कोटा चलती कार बनी आग का गोला, बाल-बाल बचा परिवार
राजस्थान के कोटा में आज बड़ा हादसा टल गया, जब एक राह चलती कार में भीषण आग लग गई. घटना कोटा शहर की नयापुरा स्थित चंबल नदी की पुरानी पुलिया की है, जहां नयापुरा चौराहे से कार बूंदी रोड बडगांव की ओर जा रही थी. चंबल की पुलिया जैसे ही पुलिया पर कार चढ़ी और कार की स्पीड एकदम कम हो गई, तभी शॉर्ट सर्किट की कार मालिक को आवाज आई, इसके बाद कार धूं-धूं करके जलने लगी. गनीमत रही कि कार मालिक सामाजिक कार्यकर्ता भुवनेश गुप्ता, उनकी पत्नी व साथ में कार में सवार माली सकुशल कार से बाहर निकल आए.
कार में लगी भीषण आग
आग इतनी भीषण थी कि कार मालिक के सामने भीषण आग की लपटों में जलकर खाक हो गई. सूचना पर मौके पर नयापुरा थाना पुलिस, सब्जीमंडी फायर स्टेशन एक दमकल मौके पर पहुंची, जिसके बाद दमकल कर्मियों ने आग पर कड़ी मश्क्कत के बाद काबू तो पाया, लेकिन जब तक कार आग का गोला बनकर पूरी तरह से जल चुकी थी.
आग देखकर लोगों की फैली सनसनी
वहीं कार में आग को देखकर पुलिया के दोनों ओर लोगों की बड़ी भीड़ जमा हो गई. कार मालिक भुवनेश के मुताबिक वह मानसून सत्र में अपनी संस्था के जरिए शहर में 1 लाख पौधो का रोपण करने की तैयारी में लगे है और वन विभाग की बड़गांव नर्सरी से पौधे सलेक्ट करके पत्नी और माली के साथ जा रहे थे, तभी ये हादसा हो गया.
राजस्थान के कोटा में आज बड़ा हादसा टल गया, जब एक राह चलती कार में भीषण आग लग गई. घटना कोटा शहर की नयापुरा स्थित चंबल नदी की पुरानी पुलिया की है, जहां नयापुरा चौराहे से कार बूंदी रोड बडगांव की ओर जा रही थी. चंबल की पुलिया जैसे ही पुलिया पर कार चढ़ी और कार की स्पीड एकदम कम हो गई, तभी शॉर्ट सर्किट की कार मालिक को आवाज आई, इसके बाद कार धूं-धूं करके जलने लगी. गनीमत रही कि कार मालिक सामाजिक कार्यकर्ता भुवनेश गुप्ता, उनकी पत्नी व साथ में कार में सवार माली सकुशल कार से बाहर निकल आए.
कार में लगी भीषण आग
आग इतनी भीषण थी कि कार मालिक के सामने भीषण आग की लपटों में जलकर खाक हो गई. सूचना पर मौके पर नयापुरा थाना पुलिस, सब्जीमंडी फायर स्टेशन एक दमकल मौके पर पहुंची, जिसके बाद दमकल कर्मियों ने आग पर कड़ी मश्क्कत के बाद काबू तो पाया, लेकिन जब तक कार आग का गोला बनकर पूरी तरह से जल चुकी थी.
आग देखकर लोगों की फैली सनसनी
वहीं कार में आग को देखकर पुलिया के दोनों ओर लोगों की बड़ी भीड़ जमा हो गई. कार मालिक भुवनेश के मुताबिक वह मानसून सत्र में अपनी संस्था के जरिए शहर में 1 लाख पौधो का रोपण करने की तैयारी में लगे है और वन विभाग की बड़गांव नर्सरी से पौधे सलेक्ट करके पत्नी और माली के साथ जा रहे थे, तभी ये हादसा हो गया.
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