सोमवार, 12 नवंबर 2018

जालोर .दो विधायकों के टिकट कटे...तो कई हो रहे हैं नाराज...उठने लगे हैं बगावत के सुर

जालोर .दो विधायकों के टिकट कटे...तो कई हो रहे हैं नाराज...उठने लगे हैं बगावत के सुर

जालोर। टिकट घोषणा के बाद से राजस्थान भाजपा के कार्यकर्ताओं में कहीं खुशी है तो कही गम का माहौल नजर आ रहा है. कई जगहों पर पटाखे छोड़े जा रहे हैं तो टिकट मिलने पर मिठाइयां भी बांटी जा रही है. ऐसे में टिकट कटने से उम्मीदवारों के बगावती सुर भी सामने आने लगे हैं.




दरअसल जालोर से विधायक अमृता मेघवाल का टिकट काट कर जोगेश्वर गर्ग को दिया गया है. वहीं सांचोर से पूर्व विधायक और भाजपा के कद्दावर नेता जीवाराम चौधरी का टिकट काट कर युवा नेता दानाराम चौधरी को दिया गया है. आहोर से विधायक शंकरसिंह का टिकट काट कर छगनसिंह को टिकट दिया गया है.




ऐसे में जिस उम्मीदवारों का टिकट काटा गया है वो बगावती सुर में अपना राग अलाप रहे हैं. जीवाराम चौधरी का टिकट कटने के बाद ऑफिसयल फेसबुक पेज पर एक पोस्ट की गई है. जिसमें भाजपा का कमल तो दिख रहा है, लेकिन भाजपा नेताओं के फोटो गायब है. वहीं जीवाराम के बंगले के बाहर भी उनके समर्थकों की भीड़ देखी जा रही है. जिससे साफ जाहिर है कि जीवाराम चौधरी निर्दलीय चुनाव की घोषणा कर सकते हैं.
आहोर विधानसभा
आहोर विधानसभा में सिटिंग विधायक शंकर सिंह का टिकट काट कर युवा और स्थानीय छगनसिंह राजपुरोहित को भाजपा ने टिकट देकर भरोसा जताया है. ऐसे में शंकरसिंह अंदरूनी तौर पर भाजपा को डेमेज करने की कोशिश करेंगे.


जालोर विधानसभा
जिले की आरक्षित विधानसभा सीट जालोर में भी भाजपा से दावेदारी करने वाले काफी नेता थे. जिसमें प्रमुखता से जोगेश्वर गर्ग, विधायक अमृता मेघवाल, शंकर भादरू, मोहन चिवड़ा थे, जिसमें पार्टी ने सभी को दरकिनार करते हुए पूर्व मंत्री और तीन बार विधायक रहे जोगेश्वर गर्ग को वापस मौका दिया है. ऐसे में अन्य लोग नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं.


भीनमाल विधानसभा
भीनमाल में भाजपा ने जातिगत समीकरण बिठाते हुए पूराराम चौधरी को लगातार पांचवी बार टिकट दिया है. वहीं पिछली बार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने समरजीत सिंह का टिकट काट कर ऊमसिंह को मौका दिया था. जिसके कारण पूराराम आसानी से जीत गए थे, लेकिन इस बार कार्यकर्ताओं में पूराराम को लेकर काफी नाराजगी है. ऐसे में यहां भाजपा को नुकसान हो सकता है.


रानीवाड़ा विधानसभा
रानीवाड़ा में भाजपा ने नारायण सिंह देवल पर वापस भरोसा किया है. नारायणसिंह ने पिछले कार्यकाल में सभी को साथ लेकर चले और विकास कार्य भी काफी करवाये हैं. ऐसे में यहां भाजपा मजबूत स्थिति में हैं. लेकिन रानीवाड़ा में गजापुरा प्रकरण के कारण चौधरी समाज के वोट एन्टी जा सकते हैं. गजापुर प्रकरण में राजपूत समाज के लोगों ने चौधरी समाज के घर पर हमला कर दिया था. ये विवाद काफी लंबा चला. इसमें सांसद देवजी पटेल ने चौधरी समाज की पक्ष ली तो वहीं नारायणसिंह देवल ने राजपूत समाज का पक्ष लिया. जिसकी वजह से यहां चौधरी समाज नारायणसिंह के खिलाफ जा सकता है.


सांचोर विधानसभा
सांचोर विधानसभा में इस बार सबसे रौचक मुकाबला होने की संभावना है. पूर्व विधायक रहे जीवाराम चौधरी सांचोर से दावेदारी कर रहे थे. उन्होंने पार्टी में अपनी ताकत दिखाने के लिए सांचोर में शक्ति प्रदर्शन भी किया था, लेकिन भाजपा ने सभी को दरकिनार कर युवा चेहरा दानाराम चौधरी को मैदान में उतारा है. ऐसे में जीवाराम चौधरी निर्दलीय चुनाव की तैयारी में लगे हैं. कार्यकर्ताओं से रायशुमारी चल रही है. शाम तक शायद निर्दलीय चुनाव की घोषणा कर सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.

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