बाड़मेर लॉक डाउन हीरो दौ सौ परिवारों के एक हजार से अधिक लोगो के भरण पोषण की जिम्मेदारी उठा रहे आज़ाद राठोड
चंदन सिंह भाटी
बाड़मेर कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के तहत लगाए गए लॉक डाउन के दौरान बहुत से भामाशाह सामने आये मगर बाड़मेर के युवा उद्द्यमी आज़ाद सिंह राठोड ने प्रचार प्रसार से दूर रहते हुए बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के दौ सौ परिवारों के करीब एक हजार सदस्यों के भरण पोषण की जिम्मेदारी लॉक डाउन के साथ ही निभानी शुरू कर दी ,समाज के सबसे अंतिम पंक्ति के जरूरतमंद परिवारों का खुद के स्तर पर अपनी हेल्प लाइन सेंटर स्थापित कर चयन कराया जिन तक सरकार और प्रशासन नहीं पहुंच पाया ,इन परिवारों के लिए देवदूत बनकर आगे आये युवा उद्द्यमी और बाड़मेर के युथ आइकॉन आज़ाद सिंह राठोड,
राठोड इन दौ सौ परिवारों को प्रति सप्ताह सुखी राशन सामग्री पिछले छह हफ्तों हैं ,इस किट में इन परिवारों को रोजमर्रा की जरूरत ा आटा ,दाल ,मशाले ,शक़्कर ,तेल ,चावल ,आदि नियमित मिलने से स्वाभिमान के साथ जी रहे ,सिंह राठोड ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की प्रेरणा से जन सेवा के तहत इन बाड़मेर शहर के 200 चिन्हित परिवारों को लॉकडाउन लागू होने से अभी तक प्रतिदिन का राशन कार्यकर्ताओं एवं युवा साथियों के माध्यम से चार चरणों में पहुंचाया। जिससे लगभग 800 लोगों को सम्पूर्ण लॉकडाउन के दौरान प्रतिदिन भोजन मिला। ,आज़ाद सिंह राठोड ने इसके अलावबा covid_19 में बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में सेनेटाइजर चेम्बर स्थापित करने वाले पहले भामाशाह बने ,राठोड ने बाड़मेर शहर में दो सेनेटाइजर चेंबर भेंट किये, साथ ही अपनी जिम्मेदारी समझ एक लाख रूपये का मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहयोग दिया,आज़ाद सिंह राठोड बाड़मेर के युवाओ में काफी लोकप्रिय हैं। राठोड ने रमज़ान के पवित्र महीने में दौ सौ (200) रोज़ेदार परिवारों को इफ़्तारी सामग्री उनके घर पहुँचा उनके साथ अपने अपने स्थान पर ही रह कर रोज़ा इफ़्तार करवाया।राठोड ने अपने ही कार्यालय में लॉकडाउन होने के बाद से बाड़मेर विधानसभा के लगभग 2000 कार्यकर्ताओं व युवा साथियों से निरन्तर संपर्क में रह हेल्प लाइन सेंटर बनाया। जो नियमित रूप से जरूरतमंद ,असहाय ,दिव्यांग ,वृद्ध ,विधवा की हर तरह से मदद कर रहे हैं ,
सहज ,सरल और मृदुभाषी राठोड ने अपनी लेखनी से विभिन आलेखों और सोसल मीडिया के माध्यम से कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक कर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई ,इससे पूर्व भी आज़ाद सिंह द्वारा समय समय पर जरूरतमंदों को आर्थिक और सामाजिक मदद की जाती रही हैं ,आप राजस्थान क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष रहने के साथ विभिन खेल संघो और सामाजिक संगठनों के साथ जुड़े हैं ,ग्रुप फॉर पीपल बाड़मेर के अध्यक्ष हे राठोड ,यह ग्रुप जरुरतमंदो और कमज़ोरों का सहयोग करता हैं,जिसमे राठोड की अहम भूमिका रहती हैं ,राठोड द्वारा प्रवासियों को बाड़मेर लाने में काफी सहयोग किया गया,उनके द्वारा अपने व्यक्तिगत सम्पर्को का उपयोग कर कई प्रवासी परिवारों को बाड़मेर आने की स्वीकृतियां दिलाई ,
चंदन सिंह भाटी
बाड़मेर कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के तहत लगाए गए लॉक डाउन के दौरान बहुत से भामाशाह सामने आये मगर बाड़मेर के युवा उद्द्यमी आज़ाद सिंह राठोड ने प्रचार प्रसार से दूर रहते हुए बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के दौ सौ परिवारों के करीब एक हजार सदस्यों के भरण पोषण की जिम्मेदारी लॉक डाउन के साथ ही निभानी शुरू कर दी ,समाज के सबसे अंतिम पंक्ति के जरूरतमंद परिवारों का खुद के स्तर पर अपनी हेल्प लाइन सेंटर स्थापित कर चयन कराया जिन तक सरकार और प्रशासन नहीं पहुंच पाया ,इन परिवारों के लिए देवदूत बनकर आगे आये युवा उद्द्यमी और बाड़मेर के युथ आइकॉन आज़ाद सिंह राठोड,
राठोड इन दौ सौ परिवारों को प्रति सप्ताह सुखी राशन सामग्री पिछले छह हफ्तों हैं ,इस किट में इन परिवारों को रोजमर्रा की जरूरत ा आटा ,दाल ,मशाले ,शक़्कर ,तेल ,चावल ,आदि नियमित मिलने से स्वाभिमान के साथ जी रहे ,सिंह राठोड ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की प्रेरणा से जन सेवा के तहत इन बाड़मेर शहर के 200 चिन्हित परिवारों को लॉकडाउन लागू होने से अभी तक प्रतिदिन का राशन कार्यकर्ताओं एवं युवा साथियों के माध्यम से चार चरणों में पहुंचाया। जिससे लगभग 800 लोगों को सम्पूर्ण लॉकडाउन के दौरान प्रतिदिन भोजन मिला। ,आज़ाद सिंह राठोड ने इसके अलावबा covid_19 में बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में सेनेटाइजर चेम्बर स्थापित करने वाले पहले भामाशाह बने ,राठोड ने बाड़मेर शहर में दो सेनेटाइजर चेंबर भेंट किये, साथ ही अपनी जिम्मेदारी समझ एक लाख रूपये का मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहयोग दिया,आज़ाद सिंह राठोड बाड़मेर के युवाओ में काफी लोकप्रिय हैं। राठोड ने रमज़ान के पवित्र महीने में दौ सौ (200) रोज़ेदार परिवारों को इफ़्तारी सामग्री उनके घर पहुँचा उनके साथ अपने अपने स्थान पर ही रह कर रोज़ा इफ़्तार करवाया।राठोड ने अपने ही कार्यालय में लॉकडाउन होने के बाद से बाड़मेर विधानसभा के लगभग 2000 कार्यकर्ताओं व युवा साथियों से निरन्तर संपर्क में रह हेल्प लाइन सेंटर बनाया। जो नियमित रूप से जरूरतमंद ,असहाय ,दिव्यांग ,वृद्ध ,विधवा की हर तरह से मदद कर रहे हैं ,
सहज ,सरल और मृदुभाषी राठोड ने अपनी लेखनी से विभिन आलेखों और सोसल मीडिया के माध्यम से कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक कर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई ,इससे पूर्व भी आज़ाद सिंह द्वारा समय समय पर जरूरतमंदों को आर्थिक और सामाजिक मदद की जाती रही हैं ,आप राजस्थान क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष रहने के साथ विभिन खेल संघो और सामाजिक संगठनों के साथ जुड़े हैं ,ग्रुप फॉर पीपल बाड़मेर के अध्यक्ष हे राठोड ,यह ग्रुप जरुरतमंदो और कमज़ोरों का सहयोग करता हैं,जिसमे राठोड की अहम भूमिका रहती हैं ,राठोड द्वारा प्रवासियों को बाड़मेर लाने में काफी सहयोग किया गया,उनके द्वारा अपने व्यक्तिगत सम्पर्को का उपयोग कर कई प्रवासी परिवारों को बाड़मेर आने की स्वीकृतियां दिलाई ,
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