बुधवार, 13 मई 2020

जैसलमेर तीन और पॉजिटिव के साथ शहर में हुए चार कोरोना पॉजिटिव ,इलाके में कर्फ्यू

जैसलमेर तीन और पॉजिटिव के साथ शहर में   हुए चार कोरोना पॉजिटिव ,इलाके में कर्फ्यू 





जैसलमेर में मंगलवार की रात  तीन और प्रवासियाें की पॉजिटिव रिपोर्ट सामने आने से शहर में हड़कंप मच गया। एक दिन पहले ही जैसलमेर शहर में पहला पॉजिटिव केस सामने आया था। जैसलमेर में करीब 75 सौ प्रवासी वापस जैसलमेर आए थे। इसमें से दो दिन में चार केस सामने आ चुके हंै। मंगलवार को तीन पॉजिटिव में खींया, भादासर व शहर के गाेयदानी पाड़ा से पॉजिटिव केस आए है। लोग लॉकडाउन में घरों में ही कैद है लेकिन उसके बावजूद शहर में बढ़ रही कोरोना पॉजिटिव की संख्या हर किसी के लिए चिंता का विषय बन चुकी है।संक्रमित इलाके को सेनेट्रीज गया,इस क्षेत्र की समस्त गलियों और घरो को नगर परिषद टीम द्वारा सेनेटाइज किया गया ,

जैसलमेर में अब कोरोना की अब पांच मल्टीपल चेन सक्रिय हो गई है। जमातियों के बाद अब प्रवासियों में कोरोना के लक्षण आए है। मंगलवार को सामने आए तीनों पॉजिटिव प्रवासी है। इसके साथ ही अब जिले में पांच मल्टीपल चैन के कारण कोरोना की बढ़ती संख्या को रोकना अब प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। हालांकि प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे है लेकिन अब सभी प्रयास विफल होते दिखाई दे रहे है।

मंत्री व कलेक्टर ने की लोगों से घरों में रहने की अपील

कलेक्टर नमित मेहता ने शहरवासियों से अपील की है कि पेनिक न लंे। फिलहाल जैसलमेर के कोरोना पॉजिटिव असिमटोमेटिक है इसलिए ज्यादा खतरा नहीं है। प्रशासन व चिकित्सा विभाग पूरी तरह से सजग है। बाहर से आने वाले प्रवासी हमारे ही है, इसलिए उनसे दुर्व्यवहार भी न करें। सभी को समझाइश कर हिदायत दी गई है कि वे घरों में ही रहें और बाहर न निकलें। केबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने जैसलमेर शहर में पहला कोरोना पॉजिटिव मिलने की स्थिति में जैसलमेर शहरवासियों से अपील की है कि वे इस स्थिति में घबराएं नहीं बल्कि घरों में ही रहकर सुरक्षित रहें क्योंकि बचाव ही इसका उपचार है। उन्होंने शहर के कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों के लोगों से कहा है कि वे अपने घरों में ही रहें तथा कर्फ्यू का पूरा पूरा पालन करते हुए प्रशासन को सहयोग दें और जैसलमेर को कोरोना महामारी से मुक्त किए जाने के प्रयासों को संबल दें।

शहर की चार होटलों में कोविड केयर सेंटर कलेक्टर नमित मेहता ने आदेश जारी कर शहर में चार होटल भवनों को कोविड केयर सेन्टर के रूप में घोषित किया है। होटल डेजर्ट पैलेस, होटल डेजर्ट ट्यूलिप, होटल फोर्ट रजवाड़ा व होटल रावलकोट को कोविड केयर सेंटर के रूप में घोषित किया है।

जैसलमेर में पहली बार लगाया कर्फ्यू

जैसलमेर में पहली बार कर्फ्यू लगा है। शहर के 14,15,25 व 26 नं. वार्ड के आंशिक क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है। बुजुर्गों के अनुसार जैसलमेर इससे पहले कभी कर्फ्यू नहीं लगा। हालांकि यह कर्फ्यू पूरे शहर में नहीं है प्रवासी के मकान के आसपास 500 मीटर दायरे में है। इससे लगते सभी मोहल्लों को सील कर दिया गया है। आवाजाही एकदम बंद कर दी गई है और राशन आदि सामान की होम डिलीवरी की व्यवस्था की गई है। यदि भीतरी शहर में और भी पॉजिटिव निकले तो लगभग पूरा शहर कर्फ्यू के दायरे में आ जाएगा।इसी तरह खिंया और भादासर गांव में पॉजिटिव आने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया हैं,साथ ही पुलिस अधिकारी गांवों में मुनादी क्र रहे हे की लोग घरो से बाहर न निकले।

पॉजिटिव आई एएनएम के संपर्क में आए लोगों से संक्रमण का खतरा टला

केवल प्रवासी की वजह से ही नहीं जैसलमेर में एक दिन पहले पॉजिटिव आई
एएनएम के संपर्क में आये सभी लोगो की जाँच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद
प्रशासन ने राहत की साँस ली ,एक रिपोर्ट बाकि हे जो उसके साथ आये
रिश्तेदार की हैं ,।

बुजुर्ग के परिवार के सदस्यों की रिपोर्ट आई नेगेटिव

बुजुर्ग प्रवासी के पॉजिटिव आने के बाद जैसलमेर शहर में कोरोना की एंट्र
हुई आज उसके संपर्क में रहे उसके परिवार  सदस्यों सहित अन्य लोगो की
रिपोर्ट  के बाद शहर के लोगो ने राहत की सांस ,ली लेकिन अब उसके बेटे की
रिपोर्ट का इंतजार है। प्रवासी का बेटा जो यहीं रहता था। लॉकडाउन के
दौरान लगातार शहर में घूम रहा था। उसका किराणा सामग्री सप्लाई का काम है
और उसने कई दुकानों पर माल सप्लाई की है। उसके पिता अहमदाबाद से 3 मई को
जैसलमेर आए थे। 8 मई को सेम्पल लिया और 11 मई को पॉजिटिव रिपोर्ट आई।
हालांकि प्रवासी पिता और उसके साथ आए परिजन होम क्वारेंटाइन थे लेकिन
यहां रहने वाला बेटा उसी घर में ग्राउंड फ्लोर पर रह रहा था।बेटे की
रिपोर्ट नेगेटिव आने से  व्यापारी वर्ग ने  साँस ली



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