रविवार, 15 सितंबर 2019

झालावाड़ आपदा से प्रभावित लोगों को दे शीघ्र राहत- प्रभारी सचिव

झालावाड़ आपदा से प्रभावित लोगों को दे शीघ्र राहत- प्रभारी सचिव


झालावाड़ 15 सितम्बर। जिले में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में आमजन की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति का विशेष ध्यान रखा जाए। यह निर्देश जिले के प्रभारी सचिव राजेश यादव ने रविवार को मिनी सचिवालय में बाढ एवं आपदा से जुडे मामलों पर आयोजित बैठक में महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों को दिए।
प्रभारी सचिव ने जिला कलक्टर झालावाड़ सिद्धार्थ सिहाग को निर्देशित किया वे झालावाड में गत 10 से 15 वर्षों के दौरान हुई बारिश का अध्ययन जोधपुर स्थित परियोजना निदेशक एवं पदेन उप सचिव, कार्यालय स्टेट रिमोट सेन्सिग एप्लीकेशन सेन्टर के विशेषज्ञों से  कराया जाए ताकि भारी बरसात के कारण जिले में होने वाली जन-धन की हानि को रोका जा सके।
प्रभारी सचिव ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता से जिले की सड़कों एवं पुलियाओं की स्थिति के बारे में जानकारी लेते कहा कि बरसात के रूकने पर शीघ्र सडकों की मरम्मत कर आवागमन सुचारू किया जाए। वहीं सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बांधों की सुरक्षा एवं बांधों से छोडे जाने वाले पानी के बहाव की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि जब भी बाधों से पानी छोडा जाए ऐतिहात के तौर पर आस-पास के ग्रामीणों को सूचित करें और उन्हें खाली समय में इस तरह की आपदा से निपटने का प्रशिक्षण भी दिया जाए ताकि वे कभी भी इस प्रकार की आपदा आने पर अपना बचाव कर सके।
प्रभारी सचिव ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देशित किया कि वे शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जिन-जिन स्थानों पर जलापूर्ति बाधित हुई है उसकी रिपोर्ट तैयार कर तत्काल जिला कलक्टर को प्रस्तुत करें और आमजन को अन्य संसाधनों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला कलक्टर को भी पटवारियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति की रिपोर्ट लेने के लिए कहा। 
जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता ने बताया कि डग व गंगधार क्षेत्र में भारी बरसात के कारण पगारिया जी एस एस से आवर स्थित जल शोधन संयंत्र व गागरीन बांध स्थित इन्टेक पम्प गृह को जाने वाली 11 के वी विद्युत लाई के कई खम्भे गिर जाने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित है। जिसके कारण गागरीन पेयजल परियोजना से जुडे समस्त ग्रामों में पेयजल आपूर्ति बिजली की सप्लाई सुचारू रूप से शुरू होने तक बाधित रहेगी।
जिला कलक्टर ने बताया कि वर्ष 2019 में मानसून के दौरान 1542 एमएम वर्षा हुई है जो औसत वर्षा से 640 एमएम ज्यादा है उन्होंने बताया कि गत दो दिवस में गंगधार तहसील में अधिक बरसात हुई है। उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण जिले में बचाव व राहत कार्य चल रहे है, 28-28 सदस्यों की दो एनडीआरएफ, 20 सदस्यों की एक एसडीआरएफ, इसके अतिरिक्त बारां जिले से भी एक एसडीआरएफ टीम तथा 70-70 जवानों के भारतीय थल सेना के दो कॉलम भी जिला प्रशासन का राहत कार्य में सहयोग कर रहे है।
उन्होंने बताया कि अब तक बचाव दल द्वारा कुल 782 लोगों को बाढ से बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और उनके खाने-पीने की भी माकूल व्यवस्था प्रशासन द्वारा जन सहयोग से करवाई जा रही है।

प्रभारी सचिव ने चिकित्सा विभाग की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और वर्षा के कारण एकत्रित पानी में मच्छरों को न पनपने देने के लिए एनटी लार्वा गतिविधियां भी आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान राजकीय सीएचसी एवं पीएचसी के अतिरिक्त निजी अस्पतालों में भी चिकित्सकों को सर्तक रहने के लिए सूचित करें ताकि लोग अपने नजदीक के अस्पताल में इलाज करा सके।
एमपेनल्ड निजी अस्पतालों में भी करा सकते है निःशुल्क ईलाज
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साजिद खान ने बताया कि भामाशाह कार्डधारी एवं आयुषमान भारत योजना में चिन्हित लाभार्थी राजकीय चिकित्सालयों के साथ-साथ एमपेनल्ड निजी अस्पताल संजीवनी हॉस्पिटल एनएच 12 झालरापाटन, जयसवाल हॉस्पिटल मनोहरथाना, निरोगधाम हॉस्पिटल बस स्टेण्ड अकलेरा, शीला हॉस्पिटल भवानीमंडी, गणपति नर्सिंग होम झालरापाटन, एस के हॉस्पिटल पचपहाड रोड भवानीमंडी, नवजीवन हॉस्पिटल नगरपालिका के पास भवानीमंडी, समर्पण हॉस्पिटल खण्डिया चौराहा झालावाड़, सिटी हॉस्पिटल, नून हॉस्पिटल सूलिया चौकी के पास भवानीमंडी, एलएन हॉस्पिटल गैस गौदाम के पास झालावाड़, ट्रामों सेन्टर खण्डिया चौराहा झालावाड़ एवं बालाजी ऑर्थोपेडिक जनाना अस्पताल के पीछे झालावाड़ में भी इलाज करा सकते है।
प्रभारी सचिव ने बताया कि बाढ या अन्य प्राकृतिक आपदा के कारण पशुपालक के गाय, बैल, भैंस व बकरी, भैड के मरने पर सरकार द्वारा आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि वे पशु हानि का सही आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि संबंधित पशुपालकों को राहत दी जा सके। बैठक में कृषि, परिहवन, जिला रसद आदि विभागीय अधिकारियों से भी बाढ राहत कार्यों के संबंध में चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।
इस दौरान प्रभारी सचिव ने जिला कलक्टर सहित संबंधित अधिकारियों के साथ शहर के ब्रज नगर और कलमण्डी गांव में जिला प्रशासन द्वारा आपदा के दौरान किए गए राहत कार्यो का जायजा भी लिया। 
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद चतुर्वेदी, उपखण्ड अधिकारी मोहन लाल प्रतिहार, जिला रसद अधिकारी मनीषा तिवारी, तहसीलदार झालरापाटन हरबिन्दर सिंह ढिल्लन सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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