शुक्रवार, 9 अगस्त 2019

जैसलमेर आदिम संस्कृति का इतिहास गौरवमयी-षाले मोहम्मद

जैसलमेर आदिम संस्कृति का इतिहास  गौरवमयी-षाले मोहम्मद



      जैसलमेर, 09 अगस्त। अल्पसंख्यक मामलात् एवं वक्फ मंत्री शाले मोहम्मद ने विष्व आदिवासी दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आदिवासियों ने हमारी आदिम सभ्यता एवं संस्कृति को जीवित रखा है तथा उनका इतिहास गौरवमयी रहा है।


अल्पसंख्यक मंत्री मोहम्मद शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर विष्व आदिवासी दिवस पर जिला भील विकास समिति के द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहें थें। कार्यक्रम में विधायक रूपाराम धनदेव, जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, नगरपरिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री भी उपस्थित थी। इस मौके पर मोहम्मद ने कहा कि हमारे प्रदेश के आदिवासी भाईयों ने आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ ही अपनी मूल संस्कृति को संरक्षित रखने में महती भूमिका निभाई है। आज वेे हर क्षेत्र में अपनी क्षमता और योग्यता का उल्लेखनीय प्रदर्शन कर रहे हैं।

  उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आदिवासी समाज के कल्याण के लिए समर्पित भाव से काम कर रही है। उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के साथ ही उनकी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। हमारी सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस के महत्व को समझते हुए इस दिन ऐच्छिक अवकाश घोषित किया है। आदिवासी क्षेत्र में माही और जाखम जैसी बड़ी सिंचाई परियोजनाएं हमारी पूर्व की सरकारों की देन है, जिससे आदिवासी किसानों के जीवन में खुशहाली आई है।

 श्री मोहम्मद ने कहा कि राजस्थान सरकार प्रदेश के आदिवासी बहुल डूंगरपुर-बांसवाड़ा क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए हमारी पिछली सरकार के समय डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम जैसी महत्वाकांक्षी रेल परियोजना का यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी ने शिलान्यास किया था। उन्होंने आह्वान किया कि इस अवसर पर आदिवासी भाई अपनी भावी पीढ़ी को शिक्षित बनाने का संकल्प लें ताकि वे देश एवं प्रदेश के विकास में और अधिक सक्रिय भागीदारी निभा सकें।                                ----000---

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