चूरू में जर्जर सरकारी स्कूल का कमरा भरभराकर गिरा, बाल-बाल बचे 156 बच्चे
1936 में बना था यह स्कूल
जानकारी के अनुसार, हादसा शहर के चांदनी चौक में स्थित राजकीय गोपाल पाठशाला में सुबह प्रार्थना के समय हुआ. आजादी से पहले 1936 में बना यह स्कूल भवन जर्जर हो चुका है, फिर भी जोखिम लेकर बच्चे यहां पढ़ाई करते हैं. इनमें एक कमरा बेहद दयनीय हालत में है. उसे बंद करके रखा जाता है. शुक्रवार को हुई मामूली बारिश के बाद वह कमरा भरभरा कर धराशायी हो गया. सुबह बच्चे प्रार्थना के बाद इसी कमरे के पास से गुजर रहे थे कि इसी दौरान कमरा भरभराकर गिर गया. हादसे के वक्त स्कूल में 156 बच्चे मौजूद थे.
तीन घंटे बाद पहुंचे जिम्मेदार लोग
हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. स्कूल की छुट्टी कर दी गई और प्रशासन को इसकी सूचना भी दी गई. सूचना देने के बाद भी जिम्मेदार लोग तीन घंटे बाद मौके पर पहुंचे. अब इस स्कूल को गिराने की बात कही जा रही है. उल्लेखनीय है कि चांदनी चौक इलाके में स्थित राजकीय गोपाल पाठशाला आजादी के पहले से ही संचालित है. इस जर्जर भवन में हरिजन बस्ती के 156 बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं. स्कूल प्रशासन और यहां के स्थानीय निवासी कई वर्षों से स्कूल की मरम्मत करवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही. एक दिन पहले गुरुवार को भी स्कूल प्रशासन ने जिला शिक्षा अधिकारी को खस्ताहाल भवन के बारे में जानकारी दी थी, लेकिन काउंसलिंग का कहकर जिला शिक्षा अधिकारी ने बात टाल दी.
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