अजमेर, साइबर क्राइम पर जागरूकता कार्यषाला का दूसरा दिन
साइबर क्राइम के बढते खतरों से बचने के गुर सिखाए
आज षिक्षामंत्री प्रो. देवनानी कार्यषाला का समापन करेंगे
अजमेर, 17 मार्च। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग, भारत सरकार की ओर से स्थानीय राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय में चल रही साइबर क्राइम पर जागरूकता केर्यषाला के दूसरे दिन शुक्रवार को पहले तकनीकी सत्र में विषेषज्ञ राजेष भोजवानी ने साइबर क्राइम के अन्र्तगत विभिन्न प्रकार के खतरों से बचने के उपायों पर चर्चा की। उन्होने विभिन्न प्रकार के माॅलवेयर जैसे वाइरस, ट्रोजन, आर्म एवं लोगर की इत्यादी के बारे में जानकारी प्रदान की उन्होने बताया कि इन मालवेयर के माध्यम से किस प्रकार के साइबर क्राइम किए जा रहे हैं तथा आम जनता इनसे कैसे बच सकती है। उन्होने रेनसमवेयर पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि किस प्रकार ये साइबर क्रिमिनल आम जन को अपने जाल में फसाकर फिरोती की मांग करते हैं तथा फिरोती की राषि बिटकोइन में मांगी जाती है, बिटकोइन अनाधिकृत भुगतान का ऐसा तरीका है जिसमे राषि किसके खाते में जा रही है यह पता करना सम्भव नहीं होता है उन्होन इसके कई उदाहरण भी दिए। दूसरे तकनीकी सत्र में जयपुर से आए विषेषज्ञ मिलिन्द अग्रवाल ने डेबिटकार्ड, मेट्रोकार्ड एवं क्रेडिटकार्ड की कार्यप्रणाली को समझाते हुए इनके माध्यम से होने वाले साइबर क्राइम एवं इनसे बचने की जानकारी प्रतिभागियों के साथ साझा की। उन्होने साइबर क्राइम की विभिन्न तकनीकी जैसे फिषिंग इत्यादि पर भी चर्चा की।
दोपहर बाद के सत्र में सरदार पटेल विष्वविद्यालय जोधपुर से आए विषेषज्ञ अर्जुन चैधरी ने साइबर क्राइम के लिए उपयोग में आ रहे नित नए तरीकों पर चर्चा की। उन्होने डिनाइल आॅफ सर्विस, हैकिंग के लिए उपयुक्त महोल एवं इंटरनेट टाॅफ थिंग्स जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी प्रदान कर प्रायोगिक प्रषिक्षण भी प्रदान किया। कार्यक्रम के अन्त में सहायक प्रोफेसर ज्योति गजरानी ने आभार व्यक्त किया।
महाविद्यालय में सहायक प्रोफेसर एवं कार्यषाला कोर्डिनेषन टीम के सदस्य विनेष कुमार जैन ने बताया कि शनिवार को आयोजित तकनीकी सत्रों में अहमदाबाद से डाॅ. परवेज फारूकी एवं दिल्ली से संदीप मनकू के अलावा स्थानीय वक्ता भी होंगे। दोपहर बाद कार्यषाला का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा इसके मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार के षिक्षामंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी होंगे। इस अवसर पर सभी प्रतिभागी अपने प्रस्तुतीकरण भी देंगे इनमें से सफल प्रतिभागियों को भारत सरकार की ओर से प्रमाणपत्र प्रदान किए जऐंगे।
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