जैसलमेर, वर्षाती जल संरक्षण के लिए जिले में ग्राम सभाओं एवं श्रमदान का आयोजन
जिला स्तरीय कार्यक्रम अमरसागर की बतनाई नाडी पर,
वर्षाती जल की एक-एक बूंद का संचय कर भावी पीढी के लिए पानी बचावें-जैसलमेर विधायक
जैसलमेर, 24 जून। भारत सरकार के निर्देषों की पालना में जिले में वर्षाती जल के संरक्षण एवं तालाब व नाडीयों के श्रमदान के लिए जिले में सभी ग्राम पंचायतों में विषेष ग्रामसभाआंे का आयोजन हुआ। वहीं वर्षाती जल के पारम्परिक जलस्त्रोत नाडी व तालाब पर ग्रामीणांे ने श्रमदान कर उसकी खुदाई की। जिला स्तरीय कार्यक्रम ग्राम पंचायत अमरसागर के बतनाई नाडी पर जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव के मुख्य आतिथ्य एवं जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल की अध्यक्षात में आयोजित हुआ। जिसमें मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष, सरपंच अमरसागर सुश्री लता माली, विकास अधिकारी मूलाराम मंगल, अधीक्षण अभियंता जलदाय सुरेन्द्रचंद जैन, उप सरपंच श्रीमती नैनूदेवी, वार्ड पंच श्रीमती लक्ष्मीदेवी मंचासीन अतिथि के रूप में उपस्थित थें।
जैसलमेर विधायक धनदेव ने ग्राम सभाआंे में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सबसे अधिक महत्व जल का है इसलिए हमें इसके संरक्षण एवं संचय की प्रवृति को पैदा करनी होगी। उन्हांेने कहा कि हम आज के दिन यह संकल्प लें कि हम वर्षाती जल की एक-एक बंूद का संरक्षण करेंगे एवं उसका सही ढंग से सदपयोग करेंगें। उन्हांेने कहा कि हमारे बुजुर्ग लोग पानी के महत्व को समझते है क्योंकि यहां घी से भी ज्यादा पानी का महत्व था लेकिन सरकारी सुविधा के कारण पानी के महत्व को दिनो दिन भूल रहंे है जो हमारी भावी पीढी के लिए बहुत ही भयानक है। उन्होंने कहा कि हमें वर्षाती जल को खेत का पानी खेत में गांव का पानी गांव में संग्रहित करना होगा तभी हम पानी को बचा पायेंगे। उन्होंने यह भी सीख दी कि वे घरों मे बने टांकों में भी वर्षाती जल का पूरा संग्रहण कर उसका सही उपयोग करें। उन्हांेने प्राचीन जलस्त्रोत नाडी, तालाब इत्यादि के आगोर में अतिक्रमण नहीं करने एवं उसकी सफाई करने का भी संदेष दिया।
जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने कहा कि पानी जैसे पुनित कार्य के लिए महिला शक्ति ने जो भागीदारी दी है वह वास्तव में तारीफ के काबिल है। उन्होंने कहा कि हमें आज के समय में पानी की कीमत को समझना होगा एवं उसके संचय एवं संरक्षण की प्रवृति को अपने जीवन में उतारना होगा तभी हम आने वाली पीढी के लिए पानी को संजोए रख सकते है। उन्होंने महिलाओं को पानी का उपयोग सीमित करने एवं उसका दुरूपयोग नहीं करने की सीख दी। उन्होंने धार्मिक पर्वों जैसे अमावस्य, पूर्णिमा, ग्यारस इत्यादि पर नाडी एवं तालाबों पर श्रमदान करने की आवष्यकता जताई ताकि इन पेयजल स्त्रोतों के प्रति ग्रामीणजनों का लगाव बना रहें।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष ने कहा कि भारत सरकार के निर्देषों की पालना में जल संरक्षण तथा नाडी व तालाबों में खुदाई के लिए पूरे जिले में विषेष ग्राम सभाओं एवं श्रमदान का कार्यक्रम रखा गया है। इन विषेष ग्रामसभाआंे में लोगों को वर्षाती जल के संरक्षण के बारे में अवगत कराना एवं जल के उपयोग के बारे में जानकारी देना है। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे आने वाली वर्षा ऋतु के दौरान वर्षाती जल की एक-एक बंूद का संचय करें ताकि भू-जल स्तर में बढोतरी हों। उन्होंने कहा कि भारत सरकार जल संरक्षण को लेकर बहुत ही गंभीर है एवं इसलिए प्रधानमंत्री महोदय ने सभी सरपंचांे को जल संरक्षण कार्यक्रम के लिए पत्र भी प्रेषित किया है।
सरपंच अमरसागर सुश्री लता माली ने ग्रामसभा के दौरान प्रधानमंत्री महोदय द्वारा प्रेषित पत्र का वाचन किया एवं संदेष दिया कि वे वर्षाती जल का संरक्षण करते हुए खेत का पानी खेत में एवं गांव का पानी गांव में रहें उसी अनुरूप कार्य का संपादित करें। साथ ही प्राचीन जलस्त्रोतों में श्रमदान कर उसकी खुदाई करके गहरा बनावें ताकि बरसात का जल अधिक मात्रा में संग्रहित हो। उन्होंने इसके साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में ई-मित्र पर किसानांे को आवेदन करने का आह्वान किया ताकि इस योजना में पात्र किसानों को 6 हजार की सहायता राषि का लाभ मिलें।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियांे का वार्ड पंच दीनाराम, पूर्व संरपच देवकाराम माली, वार्ड पंच श्रीमती लक्ष्मीदेवी, उप सरपंच श्रीमती नैनू देवी के साथ ही भगवानसिंह ने हार्दिक स्वागत किया। कार्यक्रम के अवसर पर जिला स्तरीय अधिकारी एवं अच्छी संख्या में महिलाएं व ग्रामीणजन उपस्थित थें।
किया श्रमदान
अमरसागर की बतनाई नाडी पर जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव, जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष के साथ ही अधिकारियों एवं महिलाओं ने श्रमदान कर नाडी की खुदाई की।
जागरूकता रैली का आयोजन
इस मौके पर जल संरक्षण को लेकर जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली को अतिथियों ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया एवं जल के संरक्षण से अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन गणपत जोषी ने किया।
जैसलमेर, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के आवेदन 30 जून तक ऑनलाइन करने होंगे
जैसलमेर, 24 जून। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के संबंध में जारी नवीनतम गाइडलाइन के अनुसार अब दो हैक्टेयर से अधिक भूमि वाले काश्तकार भी योजना में पात्र होंगे। इसके लिए पात्र किसानों को 30 जून तक ई-मित्र के माध्यम से आवेदन करना होगा। जिले के समस्त राजस्व एवं विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि पात्र किसानों के आवेदन करवाना सुनिश्चित करवाएं।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र किसानों के बैंक खातों में प्रति वर्ष 6 हजार रूपए की राशि सीधे जमा होगी। उन्होंने बताया कि वीडियो कांफ्रेसिंग में मुख्य सचिव की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार जिन काश्तकारों की भूमि 2 हैक्टेयर से अधिक है एवं जिन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नही मिला है, वे सभी काश्तकार इससे लाभाविन्त होने के लिए ई-मित्र के माध्यम से ऑन लाइन आवेदन कर सकते है।
उन्होने बताया कि जिला स्तर पर वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों, भू.अभिलेख निरीक्षकों, पटवारियों, विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए आगामी 30 जून तक अपने-अपने क्षेत्र के पात्र किसानों से ई-मित्र के जरिए ऑनलाइन आवेदन करवाना सुनिश्चित करवाएं।
उनके मुताबिक नई गाइडलाइन के अनुसार वर्तमान एवं पूर्व मंत्री, वर्तमान एवं पूर्व सांसद, विधायक, महापौर तथा जिला प्रमुखों को योजना का फायदा नहीं मिलेगा। इसके अलावा राज्य सरकार के वेतन भोगी कर्मचारी एवं पेंशनर्स, बोर्ड, निगमों एवं सार्वजनिक उपक्रमों में काम करने वाले नियमित कर्मचारी भी इसी श्रेणी में रखे गए हैं, लेकिन मल्टी टास्क स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तथा ग्रुप डी के सरकारी कर्मचारियों को योजना का फायदा मिलेगा। वहीं आयकर दाता किसान भी योजना के लिए पात्र नहीं माने गए हैं। इनके अलावा डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टेड अकाउंटेंट एवं आर्किटेक्ट भी योजना का फायदा नहीं ले सकेंगे। उन्होने बताया कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ई-मित्र पर आवेदन ऑनलाइन करवाने के लिए बैंक खाता डायरी, आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड, जमा बंदी, खेत खाता संख्या साथ लेकर जानी होगी।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती के उपलक्ष में जिला स्तर पर आयोजनीय कार्यक्रमों के लिए संयोजक एवं सहसंयोजक नियुक्त
जैसलमेर, 24 जून। प्रषासनिक सुधार विभाग के आदेषों की पालना में जिला स्तर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती के उपलक्ष में आयोजनीय विभिन्न गतिविधियांे, कार्यक्रमों के लिए गैर सरकारी सदस्यांे के रूप में संयोजक एवं सहसंयोजक नियुक्त किए गए है। शासन सचिव कला, साहित्य एवं पुरातत्व विभाग रंजीता गौतम द्वारा जारी किए गए आदेष के अनुसार जैसलमेर जिले में गांधीजी की 150 वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए उम्मेदसिंह तंवर को संयोजक एवं रूपचन्द सोनी को सहसंयोजक मनोनीत किया है। गांधी जयन्ती के अवसर पर जैसलमेर जिले के लिए निर्धारित किए गए कार्यक्रम के अनुसार 15 से 17 सितम्बर तक महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित प्रदर्षनी के साथ ही गांधी के ग्राम स्वराज विषय पर विचार गोष्ठी एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।
आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष स्थापित
जैसलमेर, 24 जून। जिला कलक्टर के निर्देषांे की पालना में अतिरिक्त जिला कलक्टर कार्यालय परिसर में जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया। इस कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 02992-251621 है।अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ विष्नोई ने इस संबंध में एक आदेष जारी कर बताया कि इस नियंत्रण कक्ष में नियुक्त सभी कार्मिकों को आदेषित किया गया है कि वे अपने इस कार्य के साथ-साथ 27 जून 2019 से शुरू होने वाले 15 वीं विधानसभा के द्वितीय सत्र से संबंधित सूचनाओं के आदान करने के लिए अपना दायित्व निर्वहन करना सुनिष्चित करेंगे। यह नियंत्रण कक्ष राउण्ड दी क्लाॅक तीन पारियांे 24 जून से अग्रिम आदेष तक संचालित रहेगा।
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जिला स्तरीय कार्यक्रम अमरसागर की बतनाई नाडी पर,
वर्षाती जल की एक-एक बूंद का संचय कर भावी पीढी के लिए पानी बचावें-जैसलमेर विधायक
जैसलमेर, 24 जून। भारत सरकार के निर्देषों की पालना में जिले में वर्षाती जल के संरक्षण एवं तालाब व नाडीयों के श्रमदान के लिए जिले में सभी ग्राम पंचायतों में विषेष ग्रामसभाआंे का आयोजन हुआ। वहीं वर्षाती जल के पारम्परिक जलस्त्रोत नाडी व तालाब पर ग्रामीणांे ने श्रमदान कर उसकी खुदाई की। जिला स्तरीय कार्यक्रम ग्राम पंचायत अमरसागर के बतनाई नाडी पर जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव के मुख्य आतिथ्य एवं जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल की अध्यक्षात में आयोजित हुआ। जिसमें मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष, सरपंच अमरसागर सुश्री लता माली, विकास अधिकारी मूलाराम मंगल, अधीक्षण अभियंता जलदाय सुरेन्द्रचंद जैन, उप सरपंच श्रीमती नैनूदेवी, वार्ड पंच श्रीमती लक्ष्मीदेवी मंचासीन अतिथि के रूप में उपस्थित थें।
जैसलमेर विधायक धनदेव ने ग्राम सभाआंे में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सबसे अधिक महत्व जल का है इसलिए हमें इसके संरक्षण एवं संचय की प्रवृति को पैदा करनी होगी। उन्हांेने कहा कि हम आज के दिन यह संकल्प लें कि हम वर्षाती जल की एक-एक बंूद का संरक्षण करेंगे एवं उसका सही ढंग से सदपयोग करेंगें। उन्हांेने कहा कि हमारे बुजुर्ग लोग पानी के महत्व को समझते है क्योंकि यहां घी से भी ज्यादा पानी का महत्व था लेकिन सरकारी सुविधा के कारण पानी के महत्व को दिनो दिन भूल रहंे है जो हमारी भावी पीढी के लिए बहुत ही भयानक है। उन्होंने कहा कि हमें वर्षाती जल को खेत का पानी खेत में गांव का पानी गांव में संग्रहित करना होगा तभी हम पानी को बचा पायेंगे। उन्होंने यह भी सीख दी कि वे घरों मे बने टांकों में भी वर्षाती जल का पूरा संग्रहण कर उसका सही उपयोग करें। उन्हांेने प्राचीन जलस्त्रोत नाडी, तालाब इत्यादि के आगोर में अतिक्रमण नहीं करने एवं उसकी सफाई करने का भी संदेष दिया।
जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने कहा कि पानी जैसे पुनित कार्य के लिए महिला शक्ति ने जो भागीदारी दी है वह वास्तव में तारीफ के काबिल है। उन्होंने कहा कि हमें आज के समय में पानी की कीमत को समझना होगा एवं उसके संचय एवं संरक्षण की प्रवृति को अपने जीवन में उतारना होगा तभी हम आने वाली पीढी के लिए पानी को संजोए रख सकते है। उन्होंने महिलाओं को पानी का उपयोग सीमित करने एवं उसका दुरूपयोग नहीं करने की सीख दी। उन्होंने धार्मिक पर्वों जैसे अमावस्य, पूर्णिमा, ग्यारस इत्यादि पर नाडी एवं तालाबों पर श्रमदान करने की आवष्यकता जताई ताकि इन पेयजल स्त्रोतों के प्रति ग्रामीणजनों का लगाव बना रहें।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष ने कहा कि भारत सरकार के निर्देषों की पालना में जल संरक्षण तथा नाडी व तालाबों में खुदाई के लिए पूरे जिले में विषेष ग्राम सभाओं एवं श्रमदान का कार्यक्रम रखा गया है। इन विषेष ग्रामसभाआंे में लोगों को वर्षाती जल के संरक्षण के बारे में अवगत कराना एवं जल के उपयोग के बारे में जानकारी देना है। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे आने वाली वर्षा ऋतु के दौरान वर्षाती जल की एक-एक बंूद का संचय करें ताकि भू-जल स्तर में बढोतरी हों। उन्होंने कहा कि भारत सरकार जल संरक्षण को लेकर बहुत ही गंभीर है एवं इसलिए प्रधानमंत्री महोदय ने सभी सरपंचांे को जल संरक्षण कार्यक्रम के लिए पत्र भी प्रेषित किया है।
सरपंच अमरसागर सुश्री लता माली ने ग्रामसभा के दौरान प्रधानमंत्री महोदय द्वारा प्रेषित पत्र का वाचन किया एवं संदेष दिया कि वे वर्षाती जल का संरक्षण करते हुए खेत का पानी खेत में एवं गांव का पानी गांव में रहें उसी अनुरूप कार्य का संपादित करें। साथ ही प्राचीन जलस्त्रोतों में श्रमदान कर उसकी खुदाई करके गहरा बनावें ताकि बरसात का जल अधिक मात्रा में संग्रहित हो। उन्होंने इसके साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में ई-मित्र पर किसानांे को आवेदन करने का आह्वान किया ताकि इस योजना में पात्र किसानों को 6 हजार की सहायता राषि का लाभ मिलें।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियांे का वार्ड पंच दीनाराम, पूर्व संरपच देवकाराम माली, वार्ड पंच श्रीमती लक्ष्मीदेवी, उप सरपंच श्रीमती नैनू देवी के साथ ही भगवानसिंह ने हार्दिक स्वागत किया। कार्यक्रम के अवसर पर जिला स्तरीय अधिकारी एवं अच्छी संख्या में महिलाएं व ग्रामीणजन उपस्थित थें।
किया श्रमदान
अमरसागर की बतनाई नाडी पर जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव, जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष के साथ ही अधिकारियों एवं महिलाओं ने श्रमदान कर नाडी की खुदाई की।
जागरूकता रैली का आयोजन
इस मौके पर जल संरक्षण को लेकर जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली को अतिथियों ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया एवं जल के संरक्षण से अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन गणपत जोषी ने किया।
जैसलमेर, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के आवेदन 30 जून तक ऑनलाइन करने होंगे
जैसलमेर, 24 जून। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के संबंध में जारी नवीनतम गाइडलाइन के अनुसार अब दो हैक्टेयर से अधिक भूमि वाले काश्तकार भी योजना में पात्र होंगे। इसके लिए पात्र किसानों को 30 जून तक ई-मित्र के माध्यम से आवेदन करना होगा। जिले के समस्त राजस्व एवं विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि पात्र किसानों के आवेदन करवाना सुनिश्चित करवाएं।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र किसानों के बैंक खातों में प्रति वर्ष 6 हजार रूपए की राशि सीधे जमा होगी। उन्होंने बताया कि वीडियो कांफ्रेसिंग में मुख्य सचिव की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार जिन काश्तकारों की भूमि 2 हैक्टेयर से अधिक है एवं जिन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नही मिला है, वे सभी काश्तकार इससे लाभाविन्त होने के लिए ई-मित्र के माध्यम से ऑन लाइन आवेदन कर सकते है।
उन्होने बताया कि जिला स्तर पर वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों, भू.अभिलेख निरीक्षकों, पटवारियों, विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए आगामी 30 जून तक अपने-अपने क्षेत्र के पात्र किसानों से ई-मित्र के जरिए ऑनलाइन आवेदन करवाना सुनिश्चित करवाएं।
उनके मुताबिक नई गाइडलाइन के अनुसार वर्तमान एवं पूर्व मंत्री, वर्तमान एवं पूर्व सांसद, विधायक, महापौर तथा जिला प्रमुखों को योजना का फायदा नहीं मिलेगा। इसके अलावा राज्य सरकार के वेतन भोगी कर्मचारी एवं पेंशनर्स, बोर्ड, निगमों एवं सार्वजनिक उपक्रमों में काम करने वाले नियमित कर्मचारी भी इसी श्रेणी में रखे गए हैं, लेकिन मल्टी टास्क स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तथा ग्रुप डी के सरकारी कर्मचारियों को योजना का फायदा मिलेगा। वहीं आयकर दाता किसान भी योजना के लिए पात्र नहीं माने गए हैं। इनके अलावा डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टेड अकाउंटेंट एवं आर्किटेक्ट भी योजना का फायदा नहीं ले सकेंगे। उन्होने बताया कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ई-मित्र पर आवेदन ऑनलाइन करवाने के लिए बैंक खाता डायरी, आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड, जमा बंदी, खेत खाता संख्या साथ लेकर जानी होगी।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती के उपलक्ष में जिला स्तर पर आयोजनीय कार्यक्रमों के लिए संयोजक एवं सहसंयोजक नियुक्त
जैसलमेर, 24 जून। प्रषासनिक सुधार विभाग के आदेषों की पालना में जिला स्तर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती के उपलक्ष में आयोजनीय विभिन्न गतिविधियांे, कार्यक्रमों के लिए गैर सरकारी सदस्यांे के रूप में संयोजक एवं सहसंयोजक नियुक्त किए गए है। शासन सचिव कला, साहित्य एवं पुरातत्व विभाग रंजीता गौतम द्वारा जारी किए गए आदेष के अनुसार जैसलमेर जिले में गांधीजी की 150 वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए उम्मेदसिंह तंवर को संयोजक एवं रूपचन्द सोनी को सहसंयोजक मनोनीत किया है। गांधी जयन्ती के अवसर पर जैसलमेर जिले के लिए निर्धारित किए गए कार्यक्रम के अनुसार 15 से 17 सितम्बर तक महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित प्रदर्षनी के साथ ही गांधी के ग्राम स्वराज विषय पर विचार गोष्ठी एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।
आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष स्थापित
जैसलमेर, 24 जून। जिला कलक्टर के निर्देषांे की पालना में अतिरिक्त जिला कलक्टर कार्यालय परिसर में जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया। इस कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 02992-251621 है।अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ विष्नोई ने इस संबंध में एक आदेष जारी कर बताया कि इस नियंत्रण कक्ष में नियुक्त सभी कार्मिकों को आदेषित किया गया है कि वे अपने इस कार्य के साथ-साथ 27 जून 2019 से शुरू होने वाले 15 वीं विधानसभा के द्वितीय सत्र से संबंधित सूचनाओं के आदान करने के लिए अपना दायित्व निर्वहन करना सुनिष्चित करेंगे। यह नियंत्रण कक्ष राउण्ड दी क्लाॅक तीन पारियांे 24 जून से अग्रिम आदेष तक संचालित रहेगा।
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