जैसलमेर: 29 नवंबर से सेना करेगी दूसरा बड़ा युद्धाभ्यास, पहली बार शामिल होंगे ये हथियार
जैसलमेर. पश्चिमी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित जैसलमेर जिले में सेना अपना दूसरा बड़ा युद्धाभ्यास करेगी. आगामी 29 नवंबर से पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित होने वाला यह युद्धाभ्यास भारतीय सेना के दक्षिणी कमान के अन्तर्गत भोपाल स्थित स्ट्राइक कोर सुदर्शन चक्र वाहिनी के साथ किया जाएगा. दूसरे चरण का यह युद्धाभ्यास 4 दिसंबर तक आयोजित होगा.
40 हज़ार सैनिक शामिल होंगे
जानकारी के अनुसार इस इस युद्धाभ्यास में 40 हज़ार सैनिक शामिल होंगे. इसमें टैंक व इन्फेंट्री कॉम्बेक्ट व्हीकल्स से युक्त पूरे यंत्रीकृत संरचनाओं से अभ्यास किया जाएगा. इस अभ्यास में टी-90 टैंकों, बीएमपी के साथ पहली बार युद्धाभ्यास में शामिल हो रही अत्याधुनिक भारत निर्मित K-9 वर्जा गन और 130 एम.एम. गन, 105 एम.एम. गन आदि के माध्यम से जबर्दस्त मारक क्षमता के साथ दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को नेस्तनाबूत किया जाएगा.
एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रूद्र का भी होगा प्रदर्शन
इस युद्धाभ्यास में एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रूद्र का भी प्रदर्शन किया जाएगा. फिल्हाल पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में इसका पूर्वाभ्यास किया जा रहा है. इसमें सेना के जवानों द्वारा दुश्मनों का सामना करने के लिए तोपों से अचूक निशाने भी साधे जा रहे हैं. दूसरे चरण के युद्धाभ्यास की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
समय-समय पर होते रहते हैं अभ्यास
उल्लेखनीय है कि हाल में गत माह सेना ने जैसलमेर में ही युद्धाभ्यास किया था. पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में यह युद्धाभ्यास दो दिन तक चला था. उससे पहले थार के धोरों में वॉर गेम एक्सरसाइज का आयोजन किया गया था. इस वॉर गेम एक्सरसाइज में भारत सहित 8 देशों के सैनिकों ने अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता में अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया था. इस प्रतियोगिता के दूसरे चरण में भारतीय सैनिक चीन सहित 7 देशों को पछाड़ कर प्रथम स्थान पर रहे थे. वहीं चीन 7वें नंबर पर रहा था.
जैसलमेर. पश्चिमी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित जैसलमेर जिले में सेना अपना दूसरा बड़ा युद्धाभ्यास करेगी. आगामी 29 नवंबर से पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित होने वाला यह युद्धाभ्यास भारतीय सेना के दक्षिणी कमान के अन्तर्गत भोपाल स्थित स्ट्राइक कोर सुदर्शन चक्र वाहिनी के साथ किया जाएगा. दूसरे चरण का यह युद्धाभ्यास 4 दिसंबर तक आयोजित होगा.
40 हज़ार सैनिक शामिल होंगे
जानकारी के अनुसार इस इस युद्धाभ्यास में 40 हज़ार सैनिक शामिल होंगे. इसमें टैंक व इन्फेंट्री कॉम्बेक्ट व्हीकल्स से युक्त पूरे यंत्रीकृत संरचनाओं से अभ्यास किया जाएगा. इस अभ्यास में टी-90 टैंकों, बीएमपी के साथ पहली बार युद्धाभ्यास में शामिल हो रही अत्याधुनिक भारत निर्मित K-9 वर्जा गन और 130 एम.एम. गन, 105 एम.एम. गन आदि के माध्यम से जबर्दस्त मारक क्षमता के साथ दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को नेस्तनाबूत किया जाएगा.
एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रूद्र का भी होगा प्रदर्शन
इस युद्धाभ्यास में एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रूद्र का भी प्रदर्शन किया जाएगा. फिल्हाल पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में इसका पूर्वाभ्यास किया जा रहा है. इसमें सेना के जवानों द्वारा दुश्मनों का सामना करने के लिए तोपों से अचूक निशाने भी साधे जा रहे हैं. दूसरे चरण के युद्धाभ्यास की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
समय-समय पर होते रहते हैं अभ्यास
उल्लेखनीय है कि हाल में गत माह सेना ने जैसलमेर में ही युद्धाभ्यास किया था. पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में यह युद्धाभ्यास दो दिन तक चला था. उससे पहले थार के धोरों में वॉर गेम एक्सरसाइज का आयोजन किया गया था. इस वॉर गेम एक्सरसाइज में भारत सहित 8 देशों के सैनिकों ने अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता में अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया था. इस प्रतियोगिता के दूसरे चरण में भारतीय सैनिक चीन सहित 7 देशों को पछाड़ कर प्रथम स्थान पर रहे थे. वहीं चीन 7वें नंबर पर रहा था.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें