बाड़मेर*नाबालिग बच्ची के अपहरण के मुख्य 2 आरोपी हैदराबाद से गिरफ्तार,अपहर्ता भी दस्तयाब*
*बाड़मेर 12 नवम्बर।*
बाड़मेर जिले की थाना सिवाना क्षैत्र के महिलावास चौराये से माली समाज की नाबालिग लड़की के अपहरण में वांछित 2 मुलजिमो को थानाधिकारी श्री दाऊद खान के नेतृत्व में गठित टीम ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर इनके कब्जे से नाबालिग अपहर्ता को बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस अधीक्षक बाड़मेर श्री शरद चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि 30 जून,19 को धारणा निवासी भगाराम माली ने अपने भाई की नाबालिग बेटी के अपहरण की रिपोर्ट थाना सिवाना पर पेश की। रिपोर्ट के अनुसार 22 जून को सियावट निवासी गोपाराम माली ने उसके भाई राजुराम जो भोला व नशेडी है को बच्ची के बड़े घर मे शादी का झांसा देकर सिवाना बुलाया। जहाँ उसे पानी मे नशे की दवाई मिलाकर पिला उसकी बेटी का अपहरण कर लिया। गोपाराम ने दासपा निवासी सांवलजी माली से रुपये लेकर षडयंत्र कर सांवलजी के पुत्र भरत के साथ जबरन विवाह करवाने हेतु नाबालिग बच्ची को अगवा किया है।
*नशेड़ी बाप ने 5 दिन तक घरवालों को भी नही दी बच्ची की सूचना*
22 जून को गोपाराम के कहने पर राजूराम अपनी नाबालिग बेटी को लेकर घर से ननिहाल छोड़ने का कहकर सिवाना के लिए निकला। दुसरे दिन अकेला घर आया। नशे की हालात में होने से घरवालों ने कोई बात नही की ओर सोचा बच्ची को ननिहाल छोड़ दिया होगा। घटना के 4 दिन बाद 26 जून को जब घरवालों को बच्ची के ननिहाल में नहीं होने की सूचना मिली तब जाकर उसने आपबीती बताई।
पुलिस अधीक्षक श्री चौधरी ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए अपह्रत बालिका व आरोपियों की तलाश कर मुलजिम गोपाराम पुत्र धन्नाराम माली निवासी पोशाणा व सांवलाराम पुत्र हीराजी उर्फ हीराराम माली निवासी दासपा तथा भगवैया के पिता राजुराम पुत्र भोलाराम को गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किया गया।
*न्यायालय ने दिए थे शीघ्र गिरफ्तारी व अपहर्ता की बरामदगी के आदेश*
इस प्रकरण मे परिवादी श्री भगाराम द्वारा माननीय उच्च न्यायलय जोधपुर मे नाबालिग की दस्तयाबी हेतु डी.बी. हेबियर्स कापर्स पिटिसन दायर की गयी। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा नाबालिग की दस्तयाबी हेतु विशेष आदेश प्रदान किये। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा श्री नरपत सिह के निकट सुपरविजन मे वृताधिकारी बालोतरा श्री सुभाष चन्द के नेतृत्व मे थानाधिकारी दाउदखान व थाना सिवाना की एक टीम का गठन किया गया तथा भगवैया की दस्तयाबी व मुलजिम भरत कुमार की गिरफ्तारी पर 4000 रुपये ईनाम की घोषणा की गयी।
*कॉल के लिए फोन नही इंटरनेट कालिंग करता था आरोपी*
श्री चौधरी ने बताया कि नाबालिग से शादी करने वाला मुख्य आरोपी भरत अपने फोन का प्रयोग नही कर केवल इंटरनेट कालिंग से बात करता था। पुलिस ने मुलजिम भरत कुमार के व्हाट्सएप चेटिग पर सख्त निगरानी रखकर मुलजिम के नम्बर का मालूमात किया गया तो उसकी लोकेशन एक दिन के लिये हैदराबाद होना ज्ञात हुई। इस पर हैड कानि शैतानसिह व कानि रेवन्तसिह को हैदराबाद भेजा गया।
*मुलजिमों की गिरफ्तारी के लिए फकीरों का वेश बनाया पुलिस ने*
उन्होंने बताया कि जहां टीम ने अपनी पहचान छिपाने के लिये फकीरी वेश धारण कर मुल्जिमो की तलाश की। स्थानीय लोगो से जानकारी प्राप्त की। आखिकार तलाश पूरी हुई और सब्जी खरीदने जाते वक्त दोनो आरोपी भाई भरत कुमार माली (27) व मोहन लाल माली (29) निवासी दासपा पुलिस थाना भीनमाल जिला जालोर को दस्तयाब किया तथा भगवैया को दस्तयाब किया।
श्री चौधरी ने बताया कि मुलजिम मोहनलाल की दस्तयाबी हेतू टीम ने 7 दिन पूर्व दासपा जालोर पर एक बेरे पर दबिश दी थी। उस वक्त मुलजिम भागकर अपने भाई के पास हैदराबाद चला गया था।
दोनो मुलजिमानो से पुछताछ की जा रही हैं। भगवैया नाबालिग को उसकी मां के संरक्षण मे रखा गया।
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*बाड़मेर 12 नवम्बर।*
बाड़मेर जिले की थाना सिवाना क्षैत्र के महिलावास चौराये से माली समाज की नाबालिग लड़की के अपहरण में वांछित 2 मुलजिमो को थानाधिकारी श्री दाऊद खान के नेतृत्व में गठित टीम ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर इनके कब्जे से नाबालिग अपहर्ता को बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस अधीक्षक बाड़मेर श्री शरद चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि 30 जून,19 को धारणा निवासी भगाराम माली ने अपने भाई की नाबालिग बेटी के अपहरण की रिपोर्ट थाना सिवाना पर पेश की। रिपोर्ट के अनुसार 22 जून को सियावट निवासी गोपाराम माली ने उसके भाई राजुराम जो भोला व नशेडी है को बच्ची के बड़े घर मे शादी का झांसा देकर सिवाना बुलाया। जहाँ उसे पानी मे नशे की दवाई मिलाकर पिला उसकी बेटी का अपहरण कर लिया। गोपाराम ने दासपा निवासी सांवलजी माली से रुपये लेकर षडयंत्र कर सांवलजी के पुत्र भरत के साथ जबरन विवाह करवाने हेतु नाबालिग बच्ची को अगवा किया है।
*नशेड़ी बाप ने 5 दिन तक घरवालों को भी नही दी बच्ची की सूचना*
22 जून को गोपाराम के कहने पर राजूराम अपनी नाबालिग बेटी को लेकर घर से ननिहाल छोड़ने का कहकर सिवाना के लिए निकला। दुसरे दिन अकेला घर आया। नशे की हालात में होने से घरवालों ने कोई बात नही की ओर सोचा बच्ची को ननिहाल छोड़ दिया होगा। घटना के 4 दिन बाद 26 जून को जब घरवालों को बच्ची के ननिहाल में नहीं होने की सूचना मिली तब जाकर उसने आपबीती बताई।
पुलिस अधीक्षक श्री चौधरी ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए अपह्रत बालिका व आरोपियों की तलाश कर मुलजिम गोपाराम पुत्र धन्नाराम माली निवासी पोशाणा व सांवलाराम पुत्र हीराजी उर्फ हीराराम माली निवासी दासपा तथा भगवैया के पिता राजुराम पुत्र भोलाराम को गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किया गया।
*न्यायालय ने दिए थे शीघ्र गिरफ्तारी व अपहर्ता की बरामदगी के आदेश*
इस प्रकरण मे परिवादी श्री भगाराम द्वारा माननीय उच्च न्यायलय जोधपुर मे नाबालिग की दस्तयाबी हेतु डी.बी. हेबियर्स कापर्स पिटिसन दायर की गयी। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा नाबालिग की दस्तयाबी हेतु विशेष आदेश प्रदान किये। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा श्री नरपत सिह के निकट सुपरविजन मे वृताधिकारी बालोतरा श्री सुभाष चन्द के नेतृत्व मे थानाधिकारी दाउदखान व थाना सिवाना की एक टीम का गठन किया गया तथा भगवैया की दस्तयाबी व मुलजिम भरत कुमार की गिरफ्तारी पर 4000 रुपये ईनाम की घोषणा की गयी।
*कॉल के लिए फोन नही इंटरनेट कालिंग करता था आरोपी*
श्री चौधरी ने बताया कि नाबालिग से शादी करने वाला मुख्य आरोपी भरत अपने फोन का प्रयोग नही कर केवल इंटरनेट कालिंग से बात करता था। पुलिस ने मुलजिम भरत कुमार के व्हाट्सएप चेटिग पर सख्त निगरानी रखकर मुलजिम के नम्बर का मालूमात किया गया तो उसकी लोकेशन एक दिन के लिये हैदराबाद होना ज्ञात हुई। इस पर हैड कानि शैतानसिह व कानि रेवन्तसिह को हैदराबाद भेजा गया।
*मुलजिमों की गिरफ्तारी के लिए फकीरों का वेश बनाया पुलिस ने*
उन्होंने बताया कि जहां टीम ने अपनी पहचान छिपाने के लिये फकीरी वेश धारण कर मुल्जिमो की तलाश की। स्थानीय लोगो से जानकारी प्राप्त की। आखिकार तलाश पूरी हुई और सब्जी खरीदने जाते वक्त दोनो आरोपी भाई भरत कुमार माली (27) व मोहन लाल माली (29) निवासी दासपा पुलिस थाना भीनमाल जिला जालोर को दस्तयाब किया तथा भगवैया को दस्तयाब किया।
श्री चौधरी ने बताया कि मुलजिम मोहनलाल की दस्तयाबी हेतू टीम ने 7 दिन पूर्व दासपा जालोर पर एक बेरे पर दबिश दी थी। उस वक्त मुलजिम भागकर अपने भाई के पास हैदराबाद चला गया था।
दोनो मुलजिमानो से पुछताछ की जा रही हैं। भगवैया नाबालिग को उसकी मां के संरक्षण मे रखा गया।
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