑस्ट्रेलिया से GARC के सह-संस्थापक एवं पूर्व राजकोव अध्यक्ष श्री रवि शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। फ्लोरिडा से GARC के सह-संस्थापक श्री विशाल मेहता ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

इस कार्यक्रम में पेंसिल्वेनिया के मोंटगोमरी काउंटी से कई विशिष्ट गणमान्य अतिथि भी शामिल हुए, जिनमें नील मखीजा मोंटगोमरी काउंटी कमिश्नर एवं चेयर, बोर्ड ऑफ इलेक्शन, तान्या बेमफोर्ड, मोंटगोमरी टाउनशिप सुपरवाइजर, बेथ स्टैब, मोंटगोमरी टाउनशिप बोर्ड ऑफ सुपरवाइजर और एरिक पेलेटियर मोंटगोमरी टाउनशिप ऑडिटर शामिल हैं।




इस आयोजन का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि 12-13 वर्ष की आयु के बच्चों ने पोस्टर प्रजेंटेशन के माध्यम से राजस्थानी भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठाई। कार्यक्रम का शुभारंभ RANA अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के अंतर्राष्ट्रीय संयोजक श्री प्रेम भंडारी ने किया। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों से वे सड़क से लेकर राष्ट्रपति भवन तक इस आंदोलन को चला रहे हैं ताकि दस करोड़ राजस्थानी लोगों की हजारों साल पुरानी भाषा को संवैधानिक मान्यता मिल सके।

वे बोले-“राजस्थानी भाषा को मान्यता न मिल पाने के पीछे नेताओं की इच्छाशक्ति की कमी जिम्मेदार है। दुनिया का सबसे बड़ा शब्दकोश – जिसमें 2,10,000 से अधिक शब्द हैं – राजस्थानी भाषा में तैयार किया गया था, जिसे पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस ने संकलित किया था।”

GARC संस्था का आधिकारिक शुभारंभ एवं पोस्टर विमोचन

इस विशेष अवसर पर GARC (ग्लोबल एलायंस ऑफ राजस्थानी कम्युनिटी) का आधिकारिक शुभारंभ किया गया। श्री प्रेम भंडारी ने संस्था के पोस्टर का विमोचन करते हुए कहा कि यह संगठन राजस्थानियों को वैश्विक स्तर पर एकजुट करने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।

GARC के नेतृत्व में संस्थापक अध्यक्ष रवि शर्मा (ऑस्ट्रेलिया), उपाध्यक्ष विशाल मेहता (फ्लोरिडा, अमेरिका), डॉ. रवि मुरारका और शरद अग्रवाल सहित कई समर्पित व्यक्तित्व इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे।

राजस्थानी संस्कृति के प्रति बढ़ता उत्साह

इस गणगौर महोत्सव में न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और कनेक्टिकट के अलावा बोस्टन (मैसाचुसेट्स) से लेकर फेयरफैक्स (वर्जीनिया) तक के श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिससे यह आयोजन एक भव्य सांस्कृतिक संगम बन गया। कुल 400 से अधिक लोगों की उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी इस आयोजन की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं भेजीं।

संस्कृति, भाषा और एकता का प्रतीक बना यह आयोजन

इस भव्य आयोजन में राजस्थानी संस्कृति की सजीव झलक देखने को मिली। बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक, सभी ने अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का अनुभव किया। श्री प्रेम भंडारी ने अपनी राजस्थानी भाषा में दिए गए ओजस्वी उद्बोधन में कहा,
“गणगौर सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। GARC के माध्यम से राजस्थानियों को विश्व स्तर पर जोड़ने का प्रयास जारी रहेगा।”

गणगौर महोत्सव का यह भव्य आयोजन न केवल अमेरिका में बसे राजस्थानियों के लिए गौरव का विषय बना, बल्कि इससे राजस्थानी भाषा, संस्कृति और एकता के प्रति नई ऊर्जा का संचार हुआ। इस आयोजन की सफलता ने साबित कर दिया कि चाहे सात समंदर पार ही क्यों न हों, राजस्थानी अपनी परंपराओं को दिल से संजोए रखते हैं।

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