राजस्थान / खाना और चाय में नशीली गोलियां डालीं, घरवाले बेहोश; 2 लाख नकद और जेवर ले गईं लुटेरी दुल्हनें
भरतपुर. शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर हथैनी गांव में बुधवार रात दो दुल्हनें अपने ससुराल वालों को बेहोश करके 2 लाख रुपए नकद और 5 लाख रुपए के जेवर ले उड़ीं। सुबह जब घटना की जानकारी हुई तो दोनों दूल्हों 32 वर्षीय रमेश उर्फ भूरा, 27 वर्षीय नाहर सिंह, दोनों के पिता 75 वर्षीय रामकिशन और उनकी भाभी 26 वर्षीय पूनम को अर्द्ध-चेतन अवस्था में जिला आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों का मानना है कि इन 4 लोगों को संभवतः नींद की गोलियां किसी चीज में मिलाकर पिलाई गई हैं। वहीं पीड़ित परिवार के लोगों का भी कहना है कि नई दुल्हन सीमा और शिवानी का बुधवार को ही चूल्हा पुजवाया गया था। इसके बाद उन्होंने रस्म के तौर पर अपने लिए चावल बनाए, जबकि बाकी परिवार के लिए कढ़ी और एग करी बनाई थी।
रात्रि को उन्होंने चाय बनाकर पिलाई। हो सकता है तभी उन्होंने चाय में नशीली गोलियां मिला दी हों। इससे दोनों दूल्हे, ससुर और जेठानी बेहोश हो गए। देवर मुकेश ने खाना कम खाया था, इसलिए उस पर बेहोशी का ज्यादा असर नहीं हुआ। सुबह जब अन्य परिजन जागे तो देखा दोनों दुल्हन घर से सोने-चांदी के जेवरात, कीमती कपड़े, सामान और नकदी लेकर चंपत हो चुकी थीं।
दोनों को काफी खोजने की कोशिश की, लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चला। पीड़ित पक्ष की ओर से इस संबंध में दूल्हों के बड़े भाई अमर सिंह की ओर से चिकसाना पुलिस में मामला दर्ज कराया है। इसमें शादी करवाकर रुपए ऐंठने वाला गिरोह फिर से सक्रिय होने की आशंका जताई गई है। इस संबंध में जब बिचौलिए संतोष से फोन पर बात की तो पहले उसने कहा कि वह दोनों दुल्हनों को पकड़वा देगा। लेकिन, बाद में उसने फोन बंद कर लिया। दुल्हन के घर का ताला लगा हुआ था।
पीड़ित परिवार ने ही उठाया था शादी का पूरा खर्च
हथैनी निवासी रामकिशन के परिवार में 6 बेटे और 1 बेटी है। इनमें दो बेटों रमेश उर्फ भूरा और नाहर सिंह की शादी 8 नवंबर को ही भरतपुर के एसटीसी हाउसिंग बोर्ड में बरेली (यूपी) निवासी सीमा और शिवानी से हुई थी। इसमें गांव के ही परिचित बरेली निवासी संतोष उर्फ पप्पू बिचौलिया था। शादी का पूरा खर्च 2 लाख रुपए पीड़ित परिवार ने ही उठाया। यहां तक कथित दुल्हनों और उनके परिवार को टैक्सी से भरतपुर आने-जाने के लिए किराए के 10 हजार रुपए भी उन्हीं के परिवार ने दिए थे। दोनों दूल्हे दिल्ली स्थित फैक्ट्रियों में काम करते हैं।
चारों रोगियों को अर्द्ध-चेतन अवस्था में अस्पताल लाया गया था। फौरी तौर पर ऐसा लगता है कि इन्हें नशे या नींद की गोली खिलाई गई होंगी, जिससे ये लोग बेहोश हो गए। फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं और होश में भी आ गए हैं।
डा. विवेक भारद्वाज, यूनिट प्रभारी आरबीएम अस्पताल, भरतपुर
पिछले साल 11 मार्च, 2018 को भी गांव सैंथरा में शादी के बाद एक दुल्हन इसी तरह 4.50 लाख के जेवर जेवर और नकदी लेकर फरार हो गई थी। उस मामले की जांच में 5 मुल्जिम गिरफ्तार हुए थे। वे भी उत्तर प्रदेश के ही थे। इसलिए आशंका इसी बात की है कि कोई गिरोह यहां फिर से सक्रिय हो गया है।
श्रवण पाठक, एसएचओ, चिकसाना थाना,भरतपुर
यूं हुआ घटनाक्रम
नई बहुओं का बुधवार शाम को ही चूल्हा पुजवाया गया था।
सास ने उन्हें खाना बनाकर परिवार को खिलाने के लिए कहा।
सीमा और शिवानी ने कहा कि उन्हें खाना बनाना नहीं आता है। इससे सास नाराज हो गई और रोटियां मंगवाकर मिर्ची के साथ खा लीं। उसने दुल्हनों के हाथ का न खाना खाया और न ही चाय पी।
दुल्हनों ने अन्य लोगों के लिए कढ़ी और ऐग करी बनाई। खुद ने चावल खा लिए।
रात्रि में परिवार के अन्य लोगों को चाय भी बनाकर पिलाई थी। इसी दौरान चाय में कुछ मिला दिया होगा।
दूल्हों के बड़े भाई अमर सिंह का कहना है कि सीमा और शिवानी ने पहले आटे में कुछ मिलाया था। खाना खाने के बाद चक्कर से महसूस हुए थे। जब दुल्हनों ने देखा कि खाने का ज्यादा असर नहीं हुआ तो फिर चाय में नशीली गोलियां मिलाकर पिलाईं। परिजनों के बेहोश होने के बाद जेवर और नकदी समेट कर फरार हो गईं।
भरतपुर. शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर हथैनी गांव में बुधवार रात दो दुल्हनें अपने ससुराल वालों को बेहोश करके 2 लाख रुपए नकद और 5 लाख रुपए के जेवर ले उड़ीं। सुबह जब घटना की जानकारी हुई तो दोनों दूल्हों 32 वर्षीय रमेश उर्फ भूरा, 27 वर्षीय नाहर सिंह, दोनों के पिता 75 वर्षीय रामकिशन और उनकी भाभी 26 वर्षीय पूनम को अर्द्ध-चेतन अवस्था में जिला आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों का मानना है कि इन 4 लोगों को संभवतः नींद की गोलियां किसी चीज में मिलाकर पिलाई गई हैं। वहीं पीड़ित परिवार के लोगों का भी कहना है कि नई दुल्हन सीमा और शिवानी का बुधवार को ही चूल्हा पुजवाया गया था। इसके बाद उन्होंने रस्म के तौर पर अपने लिए चावल बनाए, जबकि बाकी परिवार के लिए कढ़ी और एग करी बनाई थी।
रात्रि को उन्होंने चाय बनाकर पिलाई। हो सकता है तभी उन्होंने चाय में नशीली गोलियां मिला दी हों। इससे दोनों दूल्हे, ससुर और जेठानी बेहोश हो गए। देवर मुकेश ने खाना कम खाया था, इसलिए उस पर बेहोशी का ज्यादा असर नहीं हुआ। सुबह जब अन्य परिजन जागे तो देखा दोनों दुल्हन घर से सोने-चांदी के जेवरात, कीमती कपड़े, सामान और नकदी लेकर चंपत हो चुकी थीं।
दोनों को काफी खोजने की कोशिश की, लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चला। पीड़ित पक्ष की ओर से इस संबंध में दूल्हों के बड़े भाई अमर सिंह की ओर से चिकसाना पुलिस में मामला दर्ज कराया है। इसमें शादी करवाकर रुपए ऐंठने वाला गिरोह फिर से सक्रिय होने की आशंका जताई गई है। इस संबंध में जब बिचौलिए संतोष से फोन पर बात की तो पहले उसने कहा कि वह दोनों दुल्हनों को पकड़वा देगा। लेकिन, बाद में उसने फोन बंद कर लिया। दुल्हन के घर का ताला लगा हुआ था।
पीड़ित परिवार ने ही उठाया था शादी का पूरा खर्च
हथैनी निवासी रामकिशन के परिवार में 6 बेटे और 1 बेटी है। इनमें दो बेटों रमेश उर्फ भूरा और नाहर सिंह की शादी 8 नवंबर को ही भरतपुर के एसटीसी हाउसिंग बोर्ड में बरेली (यूपी) निवासी सीमा और शिवानी से हुई थी। इसमें गांव के ही परिचित बरेली निवासी संतोष उर्फ पप्पू बिचौलिया था। शादी का पूरा खर्च 2 लाख रुपए पीड़ित परिवार ने ही उठाया। यहां तक कथित दुल्हनों और उनके परिवार को टैक्सी से भरतपुर आने-जाने के लिए किराए के 10 हजार रुपए भी उन्हीं के परिवार ने दिए थे। दोनों दूल्हे दिल्ली स्थित फैक्ट्रियों में काम करते हैं।
चारों रोगियों को अर्द्ध-चेतन अवस्था में अस्पताल लाया गया था। फौरी तौर पर ऐसा लगता है कि इन्हें नशे या नींद की गोली खिलाई गई होंगी, जिससे ये लोग बेहोश हो गए। फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं और होश में भी आ गए हैं।
डा. विवेक भारद्वाज, यूनिट प्रभारी आरबीएम अस्पताल, भरतपुर
पिछले साल 11 मार्च, 2018 को भी गांव सैंथरा में शादी के बाद एक दुल्हन इसी तरह 4.50 लाख के जेवर जेवर और नकदी लेकर फरार हो गई थी। उस मामले की जांच में 5 मुल्जिम गिरफ्तार हुए थे। वे भी उत्तर प्रदेश के ही थे। इसलिए आशंका इसी बात की है कि कोई गिरोह यहां फिर से सक्रिय हो गया है।
श्रवण पाठक, एसएचओ, चिकसाना थाना,भरतपुर
यूं हुआ घटनाक्रम
नई बहुओं का बुधवार शाम को ही चूल्हा पुजवाया गया था।
सास ने उन्हें खाना बनाकर परिवार को खिलाने के लिए कहा।
सीमा और शिवानी ने कहा कि उन्हें खाना बनाना नहीं आता है। इससे सास नाराज हो गई और रोटियां मंगवाकर मिर्ची के साथ खा लीं। उसने दुल्हनों के हाथ का न खाना खाया और न ही चाय पी।
दुल्हनों ने अन्य लोगों के लिए कढ़ी और ऐग करी बनाई। खुद ने चावल खा लिए।
रात्रि में परिवार के अन्य लोगों को चाय भी बनाकर पिलाई थी। इसी दौरान चाय में कुछ मिला दिया होगा।
दूल्हों के बड़े भाई अमर सिंह का कहना है कि सीमा और शिवानी ने पहले आटे में कुछ मिलाया था। खाना खाने के बाद चक्कर से महसूस हुए थे। जब दुल्हनों ने देखा कि खाने का ज्यादा असर नहीं हुआ तो फिर चाय में नशीली गोलियां मिलाकर पिलाईं। परिजनों के बेहोश होने के बाद जेवर और नकदी समेट कर फरार हो गईं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें