गुरुवार, 9 अप्रैल 2020

बाड़मेर जिला कलक्टर ने किया निरीक्षण कितनोरिया में संक्रमण रोकथाम के पुख्ता प्रबंध

बाड़मेर  जिला कलक्टर ने किया निरीक्षणकितनोरिया में संक्रमण रोकथाम के पुख्ता प्रबंध

बाड़मेर, 9 अप्रैल। जिले की सेड़वा तहसील के कितनोरिया ग्राम में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति की पुष्टि के पश्चात गुरूवार प्रातः जिला कलक्टर विश्राम मीणा वहां पहुंचे एवं वायरस से बचाव गतिविधियों का निरीक्षण किया तथा चिकित्सा कार्मिकों को मुस्तैदी से कार्य करने के निर्देश दिए। उनके साथ पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा भी मौजूद थे।
जिला कलक्टर मीणा ने कितनोरिया में मौजूद चिकित्सा कार्मिकों को सम्पूर्ण कितनोरिया गांव को वायरस मुक्त करने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराईड से सेनेटाईज करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने स्वयं गांव में भ्रमण कर सेनेटाईज कार्य का निरीक्षण किया। उन्होने चिकित्सा दलों से पूरे गांव की डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करने को कहा एवं वायरस के लक्षण पाए जाने अथवा कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर सेंपल लेकर ऐसे लोगो को आईसोलेटेड करने को कहा। उन्होने उपखण्ड अधिकारी वीरमाराम को निर्देश दिए की वे स्वयं इस कार्य की मॉनिटरिंग करें। साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी को स्वयं चिकित्सा कार्यों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने बताया कि कितनोरिया गांव में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है तथा सम्पूर्ण क्षेत्र को जीरो मॉबिलिटी घोषित करते हुए धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है। कर्फ्यू की कड़ाई से पालना के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही कितनोरिया गांव में 7 चिकित्सा दल तैनात किए गए है जो कि डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग कर रहे है। उन्होने बताया कि प्रथम दृष्ट्या संक्रमित व्यक्ति के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में आए 12 लोगो की पहचान कर ली गई है एवं उन्हें चौहटन में डेडीकेटेड क्वारेंटाईन सेन्टर में रखा गया है जहां चिकित्सा कार्मिकों द्वारा निर्धारित अन्तराल से उनकी स्वास्थ्य जांच की जा रही है। वहीं संक्रमित व्यक्ति के साथ आए चार लोगों के सेम्पल जांच के लिए भिजवाए गए है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी ने बताया कि कितनोरिया गांव में 7 चिकित्सा दलों द्वारा 351 घरों की डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग की गई है। इस दौरान चिकित्सा कार्मिकों द्वारा कुल 2381 लोगों का सघन स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिनमें जिले के बाहर से आये 62 लोगों की जांच की गई जिनमें अब तक आईएलआई जैसे लक्षण का कोई मरीज नहीं पाया गया है।
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