गुरुवार, 7 मई 2020

जैसलमेर, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने मदासर अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया,

जैसलमेर, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने मदासर अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया,

विभिन्न व्यवस्थाओं को देखा तथा समस्या समाधान का आश्वासन दिया,

ग्राम्यांचलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए समर्पित दायित्व निभाएं - शाले मोहम्मद


जैसलमेर, 7 मई/अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने ग्राम्यांचलों में लोक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाए रखते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए सभी संभव उपायों को बेहतर एवं पूर्ण क्षमता से अमल में लाने पर जोर दिया है और ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत चिकित्सा एवं स्वास्थ्यकर्मियों से समर्पित होकर काम करने का आह्वान किया है।

अल्पसंख्यक मामलता मंत्री शाले मोहम्मद ने गुरुवार को जैसलमेर जिले के मदासर स्थित राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्यकर्मियों से चर्चा करते हुए यह निर्देश दिए।

अल्पंख्यक मामलात मंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के जनरल वार्ड, ड्रैसिंग रूम, लैब, वैक्सीन व दवाइयों के भण्डारण कक्ष सहित सभी कक्षों एवं परिसरों का निरीक्षण किया और बेहतर व्यवस्थाओं के निर्देश देते हुए केन्द्र के प्रबन्धों पर संतोष व्यक्त किया।

केबिनेट मंत्री ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के ऎहतियाती उपायों एवं इससे जुड़ी गतिविधियों के लिए सुनिश्चित प्रबन्धों की जानकारी ली और इस दिशा में हर स्तर पर सतर्क रहने को कहा।

केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ. जगदीश पटेल ने बताया कि कोरोना से संबंधित संदिग्धों की जानकारी सामने आने पर मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था है। इसके अलावा ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंसिंग बरतने, कोरोना के लक्षणों व इससे बचाव के उपायों के बारे में आईईसी की जाती है।

केबिनेट मंत्री ने प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र स्टाफ की बैठक ली और अस्पताल की मांग, समस्याओं और कमियों के बारे में चर्चा की। इस दौरान डॉ. जगदीश पटेल, जीएनएम हुकुमसिंह एवं खेतसिंह, एलएचवी शारदा विश्नोई, डाटा आपरेटर राजाराम एवं विकास तथा क्षेत्रीय ग्रामीणों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए।

इनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में लाईट्स, पंखों नहीं चलने की स्थिति में भवन की वायरिंग सुधरवाने, पानी की समस्या से मुक्ति दिलाकर आर.ओ. लगवाने तथा मरीजों एवं उनके साथ आने वाले लोगों के लिए परिसर के बाहर प्याऊ स्थापित करने, पेंशेंट परीक्षण कक्ष में एसी लगवाने, ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों की सुविधा के लिए 104 या 108 एम्बुलेंस उपलब्ध कराने,  अस्पताल में शैय्याओं की संख्या 3 से बढ़ाकर 10 किए जाने का आग्रह किया गया।

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने आश्वासन दिया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रबन्धों को सुदृढ़ बनाने तथा आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे।

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