थार की राजनीति में युवाओ की दमदार दस्तक,बदलाव की बयार,मिलिए राजनीति के नए नायकों से
चन्दन सिंह भाटी की खास रिपोर्ट
पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में आचार संहिता के बाद राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई। लम्बे समय बाद बाड़मेर की राजनीति में बदलाव की बयार चली।।कोई तीस साल से नए युवाओ की राजनीति में कोई एंट्री नही हुई।।कुछ युवाओ ने प्रयास किया था मगर स्थापित नेताओ के आगे उन्हें मौका नही मिला कल के युवा आज दौड़ से भी बाहर हो गए।मगर इस बार थार की राजनीति में युवाओ का जोश हिलोरे मार रहा है।।कई सालों से आम जनता और युवा एक ही एक चेहरों को देख उकता गई। आज के युवा राजनीति में पढ़े लिखे,सकारात्मक सोच के युवाओ का प्रवेश चाहते है। बाड़मेर की राजनीति में आज उन युवाओ की चर्चा करेंगे जिन्होंने कम समय मे जनता के बीच अपनी खासी पेठ जमा ली।आज वो प्रमुख पार्टियों के दावेदार बन गए।।जनता के युवा नेता कहै तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी।।जिले के चार युवाओ से आज रूबरू करवा रहे जिनसे जिले की जनता को उम्मीदे है।।
*आज़ाद सिंह राठौड़* बाड़मेर के एकमात्र ऐसे युवा है जिनके चेहरे पे गजब का तेज है। कोई डेढ़ साल पहले सामाजिक ग्रुप ग्रुप फ़ॉर पीपल के अध्यक्ष बने तब से लगातार चर्चा में है। कॉर्पिरेट जगत से नाता रखने वाले आज़ाद सिंह राठौड़ विभिन संगठनों खास कर खेल संगठनों से सीधे जुड़े है। जिला क्रिकेट संघ से लम्बे समय से जुड़े है। हाल ही में उन्होंने आर सी ए के कोषाध्यक्ष का चुनाव लड़ा। मात्र चार मतों से हार गए मगर बाद में जीते उम्मीदवार का न्यायालय ने चुनाव निरस्त कर इन्हें कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी।गरीबो और असहायों की मदद के लिए तत्पर रहने वाले आज़ाद सिंह राठौड़ के बाड़मेर के युवा दीवाने है। राजनीति में रुचि रखने वाले आज़ाद ने एक माह की कड़ी मेहनत के बाद कांग्रेस पार्टी में अपना खास मुकाम बना दिया। लोगो से सीधा संपर्क,आत्मीय व्यवहार,सकरत्नक सोच,उच्च स्तरीय शिक्षित ,विभिन समाजो में पकड़ ,इनकी खास पहचान है। युवाओ में खासे लोकप्रिय राठौड़ बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी कर रहे। कांग्रेस के लिए आज़ाद सिंह किसी बोनस से कम नही। प्रतिष्टित परिवार से होने के साथ आपकीं राजनीति सोच और समझ गजब की है। पूर्व मंत्री दिग्गज किसान नेता हेमाराम चौधरी के नजदीक मानें जाते है।छह माह की अवधि में उन्होंने बाड़मेर विधान सभा के अमूम्मंन हर वोटर के पासपहुँचे ।कांग्रेस की सदस्यता जाट बाहुल्य बायतु में ग्रहण करने वाले वो पहले क्षत्रिय है।।दमदार युवा नेता के रूप में अपनी खास पहचान बनाने वाले आज़ाद बाड़मेर में टिकट के लिए वर्तमान विधायक मेवाराम जैन को कड़ी टक्कर दे रहे।।कम समय से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का बिश्वास हासिल करने में भी कामयाब हुए।।उन्होंने कारगिल पे पुस्तक लिखी जो बहुत चर्चित हुई।।
*पीयूष डोशी* थार की राजनीति में डोशी परिवार का अहम योगदान रहा।।समेज सेवी और भामाशाह की रूप में बिख्यात रहे राजनेता भगवानदास डोशी की पचास साल की राजनीति के उत्तराधिकारी के रूप में उनके पोते पीयूष डोशी सफलतम व्यवसायी होने के साथ एक बेजोड़ युवा रणनीतिज्ञ है।।लम्बे समय से भाजपा के साथ जुड़े पीयूष डोशी बी टेक तक शिक्षित है।मिलनसार,मृदुभाषी होने साथ उनकी आम जन में अच्छी पकड़ है।।पीयूष अपने दादा जी के दो चुनाव के खुद भागीदार रहे।।चोहटन से जब भगवानदास जी चुनाव लड़े उनकी कमान पीयूष के पास थी।तो जिसके चलते उन्हें राजनीति और मतदाताओं पर अच्छी पकड़ के साथ चुनावी क्षेत्र को भली भांति परखे हए है।।वसुंधरा राजे की परिवर्तन यात्रा जब चोहटन गई तब यात्रा की तैयारियों में उनकी अहम भूमिका थी तो इस बार गौरव यात्रा में बाड़मेर ने सभा को सफल बनाने में मंत्री राजेन्द्र राठौड़ और प्रो महेंद्र सिंह राठौड़ के साथ उनकी अहम भूमिका रही।।भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़ कर राजनीति सफर शुरू करने वाले पीयूष डोशी बाड़मेर के हॉट युवा उम्मीदवारो में सुमार हो चुके है।बाड़मेर के जातिगत समीकरण उनके पक्ष में है।।जैन होने के चलते मतदाताओं का विश्वास उन्हें हासिल हुआ है।।भाजपा के सहकारिता और व्यावसायिक प्रकोष्ठ में अहम जिम्मेदारी के पदों का निर्वहन कर रहे है।युवा सोच के हिमायती पीयूष डोशी बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से दमदार युवा प्रत्यासी है।पीयूष डोशी सामाजिक सरोकार से जुड़ी गतिविधियों को अंजाम देते रहते है । जरूरतमंद लोगों की मदद करने के साथ निशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी करते है।उनके द्वारा अकाल और बाढ़ के दौरान पीड़ितों की की सहायता आज भी लोग याद करते है ।नए चेहरे की तलाश में जुटी भाजपा की तलाश पीयूष डोशी पर खत्म हो सकती है।
*धन सिंह मौसेरी* युवा राजनीति में एकाएक शिव विधान सभा क्षेत्र से सशक्त दावेदार के रूप में विनोबा भावे और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के हिमायती धन सिंह उभर कर सामने आए।।राष्ट्रवादी विचारों और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से उनका सीधा जुड़ाव उन्हें एक उम्मीदवार के रूप में ऊंचाई देता है। ओबीसी वर्ग से होने के साथ ही उनकी पकड़ शिव विधानसभा क्षेत्र के जन जन तक है। सीमा जन कल्याण समिति से जुड़ कर कई साल से सरहदी गांवो में अकाल प्रबंधन के कार्यो के माध्यम से जन सेवा में जुटे है ।सकारात्म सोच और जनसेवा के जुनून ने उनकी खास पहचान बनाई।।शिव विधानसभा क्षेत्र में उन्हें आने समाज के साथ अन्य समाजो का अच्छाखासा समर्थन मिल रहा है।।धन सिंह साधारण किसान परिवार से होने के कारण आम आदमी के मर्म और जरूरतों को अच्छे से समझते है।।भूमिहीन परिवारों को उन्हें जमीन आवंटन कराकर उन्हें अधिकार दिलाने का उन्होंने सपना देखा है।।पाक विस्थापित परिवारों को जमीन आवंटन के साथ मूलभूत सुविधाते उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।।सरहदी क्षेत्र से होने के कारण पशुपालकों की समस्याओं को भली भांति जानते है।भेड़ बकरियों को फेमिना कोड में शामिल करवाना उनका एजेंडा है। युवा सोच और बदलाव के प्रतीक के रूप में धन सिंह मौसेरी युवाओ के आदर्श है।।शिव विधानसभा से प्रबल और सशक्त दावेदार।।
*पुराराम मेघवाल* भारत पाक सीमा पर छोटे से गांव मेहरानगढ़ के मूल निवासी अनुसूचित जाति से सम्बन्ध रखने वाले पुराराम मेघवाल भाजपा के चौहटन से सटीक युवा दावेदार है।गत विधानसभा चुनावों में उनका नाम पैनल में गया था।संघ पृष्ठभूमि के होने के कारण शुरू से भाजपा से उनका जुड़ाव रहा। प्रदेश स्तर के नेताओ के विश्वशनीय पुराराम आरक्षित सीट अनुसूचित जाति चौहटन से भाजपा की दावेदारी कर रहे।।मेघवाल प्रतिभावान है गांव में पांचवी कक्षा में उतीर्ण होने के साथ उन्हें जोधपुर की सर्वाधिक प्रतिष्ठित स्कूल चौपासनी में प्रवेश मिला।।उच्च स्तर की शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी में हासिल करने के बाद स्कॉलरशिप के जरिये मॉस्को में उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। चोहटन के निवासी होने के कारण मेघवाल समाज मे उनकी अच्छी पकड़ है।युवा सोच और लोगो के साथ सीधे संपर्क के कारण क्षेत्र में काफी लोकप्रिय भी है। आम जरूरत मन्दो की सहायता के साथ साथ लोगो की विबहित सामाजिक कार्यो में मददगार है।।रणकपुर में भाजपा की मीटिंग में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने खास तौर से इनकी तारीफ की थी। लम्बे समय से क्षेत्र में जनसेवा के माध्यम से लोगो से जुड़े होने के सर्च स्थानीय होने के कारण क्षेत्र की समस्याओं से भली भांति परिचित है। पुराराम मेघवाल भाजपा से जुड़े होने के कारण चौहटन से अपनी दावेदारी कर रहे है ।उन्हें अच्छा खासा समर्थन भी मिल रहा।।बाहरी प्रत्यासियो के मुक़ाबले पुराराम सशक्त है। संभावनाओं से भरा चेहरा है।
*शम्मा बानो* थार के दिग्गज राजनीतिज्ञ सीमांत गांधी के नाम से मशहूर और नो बार विधायक रहे महरूम अब्दुल हादी की बहू शम्मा बानो क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय है।।कांग्रेस से जुड़े इस परिवार को राजनीति विरासत में मिली।।अल्पसंख्यक वर्ग से होने के साथ साथ उच्च शिक्षित होने के कारण शम्मा बना युवा महिला राजनीति का चर्चित चेहरा है।प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव के पद पर कार्यरत शम्मा बानो वर्तमान में जिला परिषद सदस्य है।वो चोहटन पंचायत समिति की प्रधान भी रही।।अपने प्रधान कार्यकाल में लोगो के कार्य खूब किये जिससे लोगो का उन पर अटूट भरोसा है।चूंकि उनका क्षेत्र चोहटन रिजर्व सीट में आगया परिसीमन के बाद।।गत बार उन्होंने शिव विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी की थी।।मगर कामयाबी नही मिली।फिर भी वो पार्टी कार्यक्रमो और सामाजिक कार्यक्रमो में सक्रिय रही ।कांग्रेस के कई अधिवेशनों में भाग ले चुकी है। राहुल गांधी ने उन्हें लेडी ऑफ थार का नाम दिया है।।इस बार भी शम्मा बानो शिव विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर रही।गत पांच साल से शिव क्षेत्र में वो काफी सक्रिय रही।।उनके पति गफूर अहमद श्रम कल्याण बोर्ड के चेयरमैन भी रहे है। क्षेत्र में हादी परिवार के प्रति आज भी दीवानगी का आलम है।।युवाओ को बागडौर देने की पहल पर शम्मा बानो एक आदर्श प्रत्यासी हो सकती है।।वैसे भी इस मरुस्थलीय इलाके में महिलाए राजनीति से कोसो दूर रहती है।शम्मा बानो थार की महिलाओ की सशक्त आवाज़ बन सकती है। काबिल होने के साथ उनका राजनीति अनुभव उनमे संभावना जगाता है। शिव से वेटरन नेता अमीन खान भी सशक्त दावेदार है मगर गत चुनावव में तीस हजार से हार और सत्तर साल से अधिक उम्र के कारण उन्हें संगठन में कहीं काम लेने के साथ शिव में शम्मा खान को आजमाया जा सकता हैं।
चन्दन सिंह भाटी की खास रिपोर्ट
पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में आचार संहिता के बाद राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई। लम्बे समय बाद बाड़मेर की राजनीति में बदलाव की बयार चली।।कोई तीस साल से नए युवाओ की राजनीति में कोई एंट्री नही हुई।।कुछ युवाओ ने प्रयास किया था मगर स्थापित नेताओ के आगे उन्हें मौका नही मिला कल के युवा आज दौड़ से भी बाहर हो गए।मगर इस बार थार की राजनीति में युवाओ का जोश हिलोरे मार रहा है।।कई सालों से आम जनता और युवा एक ही एक चेहरों को देख उकता गई। आज के युवा राजनीति में पढ़े लिखे,सकारात्मक सोच के युवाओ का प्रवेश चाहते है। बाड़मेर की राजनीति में आज उन युवाओ की चर्चा करेंगे जिन्होंने कम समय मे जनता के बीच अपनी खासी पेठ जमा ली।आज वो प्रमुख पार्टियों के दावेदार बन गए।।जनता के युवा नेता कहै तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी।।जिले के चार युवाओ से आज रूबरू करवा रहे जिनसे जिले की जनता को उम्मीदे है।।
*आज़ाद सिंह राठौड़* बाड़मेर के एकमात्र ऐसे युवा है जिनके चेहरे पे गजब का तेज है। कोई डेढ़ साल पहले सामाजिक ग्रुप ग्रुप फ़ॉर पीपल के अध्यक्ष बने तब से लगातार चर्चा में है। कॉर्पिरेट जगत से नाता रखने वाले आज़ाद सिंह राठौड़ विभिन संगठनों खास कर खेल संगठनों से सीधे जुड़े है। जिला क्रिकेट संघ से लम्बे समय से जुड़े है। हाल ही में उन्होंने आर सी ए के कोषाध्यक्ष का चुनाव लड़ा। मात्र चार मतों से हार गए मगर बाद में जीते उम्मीदवार का न्यायालय ने चुनाव निरस्त कर इन्हें कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी।गरीबो और असहायों की मदद के लिए तत्पर रहने वाले आज़ाद सिंह राठौड़ के बाड़मेर के युवा दीवाने है। राजनीति में रुचि रखने वाले आज़ाद ने एक माह की कड़ी मेहनत के बाद कांग्रेस पार्टी में अपना खास मुकाम बना दिया। लोगो से सीधा संपर्क,आत्मीय व्यवहार,सकरत्नक सोच,उच्च स्तरीय शिक्षित ,विभिन समाजो में पकड़ ,इनकी खास पहचान है। युवाओ में खासे लोकप्रिय राठौड़ बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी कर रहे। कांग्रेस के लिए आज़ाद सिंह किसी बोनस से कम नही। प्रतिष्टित परिवार से होने के साथ आपकीं राजनीति सोच और समझ गजब की है। पूर्व मंत्री दिग्गज किसान नेता हेमाराम चौधरी के नजदीक मानें जाते है।छह माह की अवधि में उन्होंने बाड़मेर विधान सभा के अमूम्मंन हर वोटर के पासपहुँचे ।कांग्रेस की सदस्यता जाट बाहुल्य बायतु में ग्रहण करने वाले वो पहले क्षत्रिय है।।दमदार युवा नेता के रूप में अपनी खास पहचान बनाने वाले आज़ाद बाड़मेर में टिकट के लिए वर्तमान विधायक मेवाराम जैन को कड़ी टक्कर दे रहे।।कम समय से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का बिश्वास हासिल करने में भी कामयाब हुए।।उन्होंने कारगिल पे पुस्तक लिखी जो बहुत चर्चित हुई।।
*पीयूष डोशी* थार की राजनीति में डोशी परिवार का अहम योगदान रहा।।समेज सेवी और भामाशाह की रूप में बिख्यात रहे राजनेता भगवानदास डोशी की पचास साल की राजनीति के उत्तराधिकारी के रूप में उनके पोते पीयूष डोशी सफलतम व्यवसायी होने के साथ एक बेजोड़ युवा रणनीतिज्ञ है।।लम्बे समय से भाजपा के साथ जुड़े पीयूष डोशी बी टेक तक शिक्षित है।मिलनसार,मृदुभाषी होने साथ उनकी आम जन में अच्छी पकड़ है।।पीयूष अपने दादा जी के दो चुनाव के खुद भागीदार रहे।।चोहटन से जब भगवानदास जी चुनाव लड़े उनकी कमान पीयूष के पास थी।तो जिसके चलते उन्हें राजनीति और मतदाताओं पर अच्छी पकड़ के साथ चुनावी क्षेत्र को भली भांति परखे हए है।।वसुंधरा राजे की परिवर्तन यात्रा जब चोहटन गई तब यात्रा की तैयारियों में उनकी अहम भूमिका थी तो इस बार गौरव यात्रा में बाड़मेर ने सभा को सफल बनाने में मंत्री राजेन्द्र राठौड़ और प्रो महेंद्र सिंह राठौड़ के साथ उनकी अहम भूमिका रही।।भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़ कर राजनीति सफर शुरू करने वाले पीयूष डोशी बाड़मेर के हॉट युवा उम्मीदवारो में सुमार हो चुके है।बाड़मेर के जातिगत समीकरण उनके पक्ष में है।।जैन होने के चलते मतदाताओं का विश्वास उन्हें हासिल हुआ है।।भाजपा के सहकारिता और व्यावसायिक प्रकोष्ठ में अहम जिम्मेदारी के पदों का निर्वहन कर रहे है।युवा सोच के हिमायती पीयूष डोशी बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से दमदार युवा प्रत्यासी है।पीयूष डोशी सामाजिक सरोकार से जुड़ी गतिविधियों को अंजाम देते रहते है । जरूरतमंद लोगों की मदद करने के साथ निशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी करते है।उनके द्वारा अकाल और बाढ़ के दौरान पीड़ितों की की सहायता आज भी लोग याद करते है ।नए चेहरे की तलाश में जुटी भाजपा की तलाश पीयूष डोशी पर खत्म हो सकती है।
*धन सिंह मौसेरी* युवा राजनीति में एकाएक शिव विधान सभा क्षेत्र से सशक्त दावेदार के रूप में विनोबा भावे और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के हिमायती धन सिंह उभर कर सामने आए।।राष्ट्रवादी विचारों और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से उनका सीधा जुड़ाव उन्हें एक उम्मीदवार के रूप में ऊंचाई देता है। ओबीसी वर्ग से होने के साथ ही उनकी पकड़ शिव विधानसभा क्षेत्र के जन जन तक है। सीमा जन कल्याण समिति से जुड़ कर कई साल से सरहदी गांवो में अकाल प्रबंधन के कार्यो के माध्यम से जन सेवा में जुटे है ।सकारात्म सोच और जनसेवा के जुनून ने उनकी खास पहचान बनाई।।शिव विधानसभा क्षेत्र में उन्हें आने समाज के साथ अन्य समाजो का अच्छाखासा समर्थन मिल रहा है।।धन सिंह साधारण किसान परिवार से होने के कारण आम आदमी के मर्म और जरूरतों को अच्छे से समझते है।।भूमिहीन परिवारों को उन्हें जमीन आवंटन कराकर उन्हें अधिकार दिलाने का उन्होंने सपना देखा है।।पाक विस्थापित परिवारों को जमीन आवंटन के साथ मूलभूत सुविधाते उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।।सरहदी क्षेत्र से होने के कारण पशुपालकों की समस्याओं को भली भांति जानते है।भेड़ बकरियों को फेमिना कोड में शामिल करवाना उनका एजेंडा है। युवा सोच और बदलाव के प्रतीक के रूप में धन सिंह मौसेरी युवाओ के आदर्श है।।शिव विधानसभा से प्रबल और सशक्त दावेदार।।
*पुराराम मेघवाल* भारत पाक सीमा पर छोटे से गांव मेहरानगढ़ के मूल निवासी अनुसूचित जाति से सम्बन्ध रखने वाले पुराराम मेघवाल भाजपा के चौहटन से सटीक युवा दावेदार है।गत विधानसभा चुनावों में उनका नाम पैनल में गया था।संघ पृष्ठभूमि के होने के कारण शुरू से भाजपा से उनका जुड़ाव रहा। प्रदेश स्तर के नेताओ के विश्वशनीय पुराराम आरक्षित सीट अनुसूचित जाति चौहटन से भाजपा की दावेदारी कर रहे।।मेघवाल प्रतिभावान है गांव में पांचवी कक्षा में उतीर्ण होने के साथ उन्हें जोधपुर की सर्वाधिक प्रतिष्ठित स्कूल चौपासनी में प्रवेश मिला।।उच्च स्तर की शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी में हासिल करने के बाद स्कॉलरशिप के जरिये मॉस्को में उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। चोहटन के निवासी होने के कारण मेघवाल समाज मे उनकी अच्छी पकड़ है।युवा सोच और लोगो के साथ सीधे संपर्क के कारण क्षेत्र में काफी लोकप्रिय भी है। आम जरूरत मन्दो की सहायता के साथ साथ लोगो की विबहित सामाजिक कार्यो में मददगार है।।रणकपुर में भाजपा की मीटिंग में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने खास तौर से इनकी तारीफ की थी। लम्बे समय से क्षेत्र में जनसेवा के माध्यम से लोगो से जुड़े होने के सर्च स्थानीय होने के कारण क्षेत्र की समस्याओं से भली भांति परिचित है। पुराराम मेघवाल भाजपा से जुड़े होने के कारण चौहटन से अपनी दावेदारी कर रहे है ।उन्हें अच्छा खासा समर्थन भी मिल रहा।।बाहरी प्रत्यासियो के मुक़ाबले पुराराम सशक्त है। संभावनाओं से भरा चेहरा है।
*शम्मा बानो* थार के दिग्गज राजनीतिज्ञ सीमांत गांधी के नाम से मशहूर और नो बार विधायक रहे महरूम अब्दुल हादी की बहू शम्मा बानो क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय है।।कांग्रेस से जुड़े इस परिवार को राजनीति विरासत में मिली।।अल्पसंख्यक वर्ग से होने के साथ साथ उच्च शिक्षित होने के कारण शम्मा बना युवा महिला राजनीति का चर्चित चेहरा है।प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव के पद पर कार्यरत शम्मा बानो वर्तमान में जिला परिषद सदस्य है।वो चोहटन पंचायत समिति की प्रधान भी रही।।अपने प्रधान कार्यकाल में लोगो के कार्य खूब किये जिससे लोगो का उन पर अटूट भरोसा है।चूंकि उनका क्षेत्र चोहटन रिजर्व सीट में आगया परिसीमन के बाद।।गत बार उन्होंने शिव विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी की थी।।मगर कामयाबी नही मिली।फिर भी वो पार्टी कार्यक्रमो और सामाजिक कार्यक्रमो में सक्रिय रही ।कांग्रेस के कई अधिवेशनों में भाग ले चुकी है। राहुल गांधी ने उन्हें लेडी ऑफ थार का नाम दिया है।।इस बार भी शम्मा बानो शिव विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर रही।गत पांच साल से शिव क्षेत्र में वो काफी सक्रिय रही।।उनके पति गफूर अहमद श्रम कल्याण बोर्ड के चेयरमैन भी रहे है। क्षेत्र में हादी परिवार के प्रति आज भी दीवानगी का आलम है।।युवाओ को बागडौर देने की पहल पर शम्मा बानो एक आदर्श प्रत्यासी हो सकती है।।वैसे भी इस मरुस्थलीय इलाके में महिलाए राजनीति से कोसो दूर रहती है।शम्मा बानो थार की महिलाओ की सशक्त आवाज़ बन सकती है। काबिल होने के साथ उनका राजनीति अनुभव उनमे संभावना जगाता है। शिव से वेटरन नेता अमीन खान भी सशक्त दावेदार है मगर गत चुनावव में तीस हजार से हार और सत्तर साल से अधिक उम्र के कारण उन्हें संगठन में कहीं काम लेने के साथ शिव में शम्मा खान को आजमाया जा सकता हैं।
चन्दन सिंह भाटी की खास रिपोर्ट
पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में आचार संहिता के बाद राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई। लम्बे समय बाद बाड़मेर की राजनीति में बदलाव की बयार चली।।कोई तीस साल से नए युवाओ की राजनीति में कोई एंट्री नही हुई।।कुछ युवाओ ने प्रयास किया था मगर स्थापित नेताओ के आगे उन्हें मौका नही मिला कल के युवा आज दौड़ से भी बाहर हो गए।मगर इस बार थार की राजनीति में युवाओ का जोश हिलोरे मार रहा है।।कई सालों से आम जनता और युवा एक ही एक चेहरों को देख उकता गई। आज के युवा राजनीति में पढ़े लिखे,सकारात्मक सोच के युवाओ का प्रवेश चाहते है। बाड़मेर की राजनीति में आज उन युवाओ की चर्चा करेंगे जिन्होंने कम समय मे जनता के बीच अपनी खासी पेठ जमा ली।आज वो प्रमुख पार्टियों के दावेदार बन गए।।जनता के युवा नेता कहै तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी।।जिले के चार युवाओ से आज रूबरू करवा रहे जिनसे जिले की जनता को उम्मीदे है।।
*आज़ाद सिंह राठौड़* बाड़मेर के एकमात्र ऐसे युवा है जिनके चेहरे पे गजब का तेज है। कोई डेढ़ साल पहले सामाजिक ग्रुप ग्रुप फ़ॉर पीपल के अध्यक्ष बने तब से लगातार चर्चा में है। कॉर्पिरेट जगत से नाता रखने वाले आज़ाद सिंह राठौड़ विभिन संगठनों खास कर खेल संगठनों से सीधे जुड़े है। जिला क्रिकेट संघ से लम्बे समय से जुड़े है। हाल ही में उन्होंने आर सी ए के कोषाध्यक्ष का चुनाव लड़ा। मात्र चार मतों से हार गए मगर बाद में जीते उम्मीदवार का न्यायालय ने चुनाव निरस्त कर इन्हें कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी।गरीबो और असहायों की मदद के लिए तत्पर रहने वाले आज़ाद सिंह राठौड़ के बाड़मेर के युवा दीवाने है। राजनीति में रुचि रखने वाले आज़ाद ने एक माह की कड़ी मेहनत के बाद कांग्रेस पार्टी में अपना खास मुकाम बना दिया। लोगो से सीधा संपर्क,आत्मीय व्यवहार,सकरत्नक सोच,उच्च स्तरीय शिक्षित ,विभिन समाजो में पकड़ ,इनकी खास पहचान है। युवाओ में खासे लोकप्रिय राठौड़ बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी कर रहे। कांग्रेस के लिए आज़ाद सिंह किसी बोनस से कम नही। प्रतिष्टित परिवार से होने के साथ आपकीं राजनीति सोच और समझ गजब की है। पूर्व मंत्री दिग्गज किसान नेता हेमाराम चौधरी के नजदीक मानें जाते है।छह माह की अवधि में उन्होंने बाड़मेर विधान सभा के अमूम्मंन हर वोटर के पासपहुँचे ।कांग्रेस की सदस्यता जाट बाहुल्य बायतु में ग्रहण करने वाले वो पहले क्षत्रिय है।।दमदार युवा नेता के रूप में अपनी खास पहचान बनाने वाले आज़ाद बाड़मेर में टिकट के लिए वर्तमान विधायक मेवाराम जैन को कड़ी टक्कर दे रहे।।कम समय से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का बिश्वास हासिल करने में भी कामयाब हुए।।उन्होंने कारगिल पे पुस्तक लिखी जो बहुत चर्चित हुई।।
*पीयूष डोशी* थार की राजनीति में डोशी परिवार का अहम योगदान रहा।।समेज सेवी और भामाशाह की रूप में बिख्यात रहे राजनेता भगवानदास डोशी की पचास साल की राजनीति के उत्तराधिकारी के रूप में उनके पोते पीयूष डोशी सफलतम व्यवसायी होने के साथ एक बेजोड़ युवा रणनीतिज्ञ है।।लम्बे समय से भाजपा के साथ जुड़े पीयूष डोशी बी टेक तक शिक्षित है।मिलनसार,मृदुभाषी होने साथ उनकी आम जन में अच्छी पकड़ है।।पीयूष अपने दादा जी के दो चुनाव के खुद भागीदार रहे।।चोहटन से जब भगवानदास जी चुनाव लड़े उनकी कमान पीयूष के पास थी।तो जिसके चलते उन्हें राजनीति और मतदाताओं पर अच्छी पकड़ के साथ चुनावी क्षेत्र को भली भांति परखे हए है।।वसुंधरा राजे की परिवर्तन यात्रा जब चोहटन गई तब यात्रा की तैयारियों में उनकी अहम भूमिका थी तो इस बार गौरव यात्रा में बाड़मेर ने सभा को सफल बनाने में मंत्री राजेन्द्र राठौड़ और प्रो महेंद्र सिंह राठौड़ के साथ उनकी अहम भूमिका रही।।भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़ कर राजनीति सफर शुरू करने वाले पीयूष डोशी बाड़मेर के हॉट युवा उम्मीदवारो में सुमार हो चुके है।बाड़मेर के जातिगत समीकरण उनके पक्ष में है।।जैन होने के चलते मतदाताओं का विश्वास उन्हें हासिल हुआ है।।भाजपा के सहकारिता और व्यावसायिक प्रकोष्ठ में अहम जिम्मेदारी के पदों का निर्वहन कर रहे है।युवा सोच के हिमायती पीयूष डोशी बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से दमदार युवा प्रत्यासी है।पीयूष डोशी सामाजिक सरोकार से जुड़ी गतिविधियों को अंजाम देते रहते है । जरूरतमंद लोगों की मदद करने के साथ निशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी करते है।उनके द्वारा अकाल और बाढ़ के दौरान पीड़ितों की की सहायता आज भी लोग याद करते है ।नए चेहरे की तलाश में जुटी भाजपा की तलाश पीयूष डोशी पर खत्म हो सकती है।
*धन सिंह मौसेरी* युवा राजनीति में एकाएक शिव विधान सभा क्षेत्र से सशक्त दावेदार के रूप में विनोबा भावे और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के हिमायती धन सिंह उभर कर सामने आए।।राष्ट्रवादी विचारों और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से उनका सीधा जुड़ाव उन्हें एक उम्मीदवार के रूप में ऊंचाई देता है। ओबीसी वर्ग से होने के साथ ही उनकी पकड़ शिव विधानसभा क्षेत्र के जन जन तक है। सीमा जन कल्याण समिति से जुड़ कर कई साल से सरहदी गांवो में अकाल प्रबंधन के कार्यो के माध्यम से जन सेवा में जुटे है ।सकारात्म सोच और जनसेवा के जुनून ने उनकी खास पहचान बनाई।।शिव विधानसभा क्षेत्र में उन्हें आने समाज के साथ अन्य समाजो का अच्छाखासा समर्थन मिल रहा है।।धन सिंह साधारण किसान परिवार से होने के कारण आम आदमी के मर्म और जरूरतों को अच्छे से समझते है।।भूमिहीन परिवारों को उन्हें जमीन आवंटन कराकर उन्हें अधिकार दिलाने का उन्होंने सपना देखा है।।पाक विस्थापित परिवारों को जमीन आवंटन के साथ मूलभूत सुविधाते उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।।सरहदी क्षेत्र से होने के कारण पशुपालकों की समस्याओं को भली भांति जानते है।भेड़ बकरियों को फेमिना कोड में शामिल करवाना उनका एजेंडा है। युवा सोच और बदलाव के प्रतीक के रूप में धन सिंह मौसेरी युवाओ के आदर्श है।।शिव विधानसभा से प्रबल और सशक्त दावेदार।।
*पुराराम मेघवाल* भारत पाक सीमा पर छोटे से गांव मेहरानगढ़ के मूल निवासी अनुसूचित जाति से सम्बन्ध रखने वाले पुराराम मेघवाल भाजपा के चौहटन से सटीक युवा दावेदार है।गत विधानसभा चुनावों में उनका नाम पैनल में गया था।संघ पृष्ठभूमि के होने के कारण शुरू से भाजपा से उनका जुड़ाव रहा। प्रदेश स्तर के नेताओ के विश्वशनीय पुराराम आरक्षित सीट अनुसूचित जाति चौहटन से भाजपा की दावेदारी कर रहे।।मेघवाल प्रतिभावान है गांव में पांचवी कक्षा में उतीर्ण होने के साथ उन्हें जोधपुर की सर्वाधिक प्रतिष्ठित स्कूल चौपासनी में प्रवेश मिला।।उच्च स्तर की शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी में हासिल करने के बाद स्कॉलरशिप के जरिये मॉस्को में उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। चोहटन के निवासी होने के कारण मेघवाल समाज मे उनकी अच्छी पकड़ है।युवा सोच और लोगो के साथ सीधे संपर्क के कारण क्षेत्र में काफी लोकप्रिय भी है। आम जरूरत मन्दो की सहायता के साथ साथ लोगो की विबहित सामाजिक कार्यो में मददगार है।।रणकपुर में भाजपा की मीटिंग में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने खास तौर से इनकी तारीफ की थी। लम्बे समय से क्षेत्र में जनसेवा के माध्यम से लोगो से जुड़े होने के सर्च स्थानीय होने के कारण क्षेत्र की समस्याओं से भली भांति परिचित है। पुराराम मेघवाल भाजपा से जुड़े होने के कारण चौहटन से अपनी दावेदारी कर रहे है ।उन्हें अच्छा खासा समर्थन भी मिल रहा।।बाहरी प्रत्यासियो के मुक़ाबले पुराराम सशक्त है। संभावनाओं से भरा चेहरा है।
*शम्मा बानो* थार के दिग्गज राजनीतिज्ञ सीमांत गांधी के नाम से मशहूर और नो बार विधायक रहे महरूम अब्दुल हादी की बहू शम्मा बानो क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय है।।कांग्रेस से जुड़े इस परिवार को राजनीति विरासत में मिली।।अल्पसंख्यक वर्ग से होने के साथ साथ उच्च शिक्षित होने के कारण शम्मा बना युवा महिला राजनीति का चर्चित चेहरा है।प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव के पद पर कार्यरत शम्मा बानो वर्तमान में जिला परिषद सदस्य है।वो चोहटन पंचायत समिति की प्रधान भी रही।।अपने प्रधान कार्यकाल में लोगो के कार्य खूब किये जिससे लोगो का उन पर अटूट भरोसा है।चूंकि उनका क्षेत्र चोहटन रिजर्व सीट में आगया परिसीमन के बाद।।गत बार उन्होंने शिव विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी की थी।।मगर कामयाबी नही मिली।फिर भी वो पार्टी कार्यक्रमो और सामाजिक कार्यक्रमो में सक्रिय रही ।कांग्रेस के कई अधिवेशनों में भाग ले चुकी है। राहुल गांधी ने उन्हें लेडी ऑफ थार का नाम दिया है।।इस बार भी शम्मा बानो शिव विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर रही।गत पांच साल से शिव क्षेत्र में वो काफी सक्रिय रही।।उनके पति गफूर अहमद श्रम कल्याण बोर्ड के चेयरमैन भी रहे है। क्षेत्र में हादी परिवार के प्रति आज भी दीवानगी का आलम है।।युवाओ को बागडौर देने की पहल पर शम्मा बानो एक आदर्श प्रत्यासी हो सकती है।।वैसे भी इस मरुस्थलीय इलाके में महिलाए राजनीति से कोसो दूर रहती है।शम्मा बानो थार की महिलाओ की सशक्त आवाज़ बन सकती है। काबिल होने के साथ उनका राजनीति अनुभव उनमे संभावना जगाता है। शिव से वेटरन नेता अमीन खान भी सशक्त दावेदार है मगर गत चुनावव में तीस हजार से हार और सत्तर साल से अधिक उम्र के कारण उन्हें संगठन में कहीं काम लेने के साथ शिव में शम्मा खान को आजमाया जा सकता हैं।
चन्दन सिंह भाटी की खास रिपोर्ट
पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में आचार संहिता के बाद राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई। लम्बे समय बाद बाड़मेर की राजनीति में बदलाव की बयार चली।।कोई तीस साल से नए युवाओ की राजनीति में कोई एंट्री नही हुई।।कुछ युवाओ ने प्रयास किया था मगर स्थापित नेताओ के आगे उन्हें मौका नही मिला कल के युवा आज दौड़ से भी बाहर हो गए।मगर इस बार थार की राजनीति में युवाओ का जोश हिलोरे मार रहा है।।कई सालों से आम जनता और युवा एक ही एक चेहरों को देख उकता गई। आज के युवा राजनीति में पढ़े लिखे,सकारात्मक सोच के युवाओ का प्रवेश चाहते है। बाड़मेर की राजनीति में आज उन युवाओ की चर्चा करेंगे जिन्होंने कम समय मे जनता के बीच अपनी खासी पेठ जमा ली।आज वो प्रमुख पार्टियों के दावेदार बन गए।।जनता के युवा नेता कहै तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी।।जिले के चार युवाओ से आज रूबरू करवा रहे जिनसे जिले की जनता को उम्मीदे है।।
*आज़ाद सिंह राठौड़* बाड़मेर के एकमात्र ऐसे युवा है जिनके चेहरे पे गजब का तेज है। कोई डेढ़ साल पहले सामाजिक ग्रुप ग्रुप फ़ॉर पीपल के अध्यक्ष बने तब से लगातार चर्चा में है। कॉर्पिरेट जगत से नाता रखने वाले आज़ाद सिंह राठौड़ विभिन संगठनों खास कर खेल संगठनों से सीधे जुड़े है। जिला क्रिकेट संघ से लम्बे समय से जुड़े है। हाल ही में उन्होंने आर सी ए के कोषाध्यक्ष का चुनाव लड़ा। मात्र चार मतों से हार गए मगर बाद में जीते उम्मीदवार का न्यायालय ने चुनाव निरस्त कर इन्हें कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी।गरीबो और असहायों की मदद के लिए तत्पर रहने वाले आज़ाद सिंह राठौड़ के बाड़मेर के युवा दीवाने है। राजनीति में रुचि रखने वाले आज़ाद ने एक माह की कड़ी मेहनत के बाद कांग्रेस पार्टी में अपना खास मुकाम बना दिया। लोगो से सीधा संपर्क,आत्मीय व्यवहार,सकरत्नक सोच,उच्च स्तरीय शिक्षित ,विभिन समाजो में पकड़ ,इनकी खास पहचान है। युवाओ में खासे लोकप्रिय राठौड़ बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी कर रहे। कांग्रेस के लिए आज़ाद सिंह किसी बोनस से कम नही। प्रतिष्टित परिवार से होने के साथ आपकीं राजनीति सोच और समझ गजब की है। पूर्व मंत्री दिग्गज किसान नेता हेमाराम चौधरी के नजदीक मानें जाते है।छह माह की अवधि में उन्होंने बाड़मेर विधान सभा के अमूम्मंन हर वोटर के पासपहुँचे ।कांग्रेस की सदस्यता जाट बाहुल्य बायतु में ग्रहण करने वाले वो पहले क्षत्रिय है।।दमदार युवा नेता के रूप में अपनी खास पहचान बनाने वाले आज़ाद बाड़मेर में टिकट के लिए वर्तमान विधायक मेवाराम जैन को कड़ी टक्कर दे रहे।।कम समय से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का बिश्वास हासिल करने में भी कामयाब हुए।।उन्होंने कारगिल पे पुस्तक लिखी जो बहुत चर्चित हुई।।
*पीयूष डोशी* थार की राजनीति में डोशी परिवार का अहम योगदान रहा।।समेज सेवी और भामाशाह की रूप में बिख्यात रहे राजनेता भगवानदास डोशी की पचास साल की राजनीति के उत्तराधिकारी के रूप में उनके पोते पीयूष डोशी सफलतम व्यवसायी होने के साथ एक बेजोड़ युवा रणनीतिज्ञ है।।लम्बे समय से भाजपा के साथ जुड़े पीयूष डोशी बी टेक तक शिक्षित है।मिलनसार,मृदुभाषी होने साथ उनकी आम जन में अच्छी पकड़ है।।पीयूष अपने दादा जी के दो चुनाव के खुद भागीदार रहे।।चोहटन से जब भगवानदास जी चुनाव लड़े उनकी कमान पीयूष के पास थी।तो जिसके चलते उन्हें राजनीति और मतदाताओं पर अच्छी पकड़ के साथ चुनावी क्षेत्र को भली भांति परखे हए है।।वसुंधरा राजे की परिवर्तन यात्रा जब चोहटन गई तब यात्रा की तैयारियों में उनकी अहम भूमिका थी तो इस बार गौरव यात्रा में बाड़मेर ने सभा को सफल बनाने में मंत्री राजेन्द्र राठौड़ और प्रो महेंद्र सिंह राठौड़ के साथ उनकी अहम भूमिका रही।।भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़ कर राजनीति सफर शुरू करने वाले पीयूष डोशी बाड़मेर के हॉट युवा उम्मीदवारो में सुमार हो चुके है।बाड़मेर के जातिगत समीकरण उनके पक्ष में है।।जैन होने के चलते मतदाताओं का विश्वास उन्हें हासिल हुआ है।।भाजपा के सहकारिता और व्यावसायिक प्रकोष्ठ में अहम जिम्मेदारी के पदों का निर्वहन कर रहे है।युवा सोच के हिमायती पीयूष डोशी बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से दमदार युवा प्रत्यासी है।पीयूष डोशी सामाजिक सरोकार से जुड़ी गतिविधियों को अंजाम देते रहते है । जरूरतमंद लोगों की मदद करने के साथ निशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी करते है।उनके द्वारा अकाल और बाढ़ के दौरान पीड़ितों की की सहायता आज भी लोग याद करते है ।नए चेहरे की तलाश में जुटी भाजपा की तलाश पीयूष डोशी पर खत्म हो सकती है।
*धन सिंह मौसेरी* युवा राजनीति में एकाएक शिव विधान सभा क्षेत्र से सशक्त दावेदार के रूप में विनोबा भावे और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के हिमायती धन सिंह उभर कर सामने आए।।राष्ट्रवादी विचारों और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से उनका सीधा जुड़ाव उन्हें एक उम्मीदवार के रूप में ऊंचाई देता है। ओबीसी वर्ग से होने के साथ ही उनकी पकड़ शिव विधानसभा क्षेत्र के जन जन तक है। सीमा जन कल्याण समिति से जुड़ कर कई साल से सरहदी गांवो में अकाल प्रबंधन के कार्यो के माध्यम से जन सेवा में जुटे है ।सकारात्म सोच और जनसेवा के जुनून ने उनकी खास पहचान बनाई।।शिव विधानसभा क्षेत्र में उन्हें आने समाज के साथ अन्य समाजो का अच्छाखासा समर्थन मिल रहा है।।धन सिंह साधारण किसान परिवार से होने के कारण आम आदमी के मर्म और जरूरतों को अच्छे से समझते है।।भूमिहीन परिवारों को उन्हें जमीन आवंटन कराकर उन्हें अधिकार दिलाने का उन्होंने सपना देखा है।।पाक विस्थापित परिवारों को जमीन आवंटन के साथ मूलभूत सुविधाते उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।।सरहदी क्षेत्र से होने के कारण पशुपालकों की समस्याओं को भली भांति जानते है।भेड़ बकरियों को फेमिना कोड में शामिल करवाना उनका एजेंडा है। युवा सोच और बदलाव के प्रतीक के रूप में धन सिंह मौसेरी युवाओ के आदर्श है।।शिव विधानसभा से प्रबल और सशक्त दावेदार।।
*पुराराम मेघवाल* भारत पाक सीमा पर छोटे से गांव मेहरानगढ़ के मूल निवासी अनुसूचित जाति से सम्बन्ध रखने वाले पुराराम मेघवाल भाजपा के चौहटन से सटीक युवा दावेदार है।गत विधानसभा चुनावों में उनका नाम पैनल में गया था।संघ पृष्ठभूमि के होने के कारण शुरू से भाजपा से उनका जुड़ाव रहा। प्रदेश स्तर के नेताओ के विश्वशनीय पुराराम आरक्षित सीट अनुसूचित जाति चौहटन से भाजपा की दावेदारी कर रहे।।मेघवाल प्रतिभावान है गांव में पांचवी कक्षा में उतीर्ण होने के साथ उन्हें जोधपुर की सर्वाधिक प्रतिष्ठित स्कूल चौपासनी में प्रवेश मिला।।उच्च स्तर की शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी में हासिल करने के बाद स्कॉलरशिप के जरिये मॉस्को में उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। चोहटन के निवासी होने के कारण मेघवाल समाज मे उनकी अच्छी पकड़ है।युवा सोच और लोगो के साथ सीधे संपर्क के कारण क्षेत्र में काफी लोकप्रिय भी है। आम जरूरत मन्दो की सहायता के साथ साथ लोगो की विबहित सामाजिक कार्यो में मददगार है।।रणकपुर में भाजपा की मीटिंग में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने खास तौर से इनकी तारीफ की थी। लम्बे समय से क्षेत्र में जनसेवा के माध्यम से लोगो से जुड़े होने के सर्च स्थानीय होने के कारण क्षेत्र की समस्याओं से भली भांति परिचित है। पुराराम मेघवाल भाजपा से जुड़े होने के कारण चौहटन से अपनी दावेदारी कर रहे है ।उन्हें अच्छा खासा समर्थन भी मिल रहा।।बाहरी प्रत्यासियो के मुक़ाबले पुराराम सशक्त है। संभावनाओं से भरा चेहरा है।
*शम्मा बानो* थार के दिग्गज राजनीतिज्ञ सीमांत गांधी के नाम से मशहूर और नो बार विधायक रहे महरूम अब्दुल हादी की बहू शम्मा बानो क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय है।।कांग्रेस से जुड़े इस परिवार को राजनीति विरासत में मिली।।अल्पसंख्यक वर्ग से होने के साथ साथ उच्च शिक्षित होने के कारण शम्मा बना युवा महिला राजनीति का चर्चित चेहरा है।प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव के पद पर कार्यरत शम्मा बानो वर्तमान में जिला परिषद सदस्य है।वो चोहटन पंचायत समिति की प्रधान भी रही।।अपने प्रधान कार्यकाल में लोगो के कार्य खूब किये जिससे लोगो का उन पर अटूट भरोसा है।चूंकि उनका क्षेत्र चोहटन रिजर्व सीट में आगया परिसीमन के बाद।।गत बार उन्होंने शिव विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी की थी।।मगर कामयाबी नही मिली।फिर भी वो पार्टी कार्यक्रमो और सामाजिक कार्यक्रमो में सक्रिय रही ।कांग्रेस के कई अधिवेशनों में भाग ले चुकी है। राहुल गांधी ने उन्हें लेडी ऑफ थार का नाम दिया है।।इस बार भी शम्मा बानो शिव विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर रही।गत पांच साल से शिव क्षेत्र में वो काफी सक्रिय रही।।उनके पति गफूर अहमद श्रम कल्याण बोर्ड के चेयरमैन भी रहे है। क्षेत्र में हादी परिवार के प्रति आज भी दीवानगी का आलम है।।युवाओ को बागडौर देने की पहल पर शम्मा बानो एक आदर्श प्रत्यासी हो सकती है।।वैसे भी इस मरुस्थलीय इलाके में महिलाए राजनीति से कोसो दूर रहती है।शम्मा बानो थार की महिलाओ की सशक्त आवाज़ बन सकती है। काबिल होने के साथ उनका राजनीति अनुभव उनमे संभावना जगाता है। शिव से वेटरन नेता अमीन खान भी सशक्त दावेदार है मगर गत चुनावव में तीस हजार से हार और सत्तर साल से अधिक उम्र के कारण उन्हें संगठन में कहीं काम लेने के साथ शिव में शम्मा खान को आजमाया जा सकता हैं।
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