सोमवार, 4 मई 2020

बाड़मेर तन सिंह चौहान परिवार का परोपकारी प्रेम,कोविड 19 में खजाने खोले*

 *बाड़मेर तन सिंह चौहान परिवार का परोपकारी प्रेम,कोविड 19 में खजाने खोले*

*पैसा दुनिया कमाती है आदमी कमाने की परिपाटी है चौहान परिवार की*

*covid19 बाडमेर जिले से सबसे  बड़े भामाशाह बन उभरे चौहान परिवार*


*बाडमेर कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन की स्थति होते ही बाडमेर की जनता के लिए सबसे पहले आगे आने वाले स्व तन सिंह चौहान के परिवार ने इस संकटकाल में बाडमेर की जनता ,पशुओं और सेना के जवानों के लिए दिल खोल कर मदद की।।साथ ही बाहरी प्रान्तों में लॉक डाउन में फंसे सैकड़ो परिवारों की सहायता कर अपने परोपकारी प्रेम को जिंदा रखा।।मारवाड़ के सबसे बड़े भामाशाह स्व तन सिंह चौहान के दोनो पुत्रो जोगेंद्र सिंह चौहान और राजेन्द्र सिंह चौहान ने अपने पिता के बताए नक्शे कदम पर चलते हुए जिले में सबसे पहले पांच लाख रुपये की सहायता राशि जिला कलेक्टर को सुपुर्द की।।उसके बाद जरुरतमन्द इंसान क्या पशुओं के लिए भी पूरा सहयोग कर रहे है।।नेकी कमाने वाले तन सिंह के परिवार ने अब तक गोधन के लिए गौशाला में ग्यारह लाख रुपये दिए वहीं प्रत्येक गौ शाला में हरे चारे की ट्रक की व्यवस्था करने के साथ पशुओं के लिए पोष्टिक आहार भी उपलब्ध कराया।।पैसे की बजाय इंसान कमाने का मंत्र लेकर चलने वाले  इन दोनों युवाओ ने आर्मी,सीमा सुरक्षा बल,पुलिस के जवानों के लिए सेनेटाइजर, मास्क ग्लव्स आदि बड़ी संख्या में उपब्ध कराए।।जोगेंद्र सिंगज चौहान ने बताया। कि लॉक डाउन के दौरान पंद्रह सौ जरूरतमंद  परिवारों को खाद्य सामग्री किट उपलब्ध कराए गए।वही होटल कलिंगा भी आईसोलेसन वार्ड के लिए जिला प्रशासन को सुपुर्द कर दी।।बाडमेर शहर में संचालित जन रसोई में उन्होंने  नियमित आर्थिक शहयोग कर जरुरतमन्द परिवारों के लिए भोजन उपलब्ध कराया।।उसके बाद से इनके द्वारा नियमित इसके अलावा विभिन प्रान्तों में फंसे बाडमेर जिले के दर्जनों  प्रवासी परिवारों को सम्बंधित प्रशासन के जरिये बाडमेर आने की परमिशनें दिलाकर परोपकार किया।।लॉक डाउन के पहले दिन से चौहान परिवार भामाशाह बनकर सामने आया।।हर जरूरतमंद की खुले दिल से मदद करना अपना धर्म और फर्ज समझने वाले स्व तन सिंह चौहान के पुत्र जोगेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जरूरतमंदों को सेवा करने की प्रेरणा पिता जी से मिली।लोग आज भी उन्हें याद करते है।।उनका कहा वाक्य आज हमारी प्रेरणा है कि दौलत सब कमाते है इंसानों को कमाने वाले कम होते है।।हम अपनी श्रद्धा अनुसार जरूरतमंदों की सेवा के अलावा गोधन के सरंक्षण में योगदान कर रहे है।।गौशालाओं में हरे चारे के प्रबंध करने के साथ गायों के लिए पोष्टिक आहार दालें की भी व्यवस्था की।।हम बाडमेर की जनता के साथ है उन्हें किसी प्रकार की तकलीफ नही आने देंगे।।चौहान परिवार के परोपकारी प्रेम ने सैकड़ो परिवारों के लिए भोजन का प्रबंध कर उन्हें सहारा दिया।।ऐसे भामाशाहों को सलाम।।

 

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