गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020

बाड़मेर: पुलिस हिरासत में फिर एक युवक की मौत, थानाधिकारी सस्पेंड, पूरे स्टाफ लाइन हाज़िर

बाड़मेर: पुलिस हिरासत में फिर एक युवक की मौत, थानाधिकारी  सस्पेंड, पूरे स्टाफ लाइन हाज़िर 



बाड़मेर. राजस्थान   मच गया. पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थानाधिकारी दीप सिंह को सस्पेंड   कर पूरे थाना स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया है. परिजनों का कहना है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए.  मृतक के परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है.

पुलिस महकमे में मचा हड़कंप, आलाधिकारी पहुंचे अस्पताल

जानकारी के अनुसार हमीरपुरा निवासी जीतू खटीक को ग्रामीण थाना पुलिस ने चोरी के आरोप में  बुधवार को दोपहर में हिरासत में लिया था. गुरुवार को सुबह पुलिस हिरासत में अचानक जीतू की बिगड़ी तबीयत बिगड़ गई. इस पर पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए. युवक को अनान फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और आला अधिकारी तत्काल अस्पताल पहुंचे.

मारपीट और मानसिक प्रताड़ना का आरोप

जीतू की मौत के बाद अस्पताल पहुंचे उसके परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए वहां हंगामा खड़ा कर दिया और शव उठाने से इंकार कर दिया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जीतू के साथ मारपीट की और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. परिजनों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए.

युवक के खिलाफ कोई भी प्रकरण दर्ज नहीं है
बताया जा रहा है युवक के खिलाफ कोई भी प्रकरण दर्ज नहीं है. इस पूरे मामले में थानाधिकारी दीप सिंह की बड़ी लापरवाही सामने आई है. पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी दीप सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं पूरे थाना स्टाफ का लाइन हाजिर किया गया है.जिला अस्पताल में रखा है शव,

भारी पुलिस बल तैनात
युवक का शव अभी जिला अस्पताल में रखा है. मृतक के शव का पोस्टमार्टम न्यायिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में होगी. इसकी एक रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी भेजी जाएगी. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिला अस्पताल में बाहर आरएसी सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

एक करोड़ का मुआवजा और परिजन को  सरकारी नौकरी की मांग

मृतक के परिजन और समाज के लोग धरने पर बैठे हे शव उठा नहीं रहे ,पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी  समझाईस कर रहे मगर धरनार्थी एक करोड़ मुआवजा और परिजन को सरकारी नौकरी   की मांग कर रहे हैं

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