रविवार, 9 फ़रवरी 2020

खुहड़ी के धोरों के बीच सजी सुरमई सांझ, चौदहवीं के चाँद तले खूब जमी सेलिब्रिटी म्यूजिकल नाईट रेतीले धोरों पर ज्वार उमड़ाता रहा उल्लास का समन्दर

खुहड़ी के धोरों के बीच सजी सुरमई सांझ,
चौदहवीं के चाँद तले खूब जमी सेलिब्रिटी म्यूजिकल नाईट
रेतीले धोरों पर ज्वार उमड़ाता रहा उल्लास का समन्दर









जैसलमेर, 8 फरवरी/ अन्तर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि वाले महोत्सवों में शुमार और देश-दुनिया के लोगों की दिली पसंद मरु महोत्सव की तीसरी साँझ शनिवार को खुहड़ी के रेतीले धोरों के बीच मनी। बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटकों और क्षेत्रवासियों ने धोरों के बीच जी भर कर आनंद लिया और एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने अपना अच्छा खासा मनोरंजन करते हुए यादगार अनुभव का अहसास किया। कार्यक्रम का संचालन जफर खां सिन्धी एवं गुलनाज ने किया।
भवई नृत्य की शानदार प्रस्तुति के उपरान्त पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के सौजन्य से गुजरात के लोकप्रिय नृत्य माता की चौकी का प्रदर्शन राजेश भाई राठवा एवं पार्टी के जनजाति वेशभूषा में सुसज्जित स्त्री-पुरुष कलाकारों ने किया तथा पिरामिड निर्माण के साथ नृत्य किया और माता की चौकी कार्यक्रम दर्शाया। बाड़मेर के कलाकार गौतम परमार व दल ने घूमर नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी।
उदयपुर के कलाकारों ने डीजे डेश द्वारा खड़ताल एवं फ्यूजन प्रस्तुति दी। कलाकारों ने ‘केसरिया बालम आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसावो नी, मोरचंग एवं डीजे फ्यूजन तथा रिमिक्स ‘पिया रे पिया रे...’, भपंग,  उदयपुर के कलाकार प्रियांश पालीवाल ने परंपरागत गीतों के आधुनिक संगम की अनूठी सामन्जस्यपूर्ण रचनाओं से मन मोह लिया। उन्होंंने म्हारे हिवड़े में नाचे मोरनी, गोरबंध नखरालो तथा हरियाली बन्ना हो.. को नए अन्दाज में पेश कर वाहवाही लूटी और हास्य का दरिया बहा दिया।
लोक कलाकारों की वाद्यों के साथ प्रस्तुतियों पर जहां रसिक थिरकते रहे वहीं रेत के धोरे भी संगीत की लय-ताल को प्रतिध्वनित करते रहे।
कैमल रेस ने बिखेरा जबर्दस्त आकर्षण
ख्ुाहड़ी में रेतीले धोरों पर कैमल रेस ने खासा आकर्षण बिखेरा। इस प्रतिस्पर्धा में कुल 60 ऊँटों ने हिस्सा लिया। इनमें अंतिम दौर में 15 ऊँट रहे, जिनकी रेस हुई। इसमेंं जालम सिंह प्रथम, विक्रमसिंह द्वितीय तथा देवी सिंह तृतीय स्थान पर रहे।
दूर-दूर तक पसरे हुए खुहड़ी के धोरों पर पर्यटकों ने जीप सफारी, कैमल सफारी आदि आनंद लिया तथा फोटोग्राफी एवं सेल्फि से अपनी जैसलमेर यात्रा के अनुभवों में खुहड़ी भ्रमण के नए अमिट अध्याय जोड़े।
आतिशबाजी ने गुंजाया आसमान, बिखेरे सुनहरे रंग
सांस्कृतिक कार्यक्रम के उपरान्त आतिशबाजी के रंगीन नजारों ने धोरों पर सितारों सा मंजर दिखा दिया। मीलों तक इसकी गूंज रही और लोगों ने आतिशबाजी को निहारा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में आर्मी एवं एयरफोर्स तथा बीएसएफ के अधिकारीगण, पर्यटन निदेशक डॉ. भंवरलाल, संभागीय आयुक्त बीएल कोठारी, विधायक रूपाराम, जिला कलक्टर नमित मेहता, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग, मरु महोत्सव के प्रभारी अधिकारी भारतभूषण गोयल, उपखण्ड अधिकारी दिनेश विश्नोई सहित जिलाधिकारीगण, जन प्रतिनिधिगण, बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक और क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
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