जैसलमेर शहरी सरकार निर्दलीयों की मदद से बनने के संकेत,किसी दल को बहुमत की संभावना नजर नही आ रही
जैसलमेर नगर परिषद चुनावो को लेकर जेसलमेर में काफी हो हल्ला हो गया।।कांग्रेस भाजपा कड़े मुकाबले में फंस गई तो निर्दलीय कोई एक दर्जन सीट पर दोनो दलों के समीकरण बिगाड़ रहे।इस बार शहरी सरकार का दारोमदार निर्दलीय प्रत्याशियों पर रहेगा।।निर्दलीय करीब एक दर्जन सीट पर हावी है।।दोनो दलों ने निर्दलीय प्रत्याशियों को अपने समर्थन में लेने के तमाम प्रयास कर लिए।।कुछ स्थानों पर कांग्रेस तो कुछ स्थानों पर भाजपा के प्रत्यासी परिदृश्य में नही है।।ऐसी सीट पर निर्दलीयों की पो बारह हो रही है।।भाजपा ने कार्यकर्ताओं को टिकट वितरण में प्राथमिकता दी है तो कांग्रेस के प्रत्यासी गुट के आधार पर उतारे गए।।विधायक खेमे की और से नाएं चेहरे तो जरूर उतारे मगर ये चेहरे प्रभावी साबित नहीं हो रहे।।कांग्रेस ने वार्ड 20 से हरिवल्लभ कल्ला को निर्विरोध जीत दिला दी मगर यह जीत कांग्रेस के खाते में जाने की बजाय काबीना मंत्री सालेह मोहम्मद के खाते में गई।।प्रत्याशियों के चयन में कांग्रेस कई वार्डो में गच्चा खा गई जिसका फायदा कही भाजपा तो कही निर्दलीय प्रत्यासियो को मिल रहा है।।यह तय है जैसलमेर में शहरी सरकार बनाने का मौका निर्दलीयों के सहारे होगा।जो निर्दलीयों का समर्थन हासिल करेगा वही शहर की सरकार बना पायेगा।।कांग्रेस के नेताओ में विधायक रूपाराम धनदे खुद सक्रिय है तो काबीना मंत्री सालेह मोहम्मद ,प्रधान अमरदीन फकीर,पूर्व सभापति अशौक तँवर ने कमान संभाल रखी है।काबीना मंत्री सालेह मोहम्मद ने अपने आपको इन चुनावों में आज खुद को प्रत्यक्ष रूप सेझोंक दिया है।।कांग्रेस द्वारा शहर के सबसे बड़े वोट बैंक हजूरी समाज के तीन दिग्गज सहित वर्तमान पार्षद सशक्त उम्मीदवार पर्वत सिंह भाटी को किनारे कर दिया।इन तीन नेताओं अशोक तंवर,अर्जुन सिंह परिहार,महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता चौहान की टिकटें काट कर पहले ही आक्रोश का सामना कर रही है।।इसका विपरीत असर सामने आएगा।।भाटिया समाज को उचित प्रतिनिधित्व नही मिल पाया। इधर भाजपा के सान्ग सिंह भाटी,विक्रम सिंह नाचना,जुगल किशोर ,महेंद्र तँवर ने कमान संभाल रखी है।।बहरहाल शहरी सरकार के लिए महाभारत जारी है।।आने वाले तीन दिन खास रहेंगे ।मगर कोई खास उलटफेर होता दिख नही रहा।यह तय है सभापति निर्दलीयों की मदद से बनेगा वो भाजपा का हो या कांग्रेस का।
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