ख्याला मठ के महंत गोरखनाथ और आसरी मठ के मठाधीश धनियानाथ को धराया स्वर्ण मुकुट

 ख्याला मठ के महंत गोरखनाथ और आसरी मठ के मठाधीश धनियानाथ को धराया स्वर्ण मुकुट




जैसलमेर  जिला मुख्यालय से करीब 110 किमी दूर भारत पाक सीमा के पास धोरों के बीच स्थित ख्याला मठ में बुधवार को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया। रात में महंत गोरखनाथ महाराज ने प्रवचन दिए। जिसमें महंत ने सात्विक भोजन करने, सदमार्ग पर चलने व आपसी सौहार्द्र के साथ भगवान की भक्ति करने की सीख दी। रात भर विभिन्न भजन गायकों ने भजनों की प्रस्तुतियां दी। शाम होने के साथ ही मेले में लगी बाजारों में चहल पहल बढ़ गई। मठ में महाआरती के बाद महाप्रसादी का आयोजन किया गया। महंत गोरखनाथ महाराज ने शिवरात्रि के बाद गुरुवार को सुबह ख्याला मठ में समाधियों की पूजा अर्चना की। सुबह 6.15 बजे महंत गोरखनाथ को सुमेरसिंह सोढा रावतरी द्वारा स्वर्ण मुकुट पहनाया गया। स्वर्ण मुकुट धारण होने के साथ जयघोष से पूरा मठ गूंज गया। स्वर्ण मुकुट धारण होने के बाद उपस्थित लोगों का दर्शनार्थ हुजूम पड़ा। भक्तों ने मठ में दर्शन कर पूजा अर्चना की एवं महंत गोरखानाथ महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु ख्याला मठ में आयोजित मेले में पहुंचे। जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़ व उदयपुर के अलावा गुजरात, हरियाणा, पंजाब व आंध्रप्रदेश से श्रद्धालु पहुंचे। इस अवसर पर पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी महाराज, शिव विधायक रविंद्रसिंह भाटी, जिला प्रमुख प्रतापसिंह सोलंकी, पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, पूर्व प्रधान गंगासिंह कोटडा, समाजसेवी छुगसिंह सोढ़ा, पवन कुमार सिंह, जसवंतसिंह तेजमालता, तुलसीदास, धर्मेंद्र व्यास, भगवानसिंह झिनझिनयाली, पदमसिंह पूनमनगर, श्यामसिंह सुंदरा, बाबूसिंह बैरसियाला, सरपंच गीत कंवर चपतसिंह, रामसिंह भाटी, तनेराजसिंह, दीपसिंह दव, प्रतापसिंह फुलिया, जुगतसिंह सोढ़ा व लालूसिंह मौजूद रहे।

श्री अनंत श्री महारावल रतननाथ महाराज सेवा संस्थान आसरी मठ के निर्देशन में आसरी मठ में महाशिवरात्रि मनाई गई। सुबह नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में बीकानेर से आए मुख्य पंडित प्रहलाद के निर्देशन में रुद्राभिषेक करवाया गया। उसके बाद दादा गुरु ब्रह्मलीन निरंजननाथ महाराज एवं ब्रह्मलीन शिवसुखनाथ महाराज की समाधियों की पूजा अर्चना की गई। मठाधीश योगिनी धनियानाथ महाराज को स्वर्ण मुकुट धारण करवाया गया तथा भक्तों द्वारा उनकी आरती उतारी गई। मठाधीश द्वारा भक्तों को आशीर्वाद दिया गया। शाम को आरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। रात को चारों प्रहर रुद्राभिषेक किया गया। जिसके लाभार्थी जोड़े सहित यजमान कृष्णपालसिंह, विशनसिंह, पप्पूसिंह, कमलसिंह, चतुर्भुज, प्रेमसिंह, भीमाराम, गेमरसिंह, अशोक सुथार उपस्थित रहे। शाम की आरती के बाद मठाधीश धनियानाथ महाराज का प्रवचन दिए गए। रात्रि जागरण में भजन गायक तेजाराम सोभ व मिश्रीराम सिपला द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। शिव पार्वती विवाह की झांकी भी सजाई गई। सुबह प्रसादी वितरण हुई। ट्रस्ट के सचिव कर्नल भीमसिंह भाटी एवं अन्य पदाधिकारी माधोसिंह पिथला, महिपालसिंह डांगरी, शोभसिंह बईया ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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