*बाडमेर जिला परिषद के सदन की गरिमा तार तार,विधायक पर जूता उठाने वाले कि सदस्यता समाप्त हो*
*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*
*बाडमेर जिला परिषद की विशेष बैठक में आज जो घटनाक्रम हुआ वह सदन की गरिमा को तार तार करने के लिए काफी।।इस घटनाक्रम से लोकतंत्र कलंकित हुआ।एक चुने हुए जनप्रतिनिधि द्वारा समाननिय विधायक मेवाराम जैन को जूता दिखाना न केवल निंदनीय बल्कि ये लोकतंत्र का भी हनन है।ऐसे सदस्यो को सदन के सदस्य रहने का अधिकार नही होना चाहिए।सदन जनता की समस्याओं के समाधान के लिए होता है व्यक्तिगत द्वेष निकलने के लिए नहीं।।जब मंच पर जिला कलेक्टर ,जिला प्रमुख,विधायक मौजूद हो ऐसे में ऐसी घटना को कारित करना अपराध से कम नही है।ये विधायक की भलमानस्ता और सह्रदयता है कि जिला परिषद सदस्य द्वारा माफी मांगने पर माफ कर दिया।मगर सवाल अब भी है कि हम जन प्रतिनिधि चुनते वक़्त ध्यान क्यों नही रखते। विधायक गरिमामय पद है।।चुनाव के वक़्त पार्टी पॉलिटिक्स के चलते विरोध हो सकता है मगर विधायक चुने जाने के बाद वो सभी के विधायक होते है। सदन के चलते अपनी बात रखने का ,प्रदर्शन ,धरना सदस्य का अधिकार है मगर विधायक पर जूता तानना घोर निंदनीय है।जिला प्रमुख को इस प्रकरण में आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए।ऐसे सदस्यो को सदन में रहने का अधिकार नही है।।जब लोकतंत्र की रक्षा करने वाले सदन की गरिमा का सम्मान नही कर सकते तो सदन में रहने का कोई औचित्य नही।।
*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*
*बाडमेर जिला परिषद की विशेष बैठक में आज जो घटनाक्रम हुआ वह सदन की गरिमा को तार तार करने के लिए काफी।।इस घटनाक्रम से लोकतंत्र कलंकित हुआ।एक चुने हुए जनप्रतिनिधि द्वारा समाननिय विधायक मेवाराम जैन को जूता दिखाना न केवल निंदनीय बल्कि ये लोकतंत्र का भी हनन है।ऐसे सदस्यो को सदन के सदस्य रहने का अधिकार नही होना चाहिए।सदन जनता की समस्याओं के समाधान के लिए होता है व्यक्तिगत द्वेष निकलने के लिए नहीं।।जब मंच पर जिला कलेक्टर ,जिला प्रमुख,विधायक मौजूद हो ऐसे में ऐसी घटना को कारित करना अपराध से कम नही है।ये विधायक की भलमानस्ता और सह्रदयता है कि जिला परिषद सदस्य द्वारा माफी मांगने पर माफ कर दिया।मगर सवाल अब भी है कि हम जन प्रतिनिधि चुनते वक़्त ध्यान क्यों नही रखते। विधायक गरिमामय पद है।।चुनाव के वक़्त पार्टी पॉलिटिक्स के चलते विरोध हो सकता है मगर विधायक चुने जाने के बाद वो सभी के विधायक होते है। सदन के चलते अपनी बात रखने का ,प्रदर्शन ,धरना सदस्य का अधिकार है मगर विधायक पर जूता तानना घोर निंदनीय है।जिला प्रमुख को इस प्रकरण में आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए।ऐसे सदस्यो को सदन में रहने का अधिकार नही है।।जब लोकतंत्र की रक्षा करने वाले सदन की गरिमा का सम्मान नही कर सकते तो सदन में रहने का कोई औचित्य नही।।
Kyu mevaram jyda sahukar hai kya vo chala kam ka bolte hai to bolta modi ke pas jao aisa vidhayak kya kam ka
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