जैसलमेर ,विजय दिवस पर मैराथन आयोजित,लोंगोवाला स्मारक पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि*
जैसलमेर जैसलमेर सैन्य छावनी में भारतीय सेना की बैटल एक्स डिविजन द्वारा 14 से 16 दिसम्बर को 1971 के भारत – पाक युद्व में भारत की पाकिस्तान पर निर्णायक व ऐतिहासिक विजय तथा लौंगेवाला युद्ध की याद में विजय दिवस मनाया जा रहा है। गौरतलब है कि गत 2 व 4 दिसम्बर 1971 को पाकिस्तान की इन्फेन्ट्री ब्रिगेड ने टी-59 टैंकों की एक रेजिमेंन्ट एवं एम-4 शेरेमन टैंकों की एक टुकड़ी के साथ राजस्थान सेक्टर में एक बड़े हमले की शुरुआत की थी।
उल्लेखनीय है कि दुश्मन का इरादा लौंगेवाला पर कब्जा करके रामगढ़ व जैसलमेर की तरफ प्रस्थान करने का था लेकिन मेजर कुलदीप सिंह चॉंदपुरी की कमान में भारतीय सेना की 23 पंजाब रेजिमेंन्ट की अल्फा कम्पनी ने लौंगेवाला में तैनात रहते हुए दुश्मन से संख्या में कई गुना कम होने के बावजूद पोस्ट पर तैनात रही और अंतिम जवान – अंतिम गोली तक दुश्मन का डटकर सामना किया। उसके बाद 5 दिसम्बर 1971 की सुबह वायुसेना के हन्टर लड़ाकू विमानों ने जैसलमेर एयरफोर्स से उड़ान भरकर विंग कमाण्डर एल. एस. बावा की अगुवाई में बमबारी कर पाकिस्तानी टैंकों को तहस नहस कर दिया । युद्ध के इतिहास में 23 पंजाब रेजिमेंन्ट और भारतीय वायु सेना की ऐसी बहादुरी का कोई और मुकाबला नहीं है।
इसी ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए जैसलमेर सैन्य छावनी व लोंगेवाला युद्ध स्थल पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें युद्ध स्मारक पर श्रद्वांजलि अर्पण समारोह, वीर नारियों का अभिनन्दन, मैराथन दौड़ सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं। इस अवसर पर बैटल एक्स डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडर मेजर जनरल राकेश कपूर (विशिष्ट सेवा मेडल) ने जैसलमेर के लोंगेवाला युद्ध स्थल पर 1971 के भारत – पाक युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान बड़ी संख्या में वरिष्ठ अनुभवी सेवानिवृत सैनिक, सेवारत सैनिक सहित आमजन ने लौंगेवाला युद्ध के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
जैसलमेर जैसलमेर सैन्य छावनी में भारतीय सेना की बैटल एक्स डिविजन द्वारा 14 से 16 दिसम्बर को 1971 के भारत – पाक युद्व में भारत की पाकिस्तान पर निर्णायक व ऐतिहासिक विजय तथा लौंगेवाला युद्ध की याद में विजय दिवस मनाया जा रहा है। गौरतलब है कि गत 2 व 4 दिसम्बर 1971 को पाकिस्तान की इन्फेन्ट्री ब्रिगेड ने टी-59 टैंकों की एक रेजिमेंन्ट एवं एम-4 शेरेमन टैंकों की एक टुकड़ी के साथ राजस्थान सेक्टर में एक बड़े हमले की शुरुआत की थी।
उल्लेखनीय है कि दुश्मन का इरादा लौंगेवाला पर कब्जा करके रामगढ़ व जैसलमेर की तरफ प्रस्थान करने का था लेकिन मेजर कुलदीप सिंह चॉंदपुरी की कमान में भारतीय सेना की 23 पंजाब रेजिमेंन्ट की अल्फा कम्पनी ने लौंगेवाला में तैनात रहते हुए दुश्मन से संख्या में कई गुना कम होने के बावजूद पोस्ट पर तैनात रही और अंतिम जवान – अंतिम गोली तक दुश्मन का डटकर सामना किया। उसके बाद 5 दिसम्बर 1971 की सुबह वायुसेना के हन्टर लड़ाकू विमानों ने जैसलमेर एयरफोर्स से उड़ान भरकर विंग कमाण्डर एल. एस. बावा की अगुवाई में बमबारी कर पाकिस्तानी टैंकों को तहस नहस कर दिया । युद्ध के इतिहास में 23 पंजाब रेजिमेंन्ट और भारतीय वायु सेना की ऐसी बहादुरी का कोई और मुकाबला नहीं है।
इसी ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए जैसलमेर सैन्य छावनी व लोंगेवाला युद्ध स्थल पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें युद्ध स्मारक पर श्रद्वांजलि अर्पण समारोह, वीर नारियों का अभिनन्दन, मैराथन दौड़ सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं। इस अवसर पर बैटल एक्स डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडर मेजर जनरल राकेश कपूर (विशिष्ट सेवा मेडल) ने जैसलमेर के लोंगेवाला युद्ध स्थल पर 1971 के भारत – पाक युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान बड़ी संख्या में वरिष्ठ अनुभवी सेवानिवृत सैनिक, सेवारत सैनिक सहित आमजन ने लौंगेवाला युद्ध के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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