मंगलवार, 6 अगस्त 2019

बाड़मेर चोरी के झूठे आरोप व पूर्व सीआई की धमकी से परेशान होकर कर रहा हूं आत्महत्या(जैसा सुसाइड नोट में लिखा)

 बाड़मेर चोरी के झूठे आरोप व पूर्व सीआई की धमकी से परेशान होकर कर रहा हूं आत्महत्या(जैसा सुसाइड नोट में लिखा) 

 बालोतरा निकटवर्ती कीटनोद में एक युवक ने जाल के पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पूर्व लिखे सुसाइड नोट में उसने आरोप लगाया कि उसके पड़ौस के घर में चोरी हो गई थी, जिसे लेकर उस पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, वहीं पूर्व सीआई भंवरलाल देवासी के नाम से उसे फोन पर धमकिया दी जा रही हैं। इन सब से तंग आ गया हूं, ये लोग मुझे जीने नहीं देंगे।

पुलिस के अनुसार मांगूसिंह निवासी कीटनोद तहसील पचपदरा जिला बाड़मेर ने रिपोर्ट दी कि उनके बड़े भाई हीरसिंह गोदपुत्र मंगल सिंह परिवार सहित दिपडी नाडी कीटनोद में रहता था। उनके पड़ौस में विरमाराम देवासी के घर में किसी ने चोरी कर ली थी, जिसका पड़ौसी उसके भाई हीरसिंह पर आरोप लगाने लगे। हीरसिंह के मोबाइल फोन पर भंवरलाल सीआई के नाम से धमकी भरे फोन आते थे। वहीं पड़ोसी भूराराम, जगता रबारी भी लगातार उसके भाई को चोरी के केस में फंसाने की धमकी दे रहे थे। इनके अलावा कालूसिंह निवासी कीटनोद एवं हडमाना कलबी भी उसके भाई को विरमा के घर हुई चोरी के संबंध में लगातार धमका रहे थे, जिससे उसका भाई काफी परेशान हो गया था। उसके भाई ने अपनी प|ी को बताया था कि दीपा, जगता, भूरा, कालूसिंह, विरमा एवं हड़माना, विरमा के घर हुई चोरी का झूठा आरोप लगाकर उसे डरा-धमका रहे हैं। ये लोग मुझे जीने नहीं देगे। ऐसी ही बात मेरे भाई ने 2 अगस्त को दिन में 10 बजे हमारे रिश्तेदार सुजान सिंह को भी बताई थी कि गांव के लोग एवं पड़ोस मेरे पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर परेशान कर रहे हैं।


  मृतक के भाई ने दर्ज कराई रिपोर्ट, पुलिस अधिकारी ने कहा; कॉल डिटेल चेक करा लें, मैंने कभी कोई कॉल किया ही नहीं

मृतक के भाई ने मांगूसिंह बताया कि 3 अगस्त को सुबह 10 बजे उसे सूचना मिली कि उसके भाई हीरसिंह ने भाखरी के पास निंबाराम के खेत में जाल के पेड़ पर रस्सी से फंदा लगाकर फांसी लगा ली है। इस पर वह और छोटा भाई भीखसिंह मौके पर गए और देखा तो हीरसिंह फंदे पर झूल रहा था। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंची और हीरसिंह के शव को नीचे उतारा कर कपड़ों की तलाशी ली तो उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला। इस सुसाइड नोट में कई लोगों द्वारा परेशान करने व धमकी देने वालों के नाम लिखे हैं, जिनके कारण हीरसिंह ने फांसी लगाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच सब इंस्पेक्टर खेताराम को सौंपी है।

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