बाड़मेर डॉ समित शर्मा नामक तूफान बाडमेर में,कई अधिकारियों के होश फाख्ता*
*अजिताभ शर्मा के बाद दिखा दमदार निरीक्षण*
*चन्दन सिंह भाटी*
बाड़मेर संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा आज बाडमेर के दौरे पे है।हमेशा से संभागीय आयुक्त के जिले के दौरे से आमजनता का कोई सरोकार नही रहा।।संभागीय आयुक्त रिजर्व माने जाते रहे है।मगर आज संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा के दौरे ने वर्षों पहले बाडमेर कलेक्टर रहे अजिताभ शर्मा की कार्यशैली याद दिला दी।।दौरे की शुरुआत सबसे अच्छे आंगनवाड़ी केंद्र नन्दघर कवास से करवा दी जो कि बाहर से आने वाले हर अधिकारी को करवाते है।।दर्दभरे आंगनवाड़ी केंद्र नही दिखाते।चलो अगले पड़ाव में अस्पताल के निरीक्षण में प्रशासन को लग गया कि यह अधिकारी अच्छा देखने नही आया।।जिस तरीके से शर्मा ने अस्पताल में खड़े मरीजों के हाथों से पर्चियां लेकर देख रहे थे और मरीजों से बात करते करते उनके तेवर साफ नजर आने लगे।पी एम ओ को हड़का दिया।।अस्पताल गुटबाज़ी और चंद दलालों के कारण वैसे बदनाम है।।अस्पताल में अनियमितताएं ,अव्यवस्थाएं,देख शर्मा को जिला प्रशासन की पोल पट्टी समझ आ गई।।जिस आईएएस ने देश को निशुल्क दवा योजना दी उससे भला क्या छिपा रहता।।धीरे धीरे समित शर्मा नामक तूफान अधिकारियों में खलबली मचाता रहा।हर अधिकारी चपेट में आया।।बाडमेर के प्रशासन की झोली चार्ज शीटों से भर दी मुख्य चिकित्सा अधिकारी,शिक्षा अधिकारी,आबकारी अधिकारी, निरीक्षक,आयुक्त ,खनिज अधिकारी,आयुर्वेद अधिकारी,की खोली चार्जशीट से भर दी।कनिष्ठ अभियंता सहित नगर परिषद का कार्मिक निलंबित।।यानी फैसला ऑन स्पॉट। यही तौर तरीके होने चाहिए आईएएस केडर के अधिकारी का।।जो अधिकारियों को कह सके कि आर ऐ सी दे दी फिर भी काम नही करते शर्म आनी चाहिए। समित शर्मा नामक बिजली किस किस पे गिरेगी यह तो पता नही पर जिला प्रशासन को लेकर एक बात जरूर है कि जब जिले का आला अधिकारी पोस्ट के लायक नही हो वहां ऐसे ही बदहाल होते है। अभी समित शर्मा का दौरा जारी है।।समित शर्मा के एक दौरे ने जिला प्रशासन की वास्तविक स्थति को जनता,जन प्रायिनिधियो औऱ सरकार के सामने उघेड़ कर रख दी।।शर्मा के एक दौरे ने आमजनता की उम्मीदें बढ़ा दी।।*
*अजिताभ शर्मा के बाद दिखा दमदार निरीक्षण*
*चन्दन सिंह भाटी*
बाड़मेर संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा आज बाडमेर के दौरे पे है।हमेशा से संभागीय आयुक्त के जिले के दौरे से आमजनता का कोई सरोकार नही रहा।।संभागीय आयुक्त रिजर्व माने जाते रहे है।मगर आज संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा के दौरे ने वर्षों पहले बाडमेर कलेक्टर रहे अजिताभ शर्मा की कार्यशैली याद दिला दी।।दौरे की शुरुआत सबसे अच्छे आंगनवाड़ी केंद्र नन्दघर कवास से करवा दी जो कि बाहर से आने वाले हर अधिकारी को करवाते है।।दर्दभरे आंगनवाड़ी केंद्र नही दिखाते।चलो अगले पड़ाव में अस्पताल के निरीक्षण में प्रशासन को लग गया कि यह अधिकारी अच्छा देखने नही आया।।जिस तरीके से शर्मा ने अस्पताल में खड़े मरीजों के हाथों से पर्चियां लेकर देख रहे थे और मरीजों से बात करते करते उनके तेवर साफ नजर आने लगे।पी एम ओ को हड़का दिया।।अस्पताल गुटबाज़ी और चंद दलालों के कारण वैसे बदनाम है।।अस्पताल में अनियमितताएं ,अव्यवस्थाएं,देख शर्मा को जिला प्रशासन की पोल पट्टी समझ आ गई।।जिस आईएएस ने देश को निशुल्क दवा योजना दी उससे भला क्या छिपा रहता।।धीरे धीरे समित शर्मा नामक तूफान अधिकारियों में खलबली मचाता रहा।हर अधिकारी चपेट में आया।।बाडमेर के प्रशासन की झोली चार्ज शीटों से भर दी मुख्य चिकित्सा अधिकारी,शिक्षा अधिकारी,आबकारी अधिकारी, निरीक्षक,आयुक्त ,खनिज अधिकारी,आयुर्वेद अधिकारी,की खोली चार्जशीट से भर दी।कनिष्ठ अभियंता सहित नगर परिषद का कार्मिक निलंबित।।यानी फैसला ऑन स्पॉट। यही तौर तरीके होने चाहिए आईएएस केडर के अधिकारी का।।जो अधिकारियों को कह सके कि आर ऐ सी दे दी फिर भी काम नही करते शर्म आनी चाहिए। समित शर्मा नामक बिजली किस किस पे गिरेगी यह तो पता नही पर जिला प्रशासन को लेकर एक बात जरूर है कि जब जिले का आला अधिकारी पोस्ट के लायक नही हो वहां ऐसे ही बदहाल होते है। अभी समित शर्मा का दौरा जारी है।।समित शर्मा के एक दौरे ने जिला प्रशासन की वास्तविक स्थति को जनता,जन प्रायिनिधियो औऱ सरकार के सामने उघेड़ कर रख दी।।शर्मा के एक दौरे ने आमजनता की उम्मीदें बढ़ा दी।।*
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