बाड़मेर, जन सुनवाई में अधिकारी लगे रहें मोबाइल में,
जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक की जन सुनवाई के दौरान
बाड़मेर, 10 अक्टूबर ,जिला मुख्यालय पर अटल सेवा केन्द्र में हमेशा की तरह ही आज भी गुरूवार को आयोजित जन सुनवाई के दौरान दोनों ही नये ज़िला प्रशासन के अधिकारियों ने पहली बार जनसुनवाई में शामिल हुए, पब्लिक ने सोचा होगा की दमदार अधिकारी होंगे लेकिन बाहर निकल कर जानकारी प्राप्त करने पर बताया गया कि पहले वाले की तुलना में....
जिला कलक्टर अंशदीप एवं पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने आमजन की समस्याएं सुनी। जन सुनवाई मंे कुछ प्रकरणांे का मौके पर समाधान किया गया। कई प्रकरणांे मंे आमजन को राहत प्रदान करके साप्ताहिक बैठक के दौरान प्रगति से अवगत कराने के निर्देश दिए गए।
जनसुनवाई में अधिकारियों की कलेक्टर के आदेश पर विशेष ध्यान देने की बजाय अधिकांश अधिकारियों को अपने मोबाइल पर ही चेटिंग करते देखा गया। जिला कलेक्टर ने जिले में तैनात अधिकारियों से परिवादियों द्वारा दिए गए आवेदनों पर बात करने पर कई अधिकारियों को आंकड़ों की जानकारी नहीं होने से जिला कलेक्टर जनसुनवाई ने असंतुष्टि जाहिर की। आगे से आंकड़ों के अनुसार तैयार रहने की कहा गया।
जनसुनवाई में जिले के लगभग चालीस पचास अधिकारीयों ने हमेशा की तरह दस बजे से तीन बजे तक क्या क्या किया यह तो अगली जनसुनवाई में कलेक्टर साहब को पता चलेगा, वहीं फरियादी ओर फिर से वही अधिकारियों की फौज
जिला अधिकारियों को जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई में हमेशा की तरह से सुस्त देखा गया , पिछले चार पांच जिला कलेक्टरों की जनसुनवाई में आए फरियादीयो ने बताया कि कामकाज तो कोई करते नहीं है केवल सरकारी कर्मचारियों को इकट्ठा होकर समय बर्बाद किया गया है खानापूर्ति करने के लिए हमेशा की तरह।
जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक की जन सुनवाई के दौरान
बाड़मेर, 10 अक्टूबर ,जिला मुख्यालय पर अटल सेवा केन्द्र में हमेशा की तरह ही आज भी गुरूवार को आयोजित जन सुनवाई के दौरान दोनों ही नये ज़िला प्रशासन के अधिकारियों ने पहली बार जनसुनवाई में शामिल हुए, पब्लिक ने सोचा होगा की दमदार अधिकारी होंगे लेकिन बाहर निकल कर जानकारी प्राप्त करने पर बताया गया कि पहले वाले की तुलना में....
जिला कलक्टर अंशदीप एवं पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने आमजन की समस्याएं सुनी। जन सुनवाई मंे कुछ प्रकरणांे का मौके पर समाधान किया गया। कई प्रकरणांे मंे आमजन को राहत प्रदान करके साप्ताहिक बैठक के दौरान प्रगति से अवगत कराने के निर्देश दिए गए।
जनसुनवाई में अधिकारियों की कलेक्टर के आदेश पर विशेष ध्यान देने की बजाय अधिकांश अधिकारियों को अपने मोबाइल पर ही चेटिंग करते देखा गया। जिला कलेक्टर ने जिले में तैनात अधिकारियों से परिवादियों द्वारा दिए गए आवेदनों पर बात करने पर कई अधिकारियों को आंकड़ों की जानकारी नहीं होने से जिला कलेक्टर जनसुनवाई ने असंतुष्टि जाहिर की। आगे से आंकड़ों के अनुसार तैयार रहने की कहा गया।
जनसुनवाई में जिले के लगभग चालीस पचास अधिकारीयों ने हमेशा की तरह दस बजे से तीन बजे तक क्या क्या किया यह तो अगली जनसुनवाई में कलेक्टर साहब को पता चलेगा, वहीं फरियादी ओर फिर से वही अधिकारियों की फौज
जिला अधिकारियों को जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई में हमेशा की तरह से सुस्त देखा गया , पिछले चार पांच जिला कलेक्टरों की जनसुनवाई में आए फरियादीयो ने बताया कि कामकाज तो कोई करते नहीं है केवल सरकारी कर्मचारियों को इकट्ठा होकर समय बर्बाद किया गया है खानापूर्ति करने के लिए हमेशा की तरह।
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